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रोज सुबह कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए?


रोज सुबह कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए? सुबह के समय योग करना बेहतर होता है। रोज कुछ आसान योगासन जैसे ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पश्चिमोत्तासन, भरद्वाजासन आदि करना चाहिए।   Read More

रोज सुबह कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए?

सुबह के समय योग करना बेहतर होता है। रोज कुछ आसान योगासन जैसे ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पश्चिमोत्तासन, भरद्वाजासन आदि करना चाहिए।

 


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सुबह सुबह नियमित पांच मिनट करें ये योगासन पूरा दिन रहेंगे ऊर्जावान ।


Yoga Poses: सुबह-सुबह नियमित पांच मिनट करें ये योगासन, पूरा दिन रहेंगे ऊर्जावान Yoga Asanas for Morning: मानसिक और शारीरिक स्तर की तमाम समस्याओं के निवारण के लिए योग लाभदायक होता है। नियमित योगासन के अभ्यास से मानव शरीर की कई बीमारियों को आप जड़ से खत्म कर सकते हैं, वहीं मानसिक तनाव और ऊर्जा को भी बढ़ा सकते हैं। जीवन में सुख और शांति के लिए एक मजबूत शरीर के साथ ही प्रबल मस्तिष्क की भी जरूरत होती ह... Read More

Yoga Poses: सुबह-सुबह नियमित पांच मिनट करें ये योगासन, पूरा दिन रहेंगे ऊर्जावान

Yoga Asanas for Morning: मानसिक और शारीरिक स्तर की तमाम समस्याओं के निवारण के लिए योग लाभदायक होता है। नियमित योगासन के अभ्यास से मानव शरीर की कई बीमारियों को आप जड़ से खत्म कर सकते हैं, वहीं मानसिक तनाव और ऊर्जा को भी बढ़ा सकते हैं। जीवन में सुख और शांति के लिए एक मजबूत शरीर के साथ ही प्रबल मस्तिष्क की भी जरूरत होती है। भावनात्मक शरीर का अनुभव जीवन आसान और सुखमय बना सकता है। आपकी दैनिक दिनचर्या हो या नौकरी हो, सही प्रेरणा के बिना नीरस और उबाऊ हो जाती है। ऐसे में योग आपके दिन की शुरुआत भी ऊर्जा और उत्साह के साथ करने में मदद करता है। सुस्त मन और शरीर से बाहर निकलने के लिए बेहतर ऊर्जा के साथ अपने दिन की शुरुआत करने के लिए प्रतिदिन सुबह खुद को पांच मिनट दें। इन पांच मिनट में आप ऐसे योगासन का अभ्यास करें जो आपके मस्तिष्क में ऊर्जा का प्रवाह करें। चलिए जानते हैं ऊर्जावान होने के लिए रोजाना सुबह किए जाने वाले योगासन के बारे में जानकारी।

 

भुजंगासन

ये आसन शरीर को लचीला बनाता है औ पेट की चर्बी भी कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के लेट जाएं। अपनी दोनों हथेलियों को फर्श पर कंधे की चौड़ाई से अलग रखते हुए शरीर के निचले भाग को जमीन पर रखें। सांस लें और शरीर के ऊपरी भाग या छाती को फर्श से ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए शरीर को फर्श पर दोबारा ले जाएं। 

ताड़ासन

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों की एड़ियों और पंजों को बीच कुछ दूरी रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को कमर की सीध में ऊपर उठाते हुए हथेलियों और उंगलियों को मिला लें। गर्दन सीधी रखें और नजर सामने करते हुए पैरों की एड़ियों को ऊपर की ओर उठाएं और पूरे शरीर को भार पंजो पर करें। पेट को अंदर करते हुए इस पोज मेंं संतुलन बनाएं रखें। 

 

सुखासन 

इसे क्रॉस लेग सिटिंग पोज भी कहते हैं। इस आसन को करने के लिए ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं। अब पीठ के पीछे से दाहिने हाथ की मदद से अपनी बाईं कलाई को पकड़ें। अब कंधों को पीछे खींचते हुए सांस लें। फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने सिर को दाहिने घुटने से छुएं। फिर से सांस लेते हुए पुन: की स्थिति में आ जाएं।   

त्रिकोणासन

इस योग को करने के लिए अपने दोनों पैरों को फैला लें और हाथों को बाहर की तरफ निकाल कर बाहर की ओर खोलें। अब सीधे हाथ को धीरे-धीरे नीचे की तरफ पैर की ओर लाएं। कमर को नीचे की ओर झुकाते हुए नीचे देखें। सीधी हथेली को जमीन पर रखें। उल्टे हाथ को ऊपर की ओर ले जाते हैं। यह प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराई जाती है। 

नोट: यह लेख योग विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें। 

 


 


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घर बैठे करना चाहते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल इन योगासन और घरेलू उपायों से कम होगा डायबिटीज?


घर बैठे करना चाहते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल, इन योगासन और घरेलू उपायों से कम होगा डायबिटीज ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए योग काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। जानिए स्वामी रामदेव से किन योगासन, एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स और घरेलू उपायों के द्वारा डायबिटीज को किया जा सकता है कंट्रोल ।खराब लाइफस्टाइल, खानपान के कारण डायबिटीज की समस्या हो जाती है। दुनियाभर में 8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। जिनमें... Read More

घर बैठे करना चाहते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल, इन योगासन और घरेलू उपायों से कम होगा डायबिटीज

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए योग काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। जानिए स्वामी रामदेव से किन योगासन, एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स और घरेलू उपायों के द्वारा डायबिटीज को किया जा सकता है कंट्रोल

।खराब लाइफस्टाइल, खानपान के कारण डायबिटीज की समस्या हो जाती है। दुनियाभर में 8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। जिनमें से करीब 10 लाख लोग डायबिटीज के कारण अपनी जान गवां देते हैं। यूके में हुई एक रिसर्च के अनुसार 3 में से 1 डायबिटीज का मरीज कोरोना वायरस का शिकार हो रहा हैं। स्वामी रामदेव के अनुसार जब शरीर में शुगर लेवल बढ़ता है तो किडनी, हार्ट, ब्लड प्रेशर या फिर आंखों की रोशनी कम होने की शिकायत हो जाती है। इसके साथ ही डायबिटीज के कारण पूरा शरीर खोखला हो जाता है। ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है। योगासन, प्राणायाम के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इसे आप आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं।

 

स्वामी रामदेव के अनुसार डायबिटीज होने के मुख्य तीन कारण होता है पहला जेनेटिक, दूसरा अनहेल्दी लाइफस्टाइल और तीसरा लंबे समय तक कोई बीमारी चलने के कारण आप अनहेल्दी लाइफस्टाइल अपना लेते हैं जिसके कारण आपके पूरे रिसेप्टर्स कमजोर हो जाते हैं। जिसके कारण ब्लड शुगर होने का खतरा सबसे अधिक होता है।

 

 

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए प्राणायाम

योगासन के साथ-साथ प्राणायाम करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। इसलिए रोजाना प्राणायम करें। 

 

भस्त्रिका- इस प्राणायाम को करने से पूरे शरीर में ऑक्सीजन का ठीक ढंग से प्रवाह होता है। जिससे आपको डायबिटीज के साथ-साथ कई अन्य बीमारियों से भी निजात मिल जाएगा। इसे 1 मिनट से शुरू करके करीब 3 मिनट तक करें।

 

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कपालभाति- इस प्राणायाम को करने से पैंक्रियाज के बीटा सेल्स दोबारा एक्टिव हो जाते हैं। जिससे तेजी से इंसुलिन बनने लगता है। इसके अलावा इसे करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने के साथ मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। 

 

भ्रामरी- इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद करते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 5 से 7 बार जरूर करना चाहिए। 

 

अनुलोम विलोम- सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम को करने से क्रोनिक डिजीज, तनाव, डिप्रेशन, हार्ट के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है। इसके अलावा ये मांसपेशियों की प्रणाली को भी ठीक रखता है। इसे 10 से 15 मिनट करें। 

 

सूर्य नमस्कार-जिस तरह से सूर्य नमस्कार करने से आपका वजन बढ़ने के साथ शरीर हेल्दी रहता है। उसी तरह नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से आप अपना वजन बढ़ा सकते हैं। इसके लिए रोजाना कम से कम 100 बार सूर्य नमस्कार करें। फिर इसकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ाते जाएं। इस आसन को करने से आपका वजन कम होने के साथ-साथ डायबिटीज सहित कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे।

 

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घर बैठे करना चाहते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल, इन योगासन और घरेलू उपायों से कम होगा डायबिटीज

 

डायबिटीज से निजात पाने के लिए योगासन

मंडूकासन- मंडूक का अर्थ है मेंढक अर्थात इस आसन को करते वक्त मेंढक के आकार जैसी स्थिति प्रतीत होती इसीलिए इसे मंडूकासन कहते हैं। इस योग को करने से पैंक्रियाज पर दवाब पड़ता है। जिससे आपका इंसुलिन कंट्रोल होगा। इस आसन को करने से डायबिटीज के साथ -साथ कोलाइटिस से निजात दिलाता है। इसके अलावा अगर कमर में दर्द हैं तो ज्यादा झुकने से बचें। इस आसन को 3 से 5 बार करें। 

 

शशकासन- इस आसन को करने से डायबिटीज से जड़ से निजात मिलता है। इसे 1-2 मिनट करें।

 

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योगनिद्रा

 

योग मुद्रासन- इस आसन को करने से डायबिटीज के साथ-साथ पेट की चर्बी से निजात मिलेगा। मानसिक शक्ति बढ़ेंगी। इसके साथ ही शरीर मजबूत होगा। कब्ज के साथ-साथ गैस संबंधी समस्या से निजात मिल जाएगा।  

 

व्रकासन- वक्रासन बैठ कर किए जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण आसन है। वक्रासन 'वक्र' शब्द से निकला है जिसका मतलब होता टेढ़ा। इस आसन में रीढ़ टेढ़ी या मुड़ी हुई होती है, इसीलिए इसका यह नाम वक्रासन रखा गया है। यह डिप्रेशन के साथ-साथ डायबिटीज को कंट्रोल करता है। इस आसन को करने से फेफड़ों से जुड़ी दिक्कत से निदान मिलता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत करें। पेट के लिए भी अच्छा है। इसके साथ ही पूरे शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है।  

 

गौमुखासन- डायबिटीज और उसके कारण होने वाली अन्य बीमारी जैसे आंखों की रोशनी कम होना, किडनी संबंधी समस्या, कमजोरी आदि के लिए फायदेमंद।

 

 

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भुजंगासन

 

भुजंगासन- इस आसम को करने से पूरे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। इसके साथ ही इस आसन को करने से डायबिटीज और पेट की चर्बी से निजात मिलता है। 

 

नौकासन- इस आसन को करने से गैस, कब्ज की समस्या से निजात मिलता है। इसके साथ की कमर, पेट सुडौल होता है। पेट की चर्बी कम कर करें।

 

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पवनमुक्तासन

 

पवनमुक्तासन- पवनमुक्तासन पेट एवं कमर की मांसपेशियों के खिंचाव को करने में मदद करता है। इससे पाचन तंत्र सही होता है। इसके साथ ही डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिलेगा। इस आसन को करने से जांघो, पेट, कूल्हें को वसा मुक्त करें। इसके साथ ही ब्लड सर्कुलेशन ठीक करें। रीढ़ की हड्डी को मजबूत करें। कब्ज और गैस की समस्या से दिलाएं निजात।

 

सेतुबंधासन- इस आसन को करने से डायबिटीज में छुटकारा मिलेगा। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ अनिद्रा से निजात दिलाता है।

 

भुजंगासन- इस आसन को करने से डायबिटीज, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, कमर दर्द आदि से निजात मिलेगा। 

 

उत्तानपादासन- इस आसन को करने से डायबिटीज के साथ-साथ कब्ज की समस्या से निजात मिलेगा। इसके साथ ही पैंक्रियाज सही रहेगा। जिससे इंसुलिन बनेगा।

 

 

घर बैठे करना चाहते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल, इन योगासन और घरेलू उपायों से कम होगा डायबिटीज

अर्ध मत्येंद्रासन- इस आसन को बड़े लोगों के साथ-साथ बच्चे भी आसानी से कर सकते हैं। इस आसन को करने से आपका मोटापा कम होगा। इसके अलावा हाई बीपी और कमजोरी को कम करने में मदद करता है। 

डायबिटीज से निजात पाने के घरेलू उपाय

प्याज, नींबू रस, अदरक का रस, लहसुन का रस 1-1 चम्मच लेकर अच्छी तरह से पका कर गाढ़ा कर लें। इसके बाद इसमें बराबर मात्रा में शहद में मिलाकर रखें। रोजाना एक चम्मच इसका सेवन करने से कोलेस्ट्राल कंट्रोल होगा। इसके साथ ही हार्ट ब्लोकेज की समस्या से निजात मिलेगा।

ब्राउन राइस डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है, लेकिन नियंत्रित होकर इसका सेवन करें। 

1 करेला, 1 खीरा और 1 टमाटर, 10-12 सहाबाहर के फूल, थोड़ा एलोवेरा, अश्वगंधा, तुलसी, आंवला, गिलोय का जूस बनाकर खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहे तो सिर्फ खीरा, करेला और टमाटर का भी जूस बना सकते हैं। 

गुलमार्ग बूटी के पत्ते 2-3 खाएं।

जामुन का सिरका और गुठली का सेवन करें। इससे पैंक्रियाज में इंसुलिन बनेगा।

अगर आपका शहद खाने का मन हैं तो 1 चम्मच से ज्यादा न खाए।

 

डायबिटीज से निजात पाने के लिए दबाएं ये प्वाइंट्स

पैंक्रियाज बाएं ओर होता है। इसलिए बाएं हाथ की छोटी अंगुली के नीचे 5-5 मिनट दबाएं या फिर सुबह-शाम ढाई-ढाई मिनट दबाएं। इससे लाभ मिलेगा। 

डायबिटीज एक्यूप्रेशर प्वाइंट

हाथ के अलावा हमारे पैर में भी प्वाइंट पाया जाता है। बाएं पैर के तलवे में चौथी अंगुली के 5 इंच नीचे प्वाइंट को दबाएं। इससे लाभ मिलेगा।

 


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कौन सा योग आसन हाइट बढ़ाने में सहायक है ? जाने इसमें।


कौन सा आसन करने से हाइट बढ़ती है? ताड़ासन को हाइट बढ़ाने के लिए योग में शामिल किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि ताड़ासन को करने पर शरीर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। साथ ही यह शरीर को लचीला करने में सहायता कर सकता है, जिससे लम्बाई बढ़ने में सहायता मिल सकती है। लेकिन योग प्रशिक्षक की सलाह पर ही इसे करना चाहिए। आप के लिए खास ताड़ासन लंबाई बढ़ाने के लिए योग करना सबसे अच्छा है। यह आपकी रीढ़ की... Read More

कौन सा आसन करने से हाइट बढ़ती है?

ताड़ासन को हाइट बढ़ाने के लिए योग में शामिल किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि ताड़ासन को करने पर शरीर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। साथ ही यह शरीर को लचीला करने में सहायता कर सकता है, जिससे लम्बाई बढ़ने में सहायता मिल सकती है। लेकिन योग प्रशिक्षक की सलाह पर ही इसे करना चाहिए।

आप के लिए खास

ताड़ासन लंबाई बढ़ाने के लिए योग करना सबसे अच्छा है। यह आपकी रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से फैलाता है और सीधा करता है। ...

पश्चिमोत्तानासन ये योगासन रीढ़ और हैमस्ट्रिंग को फैलाता है। ये रीढ़ के तनाव को भी दूर करता है, जिससे आपकी लंबाई बढ़ सकती है। ...

यह भी जान ले। 

योग करने से पहले यह टिप्स जरूर जाने।

ताड़ासन क्या हैं?


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जानिए योग के जनक कौन है और योग कितने है।


Yoga के जनक कौन थे? महर्षि पतंजलि, जिन्हें सही मायने में "योग के जनक" कहा जाता है, ने अपने "योग सूत्र" (सूत्र) में योग के विभिन्न पहलुओं को व्यवस्थित रूप से संकलित और परिष्कृत किया। योग आसन कितने हैं? माना जाता है कि भगवान शिव ने 84 प्रकार के योग आसन बताए थे. योग की गई किताबों में इतने ही आसनों को जिक्र मिलता है. Read More

Yoga के जनक कौन थे?

महर्षि पतंजलि, जिन्हें सही मायने में "योग के जनक" कहा जाता है, ने अपने "योग सूत्र" (सूत्र) में योग के विभिन्न पहलुओं को व्यवस्थित रूप से संकलित और परिष्कृत किया।

योग आसन कितने हैं?

माना जाता है कि भगवान शिव ने 84 प्रकार के योग आसन बताए थे. योग की गई किताबों में इतने ही आसनों को जिक्र मिलता है.


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आज से ही शुरू करिए ये 3 योगासन चार हफ्तों में पेट होगा कम। जरूर देखें ये योगासन।


आज से ही शुरू करिए ये 3 योगासन- चार हफ्तों में पेट होगा कम आज के समय में हर कोई अपने बढ़ते पेट से परेशान है। इसकी कई वजह हैं। खानपान सबसे बड़ा कारण है। प्लैंक एक ऐसा योगासन है जो आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए अपने हाथों को जमीन पर रखें और अपने शरीर को सीधा रखें।   1. प्लैंक (Phalakasana) : प्लैंक एक ऐसा योगासन... Read More

आज से ही शुरू करिए ये 3 योगासन- चार हफ्तों में पेट होगा कम

आज के समय में हर कोई अपने बढ़ते पेट से परेशान है। इसकी कई वजह हैं। खानपान सबसे बड़ा कारण है। प्लैंक एक ऐसा योगासन है जो आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए अपने हाथों को जमीन पर रखें और अपने शरीर को सीधा रखें।

 

1. प्लैंक (Phalakasana) :

प्लैंक एक ऐसा योगासन है जो आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने हाथों को जमीन पर रखें और अपने शरीर को सीधा रखें। अपने पैरों को जमीन पर रखें और अपने शरीर को स्थिर रखें। सुबह उठकर आप यह योगासन रोजाना करने की आदत डालें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा। 

2. बोट पोज (Naukasana)

बोट पोज एक ऐसा योगासन है जो आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पैरों को जमीन पर रखें और अपने हाथों को अपने सिर के पीछे रखें। अपने शरीर को सीधा रखें और अपने पैरों को जमीन पर रखें। 

3. Cobra पोज (Bhujangasana)

Cobra पोज एक ऐसा योगासन है जो आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आपके पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए, अपने पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखें। अपने शरीर को सीधा रखें और अपने सिर को ऊपर उठाएं।

इसके अलावा यह योगासन भी जरूर जाने।

ठंड के चलते नहीं जा पा रहे हैं माॅर्निंग वाॅक तो घर बैठे करें ये एक्सरसाइज हमेशा रहेंगे फिट।


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तो आइए जानते है एक्यूपॉइंट को दबाने का सही तरीका जिससे वजन कम होता है


तो आइए जानते है एक्यूपॉइंट को दबाने का सही तरीका जिससे वजन कम होता है     अपने होंठ के ऊपर और नाक के नीच बीच वाली जगह को शुइगौ स्पॉट कहते हैं। सबसे पहले नाक और अपर लिप के बीच के हिस्से पर उंगली रखें उसे करीब दो से तीन मिनट गोलाकार में उंगली को दबाते हुए इस पॉइंट पर घुमाती रहें। इससे वजन कम होता है।     2 टखनें   इसे आप एक्सरसाइज के बाद कर सकती हैं। इससे शरीर रिलैक्स होता ह... Read More

तो आइए जानते है एक्यूपॉइंट को दबाने का सही तरीका जिससे वजन कम होता है

 

 

अपने होंठ के ऊपर और नाक के नीच बीच वाली जगह को शुइगौ स्पॉट कहते हैं। सबसे पहले नाक और अपर लिप के बीच के हिस्से पर उंगली रखें उसे करीब दो से तीन मिनट गोलाकार में उंगली को दबाते हुए इस पॉइंट पर घुमाती रहें। इससे वजन कम होता है।

 

 

2 टखनें

 

इसे आप एक्सरसाइज के बाद कर सकती हैं। इससे शरीर रिलैक्स होता है और थकान दूर होती है। दो उंगली को इस पॉइंट पर रखें। ये पॉइंट पैर के बाहर की साइड 5 सेमी ऊपर होता है। इसे आप अपने अंगूठे के माध्यम से रोजाना 1 मिनट धीमे से दबा सकती हैं। आप दो से तीन मिनट तक उस बिंदु पर गोलाकार मालिश कर सकती है। ठीक इसी तरह से दूसरे पैर पर भी करें। इससे भी यकीनन वजन कम होता है।

 

3 नाभि

 

 

ये प्रेशर पॉइंट नाभि से करीबन चार इंच ऊपर होता है। रिसर्च में कहा गया है एक्यूप्रेशर पॉइंट को दबाने से कमर व पेट की चर्बी कम होती है और इससे शरीर में वसा की दर में सुधार होता है। अपनी दो उंगली प्रेशर पॉइंट पर रखें, फिर हल्का जोर लगाते हुए उस हिस्से को दबाएं। उसके बाद आप उस हिस्से में दो मिनट तक गोलाकार में मालिश कर सकती हैं।

 

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4 कान

 

 

आपको बता दें कि कान के एक पॉइंट को दबाकर भूख नियंत्रित की जा सकती है। ये बिंदु कान के बाहरी त्रिकोणीय हिस्से में स्थित होता है। अपनी एक उंगली को प्रेशर पॉइंट पर हल्का जोर लगाते हुए दबाए और 1 मिनट तक अपने मुंह को खोले और बंद करें। ऐसे दूसरे कान में भी करें ऐसा करने से आपको लाभ जरूर मिलेगा।


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ठंड के चलते नहीं जा पा रहे हैं माॅर्निंग वाॅक तो घर बैठे करें ये एक्सरसाइज हमेशा रहेंगे फिट।


सर्दियों में घर पर योग का अभ्यास करने से आप न केवल शारीरिक तौर पर फिट रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।यहां इस लेख में हम कुछ प्रभावी योगासनों के बारे में बताएंगे। जिन्हें आप सर्दियों में घर पर आसानी से कर सकते हैं। बस्ती: सर्दियों के मौसम में ठंडी हवाएं और गिरता तापमान शरीर को आलसी और सुस्त बना देता है।ठंड के कारण बाहर जाकर जॉगिंग या वॉकिंग करना बहुत ही कठिन हो जाता... Read More

सर्दियों में घर पर योग का अभ्यास करने से आप न केवल शारीरिक तौर पर फिट रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।यहां इस लेख में हम कुछ प्रभावी योगासनों के बारे में बताएंगे। जिन्हें आप सर्दियों में घर पर आसानी से कर सकते हैं।

बस्ती: सर्दियों के मौसम में ठंडी हवाएं और गिरता तापमान शरीर को आलसी और सुस्त बना देता है।ठंड के कारण बाहर जाकर जॉगिंग या वॉकिंग करना बहुत ही कठिन हो जाता है, लेकिन फिर भी आपको अपनी सेहत को बनाए रखना जरूरी होता है।ऐसे में कुछ योग आपके शरीर को न केवल सक्रिय बनाए रखता है, बल्कि यह शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है।जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बनी रहती है. सर्दियों में घर पर योग का अभ्यास करने से आप न केवल शारीरिक तौर पर फिट रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।यहां इस लेख में हम कुछ प्रभावी योगासनों के बारे में बताएंगे।जिन्हें आप सर्दियों में घर पर आसानी से कर सकते हैं।

अधो मुख श्वानासन 

यह एक बेहतरीन योगासन है, जो पूरे शरीर को स्ट्रेच करता है और मांसपेशियों में लचीलापन लाता है।यह कंधे, पीठ, हाथ और पैरों को मजबूत बनाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

कैसे करें अधो मुख श्वानासन

सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों और पैरों को जमीन पर रखें।अब अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ उठाते हुए शरीर को V आकार में बनाएं। ध्यान रखें कि सिर नीचे की ओर हो और एड़ी जमीन की तरफ दबाएं।इस स्थिति में 20-30 सेकेंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।

कपालभाति प्राणायाम

ये योग सर्दियों में गर्मी पैदा करने के लिए रामबाण उपाय हैं। कपालभाति प्राणायाम शरीर के अंदर गर्माहट उत्पन्न करने में मदद करता है और ठंड के मौसम में शरीर को गर्म रखता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, मानसिक शांति प्राप्त करने और पेट की चर्बी कम करने में भी मदद करता है।

कैसे करें कपालभाति प्राणायाम

सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं. अब नाक से जोर से सांस बाहर छोड़ें और पेट को अंदर की ओर खींचें। इसे 1 मिनट तक करते रहें. यह प्राणायाम मेटाबॉलिज्म को सुधारता है और शरीर को ताजगी का अहसास कराता है।  गिरता तापमान शरीर को आलसी और सुस्त बना देता है। ठंड के कारण बाहर जाकर जॉगिंग या वॉकिंग करना बहुत ही कठिन हो जाता है, लेकिन फिर भी आपको अपनी सेहत को बनाए रखना जरूरी होता है।ऐसे में कुछ योग आपके शरीर को न केवल सक्रिय बनाए रखता है, बल्कि यह शरीर के तापमान को भी नियंत्रित करता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है। जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बनी रहती है।सर्दियों में घर पर योग का अभ्यास करने से आप न केवल शारीरिक तौर पर फिट रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं।यहां इस लेख में हम कुछ प्रभावी योगासनों के बारे में बताएंगे। जिन्हें आप सर्दियों में घर पर आसानी से कर सकते हैं।

अधो मुख श्वानासन 

यह एक बेहतरीन योगासन है, जो पूरे शरीर को स्ट्रेच करता है और मांसपेशियों में लचीलापन लाता है. यह कंधे, पीठ, हाथ और पैरों को मजबूत बनाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

कैसे करें अधो मुख श्वानासन

सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों और पैरों को जमीन पर रखें।अब अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ उठाते हुए शरीर को V आकार में बनाएं।ध्यान रखें कि सिर नीचे की ओर हो और एड़ी जमीन की तरफ दबाएं।इस स्थिति में 20-30 सेकेंड तक रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।

भुजंगासन

यह आसन पीठ और पेट के निचले हिस्से को मजबूती प्रदान करता है. इसके अलावा, यह सांस लेने की प्रक्रिया को बेहतर करता है और तनाव को कम करने में मदद करता है।

कैसे करें भुजंगासन

पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को कंधे के पास रखकर एलबो को सिकोड़े। फिर धीरे-धीरे अपने शरीर को ऊपर की तरफ उठाएं। इस स्थिति में कुछ सेकेंड तक रहें और फिर आराम से लौट आएं।

सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार 12 आसनों का एक सेट है, जो शरीर को पूरी तरह से सक्रिय करता है और इसकी ऊर्जा को बढ़ाता है। यह इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के साथ-साथ शरीर के लचीलेपन को भी बढ़ाता है। सर्दियों में यह आसन शरीर को गर्म रखने और वजन घटाने में भी बेहद सहायक है।

कैसे करें सूर्य नमस्कार

सूर्य नमस्कार में 12 आसन होते हैं, जिनमें ताड़ासन, उर्ध्वहस्तासन, उत्तानासन, चतुरंग दण्डासन, उर्ध्वमुख श्वानासन, और अधोमुख श्वानासन जैसे आसन शामिल होते हैं. इन सभी आसनों को एक के बाद एक सही तरीके से करें. सूर्य नमस्कार से शरीर को ऊर्जा मिलती है और यह आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है।


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कैसे यह पारंपरिक थेरेपी आपकी पूरे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है।


कैसे यह पारंपरिक थेरेपी आपकी पूरे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है Acupressure एक्यूप्रेशर चीन का एक पारंपरिक उपचार है। यह थेरेपी दुनियाभर में इस्तेमाल की जाती है। यह शरीर के हर तरह के दर्द में फायदेमंद साबित होती है। इस पारंपरिक उपचार के जरिए अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या से भी राहत पा सकते हैं। Read More

कैसे यह पारंपरिक थेरेपी आपकी पूरे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है

Acupressure एक्यूप्रेशर चीन का एक पारंपरिक उपचार है। यह थेरेपी दुनियाभर में इस्तेमाल की जाती है। यह शरीर के हर तरह के दर्द में फायदेमंद साबित होती है। इस पारंपरिक उपचार के जरिए अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या से भी राहत पा सकते हैं।


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एक्युप्रेशर


एक्यूप्रेशर, चीन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है. इसमें शरीर के कुछ खास बिंदुओं पर दबाव डालकर बीमारियों का इलाज किया जाता है. यह एक प्राकृतिक उपचार है. एक्यूप्रेशर से तनाव कम होता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है और शरीर में ऊर्जा का संचार सुचारू रहता है.  एक्यूप्रेशर से जुड़ी कुछ खास बातें: एक्यूप्रेशर में शरीर के कुछ खास बिंदुओं पर दबाव डालकर बीमारियों का इलाज किया जाता है.  इन बिंदुओं को... Read More

एक्यूप्रेशर, चीन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है. इसमें शरीर के कुछ खास बिंदुओं पर दबाव डालकर बीमारियों का इलाज किया जाता है. यह एक प्राकृतिक उपचार है. एक्यूप्रेशर से तनाव कम होता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है और शरीर में ऊर्जा का संचार सुचारू रहता है. 

एक्यूप्रेशर से जुड़ी कुछ खास बातें:

एक्यूप्रेशर में शरीर के कुछ खास बिंदुओं पर दबाव डालकर बीमारियों का इलाज किया जाता है. 

इन बिंदुओं को 'प्रतिक्रिया बिंदु' या 'एक्यूप्वाइंट' कहते हैं. 

इन बिंदुओं पर दबाव डालने से शरीर में ऊर्जा का बहाव सुचारू हो जाता है. 

एक्यूप्रेशर से दर्द, तनाव, थकान, पीड़ा, और रोग से राहत मिलती है. 

एक्यूप्रेशर से शरीर में ऊर्जा का संचार सुचारू रहता है. 

एक्यूप्रेशर से तनाव कम होता है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है. 

एक्यूप्रेशर से शरीर की क्षमता बढ़ती है. 


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