मकरासन करने की विधि क्या है? अभ्यास विधि : पहले पेट के बल लेट जाएं पैरों को सुविधाजनक दूरी पर वीडियो को अंदर की ओर और पंजों को बाहर की ओर रखते हो टेखनो को जमीन पर रखें। बाजू को कोहनियों से मोडे फिर दएं हाथ से बाए कंधे को तथा बाएं हाथ से दाएं कंधे को पकड़े। एक कहानी को दूसरी कोहनी के ऊपर रखें। अब अपने ललाट को बाजू के गद्दे के ऊपर रखे और सामान्य रूप से श्वास ले। इस अवस्था मे...
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मकरासन करने की विधि क्या है?
अभ्यास विधि :
- पहले पेट के बल लेट जाएं
- पैरों को सुविधाजनक दूरी पर वीडियो को अंदर की ओर और पंजों को बाहर की ओर रखते हो टेखनो को जमीन पर रखें।
- बाजू को कोहनियों से मोडे फिर दएं हाथ से बाए कंधे को तथा बाएं हाथ से दाएं कंधे को पकड़े।
- एक कहानी को दूसरी कोहनी के ऊपर रखें।
- अब अपने ललाट को बाजू के गद्दे के ऊपर रखे और सामान्य रूप से श्वास ले।
- इस अवस्था में कुछ देर आराम करें।
- अब बाए कंधे से दाएं कंधे को हटाए और इस शरीर के दाएं और बगल में रखें।
- हृदय कंधे से बाएं हाथ को हटाए और इस शरीर के बाई और बगलमें रखे।
- अब पैरों के बीच की दूरी कम करें और पहले वाली अवस्था में आ जाइए।
सभी प्रकार के आसनों के बाद शरीर को स्थिर करने के लिए इस आसन का अभ्यास किया जाता है।
मकरासन के क्या लाभ है?
- यह आसान शरीर और मन को आराम देता है।
- यह आसान चिंता और तनाव को काम करता है।
- यह श्वसन अंगों के साथ-साथ पाचन अंगों के लिए भी लाभकारी है।
- यह पूरे शरीर में रक्त संचार को सुधरता है।
सावधानी:-
मोटापा एवं हड्डी रोगों से ग्रसित व्यक्ति को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। महिलाओं को गर्भावस्था में इस आसन को नहीं करना चाहिए।
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