Blog by vanshika pal | Digital Diary
" To Present local Business identity in front of global market"
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पीठ के दर्द में एक्यूप्रेशर से राहत मिल सकती है. इसके लिए, हाथों या पैरों के कुछ खास बिंदुओं पर दबाना होता है. एक्यूप्रेशर से दर्द कम होने की वजह यह है कि इससे एंडोर्फिन और सेरोटोनिन का प्रवाह बढ़ता है.
पीठ के दर्द से राहत के लिए, ठंडी सिकाई या बर्फ की सिकाई भी की जा सकती है. दर्द शुरू होने के कुछ दिनों बाद, हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल से मालिश की जा सकती है.
Read Full Blog...एक्यूप्रेशर एशियाई बॉडीवर्क थेरेपी (एबीटी) में से एक है जिसकी जड़ें पारंपरिक चीनी चिकित्सा (टीसीएम) में हैं। अन्य एशियाई बॉडीवर्क थेरेपी के उदाहरण मेडिकल चीगोंग और तुइना हैं। शियात्सू एक्यूप्रेशर का एक जापानी रूप है।
पारंपरिक चीनी चिकित्सा सिद्धांत विशेष एक्यूपॉइंट या एक्यूप्रेशर बिंदुओं का वर्णन करता है, जो आपके शरीर में मेरिडियन या चैनलों के साथ स्थित होते हैं। ये वही ऊर्जा मेरिडियन और एक्यूपॉइंट हैं जो एक्यूपंक्चर के साथ लक्षित होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन अदृश्य चैनलों के माध्यम से महत्वपूर्ण ऊर्जा प्रवाहित होती है - या क्यूई (ची) नामक एक जीवन शक्ति। यह भी माना जाता है कि ये 12 प्रमुख मेरिडियन विशिष्ट अंगों या अंगों के नेटवर्क को जोड़ते हैं, आपके पूरे शरीर में संचार की एक प्रणाली का आयोजन करते हैं। मेरिडियन आपकी उंगलियों से शुरू होते हैं, आपके मस्तिष्क से जुड़ते हैं , और फिर एक निश्चित मेरिडियन से जुड़े अंग से जुड़ते हैं।
Read Full Blog...एक्यूप्रेशर से कई तरह की समस्याओं में आराम मिलता है. यह शरीर के दर्द, तनाव, और चिंता को कम करने में मदद करता है. एक्यूप्रेशर से जुड़ी कुछ खास बातेंः
एक्यूप्रेशर, प्राचीन चीन की एक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है. यह शरीर में ऊर्जा के स्तर को संतुलित करने में मदद करती है.
Read Full Blog...एक्यूपंक्चर के कितने बिंदु हैं– पारंपरिक चीनी चिकित्सा चिकित्सकों का मानना है कि शरीर में कम से कम 2,000 एक्यूपंक्चर बिंदु हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1991 में एक प्रस्तावित मानक अंतर्राष्ट्रीय एक्यूपंक्चर नामकरण रिपोर्ट विकसित की, जिसमें 361 एक्यूपंक्चर बिंदुओं की पहचान की गई।
Read Full Blog...एक्यूप्रेशर शरीर पर विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डालने की एक प्रक्रिया है, जिससे दर्द या पाचन संबंधी समस्याओं जैसे लक्षणों को नियंत्रित किया जा सके । इसका उपयोग जापानी अभ्यास "शियात्सू" जैसी कुछ प्रकार की मालिश चिकित्सा में किया जाता है। इसे एक्यूपंक्चर उपचार के हिस्से के रूप में भी किया जा सकता है, या आप खुद पर एक्यूप्रेशर कर सकते हैं।
Read Full Blog...एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर का नाम तो आपने सुना ही होगा, लेकिन ये दोनों एक-दूसरे से बहुत अलग होते हैं। जानें इन दोनों में अंतर-
Acupuncture) का नाम तो आपने कभी न कभी जरूर सुना होगा, ये दोनों एक-दूसरे से बहुत अलग होते हैं। एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर दोनों अलग-अलग चिकित्सा विधि है। इन दोनों की विधि, प्रयोग एक-दूसरे से बिल्कुल अलग होते हैं। दरअसल, एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर दोनों शब्द चीनी चिकित्सा पद्धति से आई हैं। चीन में बहुत पुराने समय से इन दोनों चिकित्सा पद्धति से कई मरीजों का इलाज किया जा रहा है। लेकिन आज एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर दोनों चिकित्सा पद्धति विश्वभर में प्रचलित है। इन दोनों से कई तरह की बीमारियों का इलाज किया जाता है। अगर डॉक्टर की सलाह पर इन दोनों चिकित्सा पद्धति को किया जाए, तो इनके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं।
एक्यूपंचर एक चीनी चिकित्सा पद्धति है। इस चिकित्सा विधि में शरीर के कुछ विशेष हिस्सों पर सूई चुभाकर बीमारियों का इलाज किया जाता है। दरअसल, हमारे शरीर में कुल 365 एनर्जी प्वाइंट होते हैं। इन प्वाइंट्स पर एक्सपर्ट सूई लगाकर, बीमारी का इलाज करते हैं। इसलिए इसे एक्यूपंचर कहा जाता है। बीमारियों का इलाज करने के लिए एक्यूपंचर को डब्लयूएचओ ने भी असरदार बताया है।
एक्यूपंचर एक चीनी चिकित्सा पद्धति है। इस चिकित्सा विधि में शरीर के कुछ विशेष हिस्सों पर सूई चुभाकर बीमारियों का इलाज किया जाता है। दरअसल, हमारे शरीर में कुल 365 एनर्जी प्वाइंट होते हैं। इन प्वाइंट्स पर एक्सपर्ट सूई लगाकर, बीमारी का इलाज करते हैं। इसलिए इसे एक्यूपंचर कहा जाता है। बीमारियों का इलाज करने के लिए एक्यूपंचर को डब्लयूएचओ ने भी असरदार बताया है।
एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर की मदद से आप कई तरह की बीमारियों का इलाज कर सकते हैं। इन दोनों में ही कुछ खास प्वाइंट्स की मदद इलाज को कारगर बनाया जाता है। एक्यूप्रेशर में कुछ प्वाइंट्स को दबाया जाता है, तो एक्यूपंचर में कुछ खास प्वाइंट्स पर सूई चुभाई जाती है। एक्यूपंचर और एक्यूप्रेशर की मदद से पुराने सिरदर्द, कमर दर्द, गर्दन दर्द, अर्थराइटिस, अनिद्रा या इंसोम्निया, मासिक धर्म में दर्द और माइग्रेन का इलाज किया जा सकता है। इतना ही नहीं इन दोनों चिकित्सा पद्धति की मदद से एंग्जायटी, डिप्रेशन या अवसाद जैसे इमोशन डिसऑर्डर का भी इलाज किया जा सकता है। लेकिन किसी भी बीमारी को एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर की मदद से ठीक करने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर में काफी अंतर है। एक्यूपंचर में प्वाइंट्स पर सूई चुभाई जाती है, जबकि एक्यूप्रेशर में उगुलियों की मदद से प्वाइंट्स को दबाया जाता है। ये प्वाइंट्स दर्दनिवारण के लिए होते हैं।
एक्यूपंचर को सिर्फ डॉक्टर या एक्सपर्ट ही कर सकते हैं। जबकि एक्यूप्रेशर को कोई भी साधारण व्यक्ति कर सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ एक बार सीखने की जरूरत होती है।
एक्यूप्रेशर हाथों से किए जाने वाला एक ट्रीटमेंट है। इसमें सूई की जरूरत नहीं होती है। एक्यूपंचर के कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
अगर सही तरीके से एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर किया जाए, तो इनसे कोई नुकसान नहीं होता है।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा विधि क्या है?
Read Full Blog...एक्यूप्रेशर चिकित्सा में शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डाला जाता है. यह चीन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है. एक्यूप्रेशर चिकित्सा की विधियां ये हैं:
एक्यूप्रेशर चिकित्सक उंगलियों, हथेलियों, कोहनी, या पैरों से दबाव डालता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सक विशेष उपकरणों का भी इस्तेमाल करता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सक शरीर के मेरिडियन पर दबाव डालता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सक शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर दृढ़ दबाव डालता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सक मोटी नोक वाली कांच की जांच का इस्तेमाल करता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सक सक्रिय बिंदु पर कुछ देर के लिए दबाव डालता है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सा से जुड़ी कुछ और बातेंः
एक्यूप्रेशर चिकित्सा में स्ट्रेचिंग या मालिश भी शामिल हो सकती है.
एक्यूप्रेशर चिकित्सा से दर्द, चिंता, तनाव, पाचन संबंधी समस्याओं, हार्ट संबंधी बीमारियों, अस्थमा, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है.
Read Full Blog...जैसे तर्जनी अंगुली के साथ अंगूठे को दबाने से सिर का दर्द तुरंत गायब हो जाता है।
2 मिनट में सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए करें ये उपाय
सिरदर्द से परेशान आजकल की स्ट्रेसफुल लाइफ में कई लोग सिरदर्द से परेशान रहते हैं। ...
दवाओं का सेवन ...
सिरदर्द दूर करने के घरेलू उपाय ...
माथे पर ठंडी पट्टी रखें ...
बालों को खोल लें ...
एक्यूप्रेशर करें ...
5 मिनट तक रिपीट करें ...
च्युइंग गम न चबाएं।
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एक्यूप्रेशर द्वारा गैस का इलाज कैसे करें।
Read Full Blog...ओ इसे पढ़ने से पहले इसके बारे में जरूर जाने।
ST36 प्वाइंट घुटने से करीब 3 इंच नीचे होता है। पेट में गैस बनने पर आप अपने दो उंगुलियों को इस प्वाइंट पर रखें। दोनों उंगुलियों को इस प्वाइंट पर धीरे-धीरे घुमाएं और मसाज करें। 2-3 मिनट तक इस प्वाइंट को दबाने या मसाज करने से पेट की गैस आसानी से निकल जाती है।
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कौन सी उंगली दबाने से सिर दर्द ठीक होता है।
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