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" To Present local Business identity in front of global market"
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हेल्लो दोस्तों जैसा की आप सब जानते है पैसा खुदा नहीं पर खुदा से कम भी नहीं है यह कहावत आज के समय पर बिल्कुल सही प्रतीत होती दिख रही हैं क्युकी यदि किसी व्यक्ति के पास भरपूर पैसे है तो वह अपनी सभी जरूरतों को पूरा कर सकता है लकिन पैसो के आभाव में इंसान कुछ भी कर पाने में असमर्थ होता है और आर्थिक तंगी का सामना करने लगता है | इस आर्थिक तंगी की स्थिति से बाहर निकलने के लिए व्यक्ति पर्सनल लोन का सहारा लेता है या रिश्तेदारो से पैसो की मांग करता है | जहां रिश्तेदार पैसे देने से कतराते है वही बैंको से पर्सनल लोन बहुत ज्यादा इन्ट्रेस्ट रेट पर और बहुत ही कम समय के लिए मिलता है |
यदि आप पैसो के लिए कोई सस्ता और आसान विकल्प ढूढ़ रहे है तो सबसे अच्छा विकल्प है lic पोलिसी पर लोन क्युकी आपको एक LIC पोलिसी पर अच्छा सा पर्सनल लोन मिल जाता है | यह लोन पर्सनल लोन की तुलना में काफी सस्ता होता है क्युकी इसमें लोन लेने के लिए लोन पर लगने वाले प्रोसेसिंग चार्जेस, व्याज दर, जरुरी दस्तावेजो की जरुरत थोडी कम पड़ती है | तो चलिए जानते है LIC पोलिसी पर लोन कैसे ले, पोलिसी पर लोन लेने के लाभ, LIC से बीमा लोन लेने के लिए जरुरी दस्तावेज आदि से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी के लिए आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा |
LIC इन्सुरेंस पर लोन लेने के कई सारे फायदे है जिसे जानकर हम बहुत आसानी से इन्सुरेंस लोन ले सकते है तो चलिए जानते है |
LIC के तरफ से कई प्रकार के इन्सुरेंस प्लान/पोलिसी लोंच की गई है लेकिन सभी पोलिसी पर बीमा लोन नहीं दिया जाता है | लोन लेने से पहले यह देखना जरुरी हैं की आपकी इन्सुरेंस पोलिसी बीमा लोन लेने की योग्यता रखती है या नहीं तो चलिए जानते है इसके बारे में |
LIC इन्सुरेंस पोलिसी : जिस पर लोन मिलता है
LIC personal Loan के लिए कुछ पोपुलर LIC पोलिसी -:
LIC इन्सुरेंस पोलिसी : जिस पर लोन नहीं मिलता
नोट -: इन टर्म लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी पर बीमा लोन नहीं मिलता है क्युकी इस पोलिसी पर सरेंडर वैल्यू और नकद वैल्यू जमा नहीं की जाती है |
LIC से किसी भी प्रकार का Insurance Loan लेने से पहले सबसे पहले उसके नियम और शर्तो को जानना बहुत जरुरी है जिसके बिना आप कोई भी Bima Loan नहीं ले पाएगे |
बीमाधारक को पोलिसी पर लोन लेने के लिए किसी विशेष वेरिफिकेशन की प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता है क्युकी बीमाधारक बीमा पोलिसी लेते समय सभी जरुरी डॉक्यूमेंटेशन करा लिया होता है |
LIC इन्सुरेंस पोलिसी पर लोंन लेने के लिए बीमाधारक की बीमा पोलिसी का सरेंडर वैल्यू देखा जाता है और बीमा पोलिसी की सरेंडर वैल्यू का 80 से 90% राशि लोन के रूप में बीमाधारक को दे दी जाती है |
सरेंडर वैल्यू :- प्रीमियम के रूप में भरा गया टोटल अमाउंट का मौजूदा मूल्य जब आप अपनी इक्छा से पोलिसी को समाप्त करना चाहते है अर्थात पोलिसी को सरेंडर करना चाहते है |
उदाहरण/Example – मान लीजिये आप कोई 20 लाख की एक LIC पोलिसी लेते है और उस बीमा पोलिसी के बदले आप लोन लेना चाहते है यदि प्रीमियम के रूप में आप ने 10 लाख रूपए का भुगतान किये है तो उस समय आपकी सरेंडर वैल्यू 10 लाख रूपए की होगी और उसका आपको लोन के रूप में 8 लाख से लेकर 8.5 लाख तक मिलेगा |
लोन लेने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेजो का होना अति आवश्यक है यदि इनमे से किसी जरुरी डाक्यूमेंट्स में कमी है तो आपका पर्सनल लोन रिजेक्ट हो सकता है |
LIC बीमा पोलिसी पर लोन लेने की दो तरीके है जिसकी मदद से आप लोन ले सकते है पहला – ऑफलाइन तरीका और दूसरा – ऑनलाइन तरीका है | यदि देखा जाए तो दोनों तरीको में से अभी सबसे आसान तरीका ऑफलाइन है जबकि ऑनलाइन तरीके से पोलिसी लोन लेना थोडा सा कठिन है क्युकी LIC द्वारा पोलिसी लोन लेने के लिए ऑनलाइन तरीका अभी से चालू किया गया है जिसका अभी तक प्रॉपर सेटअप नहीं हो पाया है |
ऑफलाइन तरीके से LIC पोलिसी पर लोन लेने के लिए आपको कुछ जरुरी बातो और कुछ जरुरी दस्तावेजो को साथ ले जाना होगा जो की निम्न है |
LIC पोलिसी पर लोन लेने के लिए ऑनलाइन तरीका थोडा सा जटिल है | इसके लिए आवेदक का NEFT होना जरुरी है और ऑनलाइन पोलिसी लोन के लिए आपको अपने LIC होम ब्रांच में जाना जरुरी नहीं है इसके लिए आप किसी भी अपने नजदीकी ब्रांच में जा सकते है तो चलिए जानते है इसके बारे में |
नोट – बीमा लोन के लिए लोन फॉर्म पर एक रूपए के स्टाम्प लगाकर उसके ऊपर हस्ताक्षर करना जरुरी है | लोन फार्म आप lic इंडिया की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी डाउनलोड करके भर सकते है |
भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा दी जाने वाली बीमा पोलिसी पर लोन के कुछ नियम और शर्ते भी है जिसको जानना बहुत जरुरी है |
lic के जीवन बीमा पोलिसी से लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है की उस बीमा लोन को चुकाने का पूरा समय मिलता है | आप चाहे तो उस पोलिसी की मेच्चेयोरटी अवधी तक लोन को चुका सकते है इस पर कोई तय समय सीमा नहीं है |
भारतीय जीवन बीमा निगम के द्वारा जारी की गयी इन्सुरेंस पोलिसी पर बीमा लोन की कुछ सीमाए भी है जिसके अंदर रहकर ही LIC बीमा पर लोन प्रदान कर सकता है | आपको इससे संबंधित समस्त सीमाए जानना बहुत जरुरी है नहीं तो आपको पोलिसी के लोन पर कुछ बाधाए अ सकती है |
LIC पोलिसी पर लोन लेने के बाद आपको लोन की EMI ऑनलाइन चुकाने के लिए LIC India की अधिकारिक वेबसाइट पर आ कर ई-सेवा पोर्टल पर लॉग इन करना होगा इसके बाद Loan Details सेलेक्ट करना होगा |
इसके बाद आप लोन की अन्य जानकारी देख सकते है जैसे की लोन भुगतान की तारीख, बचा हुआ लोन अमाउंट आदि | अब आप भारत के किसी भी बैंक को सेलेक्ट करके अपनी लोन राशि का भुगतान कर सकते है इसके लिए आप डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग का इस्तमाल कर सकते है |
धन्यवाद मित्रो, हमने इस आर्टिकल में LIC इन्सुरेंस पोलिसी पर लोन कैसे मिलेगा, LIC पोलिसी से लोन लेने के फायदे क्या है, पोलिसी लोन पर लोन कितना मिलता और ब्याज दर कितनी होती है, LIC पोलिसी पर लोन लेने का ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रक्रिया क्या है और इससे जुडी हुई समस्त जानकारिया कवर किए है | इस आर्टिकल में दी गई समस्त जानकारी LIC इन्सुरेंस एडवाईजर द्वारा दी गई है जो मौजूदा नियम – शर्तो पर आधारित है जिसमे किसी भी प्रकार की त्रुटी होने की संभावना काफी कम है फिर भी यदि जानकारी में कोई त्रुटी रह जाती है तो आप हमें कमेन्ट करके जरुर बताईएगा | हमसे कोई भी सवाल पूछने के लिए आप Contact Form के माध्यम से पूछ सकते है और हमसे जुड़ने के लिए हमारे Bimamoney.com को सब्सक्राइब भी कर सकते है |
यह एक प्रकार इन्सुरेंस कंपनी द्वारा जारी क़ानूनी दस्तावेज होता है जिस पर बीमाधारक ( पोलिसी होल्डर ) LIC से लोन लेने के लिए हस्ताक्षर करता है |
प्रीमियम के रूप में भरा गया टोटल अमाउंट का मौजूदा मूल्य जब आप अपनी इक्छा से पोलिसी को समाप्त करना चाहते है अर्थात पोलिसी को सरेंडर करना चाहते है |
Read Full Blog...बच्चों और परिवार की वित्तीय सुरक्षा के लिए, लीछ जीवन लक्ष्य प्लान सबसे उपयुक्त है। यह बचत का संग्रह है और इसमें जोखिम कारक भी शामिल है। यह एक सीमित प्रीमियम भुगतान योजना है जो नोन-लिंक्ड और पार्टिसिपेटिंग एंडॉवमेंट आश्वासन योजना के साथ वर्गीकृत है। यह योजना वर्ष 2015 में मार्च महीने में शुरू हुई थी। पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में, यह योजना वार्षिक आय प्रदान करेगी जो मृतक के परिवार के लिए फायदेमंद हो सकती है। परिपक्वता अवधि के अंत में एकमुश्त राशि भी दी जाती है भले ही पॉलिसीधारक जीवित है या नहीं। यह योजना ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है। इसलिए इस पॉलिसी को खरीदने के लिए एजेंटों से संपर्क करने की ज़रूरत है कोई भी व्यक्ति कंपनी कार्यालयों की शाखा का दौरा करके या अपने एजेंटों से मिलकर इस योजना को खरीद सकता है।
परिपक्वता लाभ:
इस योजना से परिपक्वता लाभ हैं। यदि पॉलिसीधारक ने पूर्ण प्रीमियम का भुगतान किया है और पॉलिसी समाप्ति अवधि तक जीवित रहता है तो परिपक्वता पर निहित सरल रिवर्सनरी लाभ और अंतिम अतिरिक्त बोनस यदि कोई है तो जोड़ा जाएगा ।परिपक्वता पर बीमा राशि मूल बीमा राशि के समान है।
मृत्यु का लाभ:
पॉलिसी में मृत्यु लाभ भी है। इस लाभ के तहत, यदि पॉलिसी धारक पॉलिसी की अवधि के भीतर मर जाता है तो मृत्यु पर बीमा राशि, सरल रिवर्सनरी बोनस और अंतिम अतिरिक्त बोनस दिया जाएगा। इस नीति के लिए, कर लाभ भी हैं। योजना के लिए भुगतान किया गया प्रीमियम 80 सी के तहत आयकर पर छूट का लाभ उठाने के लिए स्वीकार्य है और परिपक्वता राशि धारा 10 डी के अनुसार कर से मुक्त है।
भारतीय जीवन बीमा निगम की पॉलिसी व्यवस्था में बड़े ही सरल नियम है और इस तरह, कोई बहिष्करण प्रदान नहीं किया जाता है।हालांकि, आत्महत्या के लिए एक खंड है जो जीवन लक्ष्य प्लान के लिए उपयुक्त है। यदि जीवन बीमाधारक या पॉलिसीधारक पॉलिसी शुरू होने की तिथि से 12 महीने के भीतर आत्महत्या करता है, तो भुगतान किए गए सिंगल प्रीमियम का 80% (करों को छोड़कर) और अतिरिक्त प्रीमियम (यदि कोई हो) वापस कर दिया जाएगा।
लीछ की जीवन लक्ष्य योजना खरीदने के लिए निम्न दस्तावेजों को जमा किया जाना है।
योजना प्रस्ताव प्रपत्र होना चाहिए जिसे विधिवत भरा और हस्ताक्षरित किया जया हो। इसके अलावा पहली अवधि के लिए चेक या नकदी जमा करनी होगी। आपको पासपोर्ट आकार की तस्वीर और एक वैध पहचान प्रमाण जमा करने की आवश्यकता है जो आपके आवासीय पते का विवरण आपकी जन्मतिथि और अन्य विवरण देता है। एक आय प्रमाण दस्तावेज भी साथ में संलग्न किया जाना है।
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LIC भारत की सर्वश्रेष्ठ जीवन बीमा कंपनी है जो जीवन बीमा के क्षेत्र में ग्राहकों की सबसे लोकप्रिय बीमा कंपनी है जिसका क्लेम सेटलमेंट रेशियो सभी जीवन बीमा कंपनी में सबसे अधिक है | आज हम इसी कंपनी LIC द्वारा लोंच किए भारत के सर्वश्रेष्ठ जीवन बीमा प्लान जीवन उमंग टेबल नंबर 945 के बारे में जानेगे | LIC द्वारा पहले से चल रही जीवन बीमा पोलिसी जीवन उमंग Table No. 845 को कुछ बदलाव के साथ 1 फरवरी 2020 को जीवन उमंग Table No. 945 को शुरू किया गया है |
दोस्तों जीवन उमंग प्लान की विशेषताए जानकर आप हैरान हो जाएगे क्युकी यह एक होल लाइफ प्लान है जो आपको 100 वर्ष तक की जीवन बीमा कवरेज प्रदान करता है | इस प्लान को लेने के बाद जब आपकी पोलिसी का पीपीटी (PPT) – premium paying term समाप्त हो जायेगा तब उसके बाद बीमाधारक को टोटल सम-इन्सोर्ड अमाउंट का 8% प्रति वर्ष पेंशन के रूप में मिलने लगता है और यह आपको तब तक मिलता है जब तक आप जीवित रहते है अधिकतम 100% वर्ष तक इसके बाद आपको टोटल मेच्चेयोरटी अमाउंट और बोनस के साथ नॉमिनी को प्रदान कर दिया जाता है तो चलिए दोस्तों आज हम Jeevan umang LIC plan hindi में विस्तार से जानेगे जिसमे जीवन उमंग पॉलिसी क्या है :- Jeevan Umang Plan 945, जीवन उमंग प्लान के फायदे, जीवन उमंग प्लान की शर्तें व नियम और इसके लिए आवश्यक दस्तावेज क्या है जानेगे इसके लिए आपको यह आर्टिकल शुरू से लेकर अंत तक पढ़ना पड़ेगा |
भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा 1 फरवरी 2020 से शुरू किया गया एक प्लान है जो की एक प्रकार का होल लाइफ प्लान है | यह बीमाधारक को सम्पूर्ण जीवन की कवरेज 100 वर्षो तक प्रदान करता है जिसमे बीमाधारक को मेच्चेयोरटी के पहले जब तक बीमाधारक जीवित रहता है उसको Sum insured amount का 8 प्रतिशत प्रति वर्ष पेंशन के रूप में प्रदान किया जाता है |
जब बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो सम्पूर्ण राशि, बोनस के साथ बीमित व्यक्ति को प्रदान कर दी जाती है | अतः इस पोलिसी को जीवन के साथ भी और जीवन के बाद भी के नाम से जाना जाता है |
नाम | LIC's Jeevan Umang |
प्लान नंबर | 945 |
UIN No. | 512N312V02 |
कंपनी | Life Insurance Corporation of India / भारतीय जीवन बीमा निगम |
वेबसाइट | www.licindia.in |
Jeevan umang LIC plan hindi में आज हम जानेगे की इस प्लान को लेने के क्या-क्या फायदे है तो चलिए जानते है इसके बारे में |
जीवन उमंग प्लान का यह सबसे यूनिक फायदा है जिसमे बीमाधारक के प्रीमियम भुगतान अवधी समाप्त होते ही उसके टोटल सम- इन्स्योर्ड का 8 प्रतिशत प्रति वर्ष पेंशन के रूप में आजीवन अवधि तक प्रदान किया जाता है | उदाहरण :- जैसे यदि कोई व्यक्ति 10 लाख का सम इन्स्योर्ड अमाउंट की पोलिसी लिया है तो उसके प्रीमियम की समाप्ति के बाद उसको 80 हजार रूपए प्रति वर्ष आजीवन ( अधिकतम 100 वर्ष तक ) प्रदान किया जाता है |
Lic jeevan umang plan के अंदर लोन की सुविधा भी प्रदान की जाती है इसके लिए पोलिसी को कम से कम 3 वर्षो तक चलाना पड़ता है | लोन का अमाउंट सरेंडर वैल्यू पर और पोलिसी कितने समय तक चली है इस पर निर्भर करता है |
यह पोलिसी आप अपने बच्चो के लिए या अपने पोते-पोतियों के लिए भी ले सकते है इसके लिए इसमें यह सुविधा प्रदान की गयी है | डेट बैकिंग के माध्यम से यह अपने बच्चो के बर्थ डेट पर या मैरिज एनुवार्शरी के दिन पोलिसी को डेट ऑफ़ कमिटमेंट के माध्यम से उसी दिन ले कर उनको एक गिफ्ट के तौर पर दे सकते है |
जब उनके प्रीमियम भरने का समय समाप्त होगा तो उसी डेट पर टोटल सम-इन्स्योर्ड का 8% प्रदान कर दिया जायेगा जो माता-पिता द्वारा अपने बच्चो के लिए गिफ्ट हो सकता है |
बीमाधारक द्वारा Jeevan umang पोलिसी लेने के दिन से लेकर 100 वर्ष की अवधि तक पुरे पोलिसी पीरियड के अंदर यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो इस दौरान नॉमिनी को टोटल सम-इन्स्योर्ड और उस समय तक का बोनस प्रदान कर दिया जाता है |
ऐसे समय में बोनस का अमाउंट पोलिसी पीरियड के समय पर निर्भर करता है अर्थात पोलिसी जितनी समय तक चलेगी बोनस उतना ही ज्यादा प्रदान किया जायेगा |
Jeevan umang LIC plan hindi में जानते है की इसमें टैक्स बेनिफिट भी प्रदान किया जाता है | यदि बीमाधारक प्रीमियम का भुगतान करता है तो उसको इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स पर छूट प्रदान की जाती है |
बीमाधारक को मेच्चेयोरटी का भुगतान और मृत्यु के समय नॉमिनी को डेथ बेनिफिट के समय इनकम टैक्स के सेक्शन 10(10D) के तहत टैक्स पर छूट प्रदान किया जाता है |
Jeevan umang LIC plan hindi जो की बच्चे के जीवन को भी सुरक्षित करती है और आप अपने बच्चो के लिए भी ले रहे है तो यह जानना बहुत जरुरी है की बच्चे के रिस्क की कवरेज कब से शुरू होती है |
Jeevan umang LIC plan hindi में आज हम जानेगे की इस प्लान को लेने के क्या नियम और शर्ते है ताकि हम अपने जरुरत के हिसाब से सही टर्म की पोलिसी का चुनाव कर सके |
क्र. नं. | नाम | ऑप्शन 1 | ऑप्शन 2 | ऑप्शन 3 | ऑप्शन 4 |
1. | पीपीटी (PPT) – premium paying term | 15 वर्ष | 20 वर्ष | 25 वर्ष | 30 वर्ष |
2. | प्लान खरीदने की अधिकतम उम्र | 55 वर्ष | 50 वर्ष | 45 वर्ष | 40 वर्ष |
3. | प्लान खरीदने की न्यूनतम उम्र | 15 वर्ष | 10 वर्ष | 5 वर्ष | 90 दिन |
4. | PPT के ख़त्म होते समय न्यूनतम उम्र | 30 वर्ष | 30 वर्ष | 30 वर्ष | 30 वर्ष |
5. | PPT के ख़त्म होते समय अधिकतम उम्र | 70 वर्ष | 70 वर्ष | 70 वर्ष | 70 वर्ष |
6. | पोलिसी मेच्चेयोरटी के समय उम्र | 100 वर्ष | 100 वर्ष | 100 वर्ष | 100 वर्ष |
7. | न्यूनतम सम-अस्योर्ड अमाउंट | 2 लाख रूपए | 2 लाख रूपए | 2 लाख रूपए | 2 लाख रूपए |
8. | अधिकतम सम-अस्योर्ड अमाउंट | कोई सीमा नहीं | कोई सीमा नहीं | कोई सीमा नहीं | कोई सीमा नहीं |
LIC जीवन उमंग प्लान खरीदने से पहले बीमाधारक व्यक्ति को प्लान से जुडी हुई दस्तावेजो के बारे विस्तार से जानकारी होना बहुत जरुरी है तो चलिए जानते है इसके बारे में |
LIC के जीवन उमंग प्लान के इतने फायदे है जो आपको किसी और दुसरे प्लान में देखने को नहीं मिलेगा | इसके अतिरिक्त जीवन उमंग प्लान अपने ग्राहकों को कुछ अन्य फायदे पहुचाने के राइडर प्लान भी ऑफर करता है जिसको बीमाधारक अपने जरुरत के हिसाब से ले सकता है और अतिरिक्त लाभ उठा सकता है |
नोट – राइडर का मतलब प्लान के अलावा अतिरिक बेनिफिट होता है जिसको लेने के लिए बीमाधारक को अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है | यदि बीमाधारक पोलिसी अपने बच्चे के लिए खरीद रहा है तो उसे प्रीमियम वेवर बेनिफिट राइडर जरुर लेना चाहिए क्युकी यदि बीमाधारक को कुछ हो जाए तो बचे हुए प्रीमियम का भुगतान बीमा कंपनी स्वयं करेगी |
ग्रेस पीरियड का मतलब होता है प्रीमियम भरने के लिए अतिरिक्त समय | ग्रेस पीरियड के दौरान पूरी कवरेज बनी रहती है और इस दौरान यदि क्लेम आता है तो LIC उसका पूरा भुगतान करती है |
ग्रेस पीरियड इस बात पर निर्भर करता है की बीमाधारक प्रीमियम का भुगतान करने के लिए कौन सा पेमेंट मोड अपने लिए चुना है |
जीवन उमंग प्लान में इसकी भी सुविधा प्राप्त होती है | यदि बीमाधारक 3 वर्ष या इससे अधिक समय तक प्रीमियम का भुगतान लगातार करता है तो बीमाधारक अपने पोलिसी को सरेंडर कर सकता है |
यदि आप किसी वजह से प्रीमियम का भुगतान नहीं कर पाते तो कुछ समय बाद आपकी की पोलिसी बंद हो जाती है तो बंद हुई पोलिसी को पुनः चालू करना रिवाइवल ऑफ़ पोलिसी कहलाता है |
यदि आपकी पोलिसी बंद हो गई या पेड-अप वैल्यू में चली गई तो बीमाधारक जीवन उमंग पोलिसी को 5 वर्ष के भीतर कभी भी बचे हुए प्रीमियम का भुगतान ब्याज ( Intrest ) के साथ करके इस पोलिसी को चालू कर सकता है | ध्यान रहे अन्य LIC पोलिसी में यह 2 वर्ष के लिए मिलता है |
पेड-अप वैल्यू ही lic के जीवन उमंग पोलिसी को सबसे अलग और सबसे अच्छी बनाता है | यदि बीमाधारक लगातार 3 वर्ष या उससे कुछ अधिक समय तक पोलिसी का प्रीमियम भरा है और फिर पोलिसी का प्रीमियम नहीं भर पाता है तो भी बीमाधारक की पोलिसी बंद नहीं होती बल्कि उसके घटे हुए सम-अस्सोर्ड के साथ चलती रहती है और यह पोलिसी तब तक चलेगी जब तक बीमाधारक की मृत्यु न हो जाए या बीमाधारक पोलिसी को बंद न कर दे |
शर्त – 1. पोलिसी कम से कम 3 वर्षो तक चली हो | 2. पेड-अप वैल्यू कम से कम 2 लाख हो या ज्यादा हो अर्थात बीमाधारक जितना प्रीमियम का भुगतान किया है उसकी टोटल वैल्यू 2 लाख तक होनी चाहिए |
यदि आप LIC Jeevan Umang plan को ऑनलाइन घर बैठे आवेदन करना चाहते है तो आप कर सकते है बस इससे जुडी हुई कुछ जानकारिया आपके पास होनी चाहिए जिससे आवेदन के दौरान आपको किसी प्रकार से परेशानी का सामना न करना पड़े |
यदि बीमा खरीदने वाले व्यक्ति को ऑनलाइन फॉर्म भरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो व्यक्ति भारतीय जीवन बीमा निगम की पास की ब्रांच ऑफिस में जाकर ऍलआईसी जीवन उमंग का प्लान no. 945 खरीद सकता है |
जीवन उमंग पोलिसी एक होल लाइफ प्लान जो बीमाधारक को 100 वर्ष तक की कवरेज प्रदान करता है और PPT ख़त्म होते ही बीमित व्यक्ति को उसके टोटल सम-अस्सोर्ड अमाउंट का 8% पेंशन के रूप में रिटर्न प्रदान करता है |
जीवन उमंग पोलिसी बीमित व्यक्ति को पुरे लाइफ की कवरेज प्रदान करता है साथ ही उसको डेथ बेनिफिट, टैक्स बेनिफिट, 8% पेंशन क रूप में रिटर्न और सरवाईवल बेनिफिट आदि प्रकार के फायदे प्राप्त होते है |
जब आप LIC से Insurance policy खरीदते है तो उस समय जीवन उमंग टेबल नंबर 945 का चुनाव करते है जो बीमाधारक को lic के प्लान की आइडेंटिटी प्रदान करता है |
जीवन बीमा के क्षेत्र में भारत की सबसे अच्छी LIC पोलिसी जीवन उमंग प्लान है जो आपको बहुत कम प्रीमियम में पूरी लाइफ का कवरेज प्रदान करता है |
जीवन उमंग प्लान 845 को lic द्वारा सबसे पहले लोंच किया गया था लेकिन 1 फरवरी 2020 को इसमें कुछ परिवर्तन करते हुए एलआईसी द्वारा इसे एक नए नाम जीवन उमंग प्लान नंबर 945 के नाम से लोंच किया गया है |
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आज हम एक ऐसे बीमा प्लान के बारे में जानने जा रहे है जिसने जीवन बीमा के क्षेत्र में धूम मचा दी है | जी है दोस्तों और वह है LIC का जीवन लाभ प्लान नं. 936 जिसे LIC ने जीवन लाभ प्लान 836 की जगह कुछ नए फीचर के साथ 2020 में लोंच किया है | यह LIC का सबसे ज्यादा बिकने वाले प्लानों में से एक है | आज हम LIC jeevan labh policy in hindi में में जानेगे की LIC जीवन लाभ क्या है | LIC जीवन लाभ के फायदे क्या-क्या है | LIC जीवन लाभ को लेने के नियम और शर्ते क्या है आदि और भी विस्तार से जानने के लिए आपको यह आर्टिकल अंत तक पूरा पढ़ना पड़ेगा |
यह LIC ( Life Insurance Corporation of India – भारतीय जीवन बीमा निगम ) द्वारा शुरू किया गया एक नॉन-लिंक्ड प्लान है अर्थात शेयर मार्केट के रिस्क से जुड़ा हुआ नहीं है यह एक लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट प्लान है अर्थात बीमित व्यक्ति को चुने हुए पॉलिसी पीरियड से कम समय तक प्रीमियम का भुगतान करना है यह एक With Profit प्लान है अर्थात LIC अपने फाइनेंसियल परफॉर्मेंस के आधार पर प्रॉफिट को वेस्टेड सिम्पल रिवार्संनरी बोनस + फाइनल एडिसनल बोनस के आधार पर बीमाधारक के साथ शेयर करती है |
यह प्लान पहले LIC जीवन लाभ प्लान 836 के नाम से जाना जाता था जिसे LIC ने कुछ बदलाव और नए फीचर के साथ 1 फरवरी 2020 को एक नए नाम LIC जीवन लाभ प्लान नं. 936 के नाम से लोंच की है |
नाम | LIC's Jeevan Labh |
प्लान नं. | 936 |
UIN No. | 512N304V02 |
कंपनी | Life Insurance Corporation of India – भारतीय जीवन बीमा निगम |
वेबसाइट | www.licindia.in |
उद्देश्य | लॉन्ग टर्म फाइनेंसियल गोल को पाना, बच्चो की शादी और पढ़ाई के लिए | |
LIC jeevan labh policy in hindi में जानेगे इसके फायदो की बारे में है | बीमाधारक को जीवन बीमा लेने से पहले सभी प्रकार के फायदो के बारे में जानना बहुत जरुरी है ताकि अपने जरुरत के हिसाब से सही जीवन बीमा प्लान का चूनाव कर सके तो चलिए जानते है इसके जीवन लाभ के फायदे के बारे में |
LIC जीवन लाभ प्लान के अंदर लोन की सुविधा भी प्रदान की जाती है जिससे बीमाधारक जरुरत पड़ने पर पॉलिसी बोंड को गिरवी रख कर लोन की प्रप्ति कर सकता है इसके लिए जरुरी है की बीमाधारक की पॉलिसी कम से कम 2 वर्ष चलाई गयी हो | लोन का अमाउंट सरेंडर वैल्यू और पॉलिसी कितनी चली है इस बात पर निर्भर करता है |
पॉलिसी का समय पूरा होने के बाद बिमाधारक को मेच्चेयोरटी बेनिफिट प्रदान कर दिया जाता है इस मेच्चेयोरटी बेनिफिट लेने के दो तरीके मौजूद होते है बीमाधारक अपने सुविधा के अनुसार मेच्चेयोरटी पेमेंट मोड़ का चुनाव कर सकता है |
A. सिंगल पेमेंट मोड़ – इसमें बीमाधारक अपने सभी मेच्चेयोरटी अमाउंट को एक साथ ले सकता है |
B. इनस्टॉलमेंट पेमेंट मोड़ – इसमें यदि बीमाधारक चाहे तो अपने मेच्चेयोरटी अमाउंट को 5, 10 या 15 वर्ष के इनस्टॉलमेंट में ले सकता है और यह इनस्टॉलमेंट मासिक / तिमाही / अर्द्ध वार्षिक या वार्षिक के रूप में ले सकता है |
बीमाधारक चाहे तो पूरा अमाउंट एक बार इनस्टॉलमेंट में ले चाहे तो कुछ मेच्चेयोरटी अमाउंट एक बार में ले और बाकि इनस्टॉलमेंट में यह बीमाधारक के ऊपर निर्भर करता है |
इस ऑप्शन का चुनाव बीमाधारक जब तक जीवित है कर सकता है इसका चुनाव नॉमिनी नहीं कर सकता है |
LIC jeevan labh policy in hindi में जानते है की डेथ बेनिफिट कैसे प्रदान किया जाता है | बीमाधारक के पॉलिसी लेने के दिन से लेकर पुरे पॉलिसी पीरियड तक के समय में में यदि बीमाधारक की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो नॉमिनी को डेथ बेनिफिट प्रदान कर दिया जाता है |
इसमें नॉमिनी को पूरा सम-अस्योर्ड अमाउंट और वेस्टेड सिम्पल रिवार्संनरी बोनस भी प्रदान किया जाता है लेकिन यह बोनस पॉलिसी के समय पर निर्भर करता है |
LIC जीवन लाभ प्लान का प्रीमियम भरने पर बीमाधारक को इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स पर छूट प्रदान की जाती है |
बीमाधारक को मेच्चेयोरटी अमाउंट पर और नॉमिनी को डेथ बेनिफिट पर इनकम टैक्स के सेक्शन 10(10D) के तहत टैक्स पर छूट प्रदान की जाती है |
LIC jeevan labh policy in hindi में PPT के लिए मुख्यतः चार ऑप्शन मौजूद है |
इसके अलावा PPT में छूट भी प्रदान की जाती है और बीमाधारक को पॉलिसी पीरियड पूरा होने पर पूरा मेच्चेयोरटी अमाउंट प्रदान किया जाता है |
पॉलिसी पीरियड | 16 वर्ष | 21 वर्ष | 25 वर्ष |
PPT – प्रीमियम पेमेंट ऑप्शन | 10 वर्ष | 15 वर्ष | 16 वर्ष |
PPT में छूट | 6 वर्ष | 6 वर्ष | 9 वर्ष |
बीमाधारक द्वारा प्रीमियम न भर पाने की स्थिति में बंद हुई पॉलिसी को पुनः चालू करना रिवाइवल ऑफ़ पॉलिसी कहलाता है |
जीवन लाभ प्लान के भीतर बीमाधारक 5 वर्ष की अवधि के भीतर कभी भी पॉलिसी को रिवाइव कर सकता है बसर्ते उसे बचे हुए वर्षो के प्रीमियम का भुगतान व्याज के साथ करना होगा |
LIC जीवन लाभ पॉलिसी का 2 वर्ष या इससे अधिक समय तक पुरे प्रीमियम का भुगतान करने के बाद बीमाधारक अपनी पॉलिसी को सरेंडर कर सकता है | जीवन बीमा पॉलिसी को सरेंडर करने से बीमाधारक को फायदे की वजाय नुकसान ज्यादा होता है |
LIC जीवन लाभ पॉलिसी के भीतर पेड-अप वैल्यू को भी शामिल किया गया है | इसके अंतर्गत यदि बीमाधारक कम से कम 2 वर्ष या उससे अधिक समय तक लगातार प्रीमियम का भुगतान किया है और किसी वजह से आगे के प्रीमियम का भुगतान नहीं कर पाता है तो बीमाधारक की पॉलिसी बंद नहीं होती बल्कि भरे हुए प्रीमियम के सम-अस्योर्ड के साथ चलती रहती है |
LIC के जीवन लाभ प्लान के अंदर फ्री लुक पीरियड का भी प्रावधान किया गया है | इसके द्वारा यदि बीमाधारक LIC का जीवन लाभ प्लान लिया है और वह इस प्लान के फायदों से संतुष्ट नहीं है तो पॉलिसी लेने के 15 दिनों के भीतर इस पॉलिसी को कैंसल कर सकता है | इस स्थिति में बीमाधारक द्वारा दिए गए प्रीमियम में से कुछ शुल्क काट कर जैसे स्टाम्प शुल्क आदि बाकि बचे प्रीमियम को वापस कर दिया जाता है |
इस प्रकार LIC द्वारा बीमाधारक को 15 दिनों के भीतर पॉलिसी को वापस करने के प्रावधान को फ्री लुक पीरियड कहा जाता है |
LIC की जीवन लाभ पॉलिसी खरीदना बहुत आसान है लेकिन इसे खरीदने के कुछ नियम और शर्ते है जिसे जानना बहुत जरुरी है जिससे बीमाधारक को बीमा पॉलिसी का चुनाव करते समय किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े तो आज हम LIC jeevan labh policy in hindi में इसके बारे में जानेगे |
क्रं नं. | नाम | ऑप्शन 1 | ऑप्शन 2 | ऑप्शन 3 |
1. | पॉलिसी पीरियड | 16 वर्ष | 21 वर्ष | 25 वर्ष |
2. | PPT – premium paying term | 10 वर्ष | 15 वर्ष | 16 वर्ष |
3. | प्लान खरीदने की न्यूनतम उम्र | 8 वर्ष | 8 वर्ष | 8 वर्ष |
4. | प्लान खरीदने की अधिकतम उम्र | 59 वर्ष | 54 वर्ष | 50 वर्ष |
5. | न्यूनतम सम-अस्योर्ड अमाउंट | 2 लाख रूपए | 2 लाख रूपए | 2 लाख रूपए |
6. | अधिकतम सम-अस्योर्ड अमाउंट | कोई सीमा नहीं | कोई सीमा नहीं | कोई सीमा नहीं |
LIC जीवन लाभ को खरीदने के अपने फायदे है इन प्लानो की विशेषता यह है की इसमें लिखित सभी प्रकार की कवरेज बीमाधारक को बीमा लेने के दिन से ही शुरू हो जाती है जो पॉलिसी के अंतिम समय तक मान्य होती है लेकिन प्लान की कवरेज बीमाधारक को एक सीमा तक ही लाभ पहुचा सकती है | यदि बीमाधारक को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त कवरेज की जरुरत है तो इस प्लान में बीमाधारक राईडर की मदद लेकर अपनी कवरेज को अनिश्चित कर सकता है |
प्रत्येक राईडर के अपने-अपने खाश बेनिफिटस है जिसे बीमाधारक ले सकते है लेकिन इन राईडर प्लान को लेने के लिए बीमाधारक को कुछ अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है |
LIC jeevan labh policy को खरीदने से पहले इससे जुड़े आवश्यक दस्तावेजो के बारे में जानना बहुत जरुरी है जिससे बीमा प्लान को खरीदते समय बीमाधारक को किसी भी प्रकार की समस्याओ का सामना न करना पड़े | आज हम इसके दस्तावेज के बारे में LIC jeevan labh policy in hindi में जानेगे |
LIC की जीवन लाभ पॉलिसी उन सभी लोगो के लिए है जो भारत में निवास करते है और जिन्हें भारत की नागरिकता प्राप्त है | जीवन लाभ पॉलिसी को खरीदना बहुत आसान है लेकिन यदि इसके बारे में सही जानकारी न हो तो ग्राहक को कुछ परेशानियों का सामना करना पद सकता है तो आज हम LIC jeevan labh policy in hindi में इस प्लान को खरीदने के बारे संक्षेप में जानेगे |
LIC जीवन लाभ पॉलिसी को मुख्यतः दो तरीको से ख़रीदा जाता है |
(1) ऑनलाइन / Online –
(2) ऑफलाइन / Offline –
धन्यवाद दोस्तों, आज हमने जाना की क्या होता है LIC jeevan labh policy in hindi में, इस प्लान को खरीदने के क्या-क्या फायदे है, इस प्लान को खरीदने की क्या नियम और शर्ते है, इस जीवन लाभ प्लान को कैसे ख़रीदा जा सकता है आदि |
यदि आपको मेरा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो हमें कॉमेंट करके जरुर बताए और मुझसे किसी भी प्रकार सवाल पूछने के लिए CONTACT FORM के माध्यम या कमेंट करके पूछ सकते है हम यथा शीघ्र आपके सवाल का जवाब देगे, धन्यवाद |
Read Full Blog...1.Cancer of specified severity
2.Open chest CABG (Except Angioplasty)
3.Myocardial Infraction (First Heart Attack of specific Severity)
4.Kidney Failure with Regular dialysis
5.Major Organ/Bone Marrow Transplant (Example Heart,lung, liver,,Kidney, Pancreas)
6.Storke resulting in permanent symptom.
7.Permanent paralysis of Limb (Present for more than 30 Months)
8.Multiple sclerosis with permanent symptom
9.Aortic Surgery.
10.Primary (Idiopathic) Pulmonary Hypertension
11.Alzheimer's Disease/Dementia
12.Blindness (Both Eyes)
13.Third Degree burns
14.Open Heart Repalcement or repairs of Heart value
15.Benign Brain Tumor
Other Condition
-Waiting Period- 90 days from DOC or Revival date , waiting period not applicable for accidents.
-Survival Period- 30days from date of diagnosism ,if death occurs in the these 30 days CIR will not be paid.
इन प्लान में Critical Illness Rider ले सकते हैं
1. Plan 914
2 .Plan 915
3. Plan 920 & 921
4. Plan 936
Note CIR Rider का लाभ पूरी पालिसी अबधि में केबल एक बार ले सकते हैं
Read Full Blog...ग्राहक का बिमा कराने के लिए अभिकर्ता द्वारा ग्राहक का कलर फोटो , आयु प्रमाण पत्र एवं फोटो युक्त ID प्रूफ तथा प्रीमियम (क़िस्त ) लेनी होती है, क़िस्त सलाना, छमाही , तिमाही , या मासिक ले जाती है तीसरे महीने (खाते से) हो सकता है, मासिक क़िस्त में बिमा करते समय शुरुवात में दो महीने की क़िस्त नकद ली जाती है तीसरे महीने से खाते से कटती है।
आयु प्रमाण पत्र ('Age Proof)
1. स्कूल का कोई भी प्रमाण पत्र जैसे -मार्कशीट ,सनद ,टी सी, चरत्रि पत्र, रिजल्ट कार्ड किसी भी कक्षा का इत्यादि /
2. सरकारी कर्मचारी का आई कार्ड (उस पर जनम तिथि अंकित होनी चाहिए
3. पासपोर्ट
4.पैन कार्ड
5. ड्राइविंग लाइसेंस
6.आधार कार्ड (Full Date of Birth)
1. वोटर कार्ड
2.आधार कार्ड
3. ड्राइविंग लाइसेंस
4.मूल निवास प्रमाण पत्र
5. पासपॉर्ट
6.बैंक पास बुक (With Photo & Stamp & With Latest Entry)
7.सरकारी आई कार्ड (अगर उसमे घर का पता हैं तो)
8. पैन कार्ड तथा राशन कार्ड (अगर दोनों एक साथ दिए हैं तो अलग-अलग मान्य नहीं होंगे )
Special Note: अगर ग्राहक की पुरानी एल आई सी की कोई भी पालिसी है तो उसका विवरण निचे बीमे में अबश्य दें अन्यथा मर्त्यु दावें के समय दिक्कत होगी
Special Note: Nominee की ID Proof भी आबश्यक हैं (उपरोक्त में से कोई एक अभिकर्ता अगर संभब हो सके ग्राहक का Covid Vaccine Certificate भी ले सकते हैं
1. 1 दिन से 4 महीने 29 दिन तक के बच्चे के लिए जनम प्रमाण पत्र के रूप में मान्य होगा (जनम प्रमाण पत्र नगर पालिका या ग्राम पंचायत सेक्येटरी द्वारा ही जारी होना चाइये, हॉस्पिटल का जनम प्रमाण पात्र मान्य नहीं होगा )
2. 5 से 17 बर्ष 11 महीने 29 दिन तक के बच्चे के लिए स्कूल का कोई कार्ड भी प्रमाण पात्र जैसे Result Card,स्कूल पहचान पत्र (ID Card) स्कूल पेड पर लिखा गया जन्मतिथि का बिबरन (जिस पर प्रधानाचार्य की मोहर ब हस्ताक्षर अनिवार्य है इत्यादि/
नोट- बच्चो का बीमा करने में बच्चो के आयु प्रमाण पत्र के साथ पिता का भी आयु प्रमाण पत्र लगाना अनिवार्य है जो भी उपलब्ध हो तथा फोटो युक्त ईद प्रूफ भी पिता की ही लगेगी क्यूंकि बच्चे की ईद प्रूफ मान्य नहीं है फोटो दोनों के लगेंगे (बच्चे तथा पिता दोनों के)
जैसे
a. फार्म संख्या 300- यह 18 वर्ष की आयु से ऊपर बाले सभी ग्राहकों के लिए भरा जायेगा
b. फार्म संख्या 360- यह 1 दिन के बच्चे से 17 वर्ष 11 महीने 29 दिन तक की आयु बाले बच्चे के बीच में प्रयोग होगा
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बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने पॉलिसीधरकों के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए एक सुविधा दी हुई है। इसके तहत पॉलिसीधारक किसी भी बीमा कंपनी के खिलाफ इरडा के पास अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
जानिए कैसे दर्ज करा सकते हैं अपनी शिकायत:
बीमा कंपनी में शिकायत आपको सबसे पहले उस बीमा कंपनी के शिकायत निवारण अधिकारी (GRO) से संपर्क करना चाहिए. आप उनसे लिखित शिकायत देकर अपनी समस्या व्यक्त कर सकते हैं. वह अधिकारी एक निश्चित समय-सीमा में आपकी शिकायत दूर करने की कोशिश करेगा.
अगर आपको वहां से 15 दिन में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता तो आप सीधे इरडा से संपर्क कर सकते हैं.
इन चार तरीकों से कर सकते हैं इरडा को शिकायत-
शिकायत के लिए इरडा के कंज्यूमर रिड्रैसल डिपार्टमेंट के ग्रीव्येंस रिड्रैसल सेल के टोल फ्री नंबर 155255 या 1800 4254 732 पर कॉल कर सकते हैं।
मेल पर शिकायत करने के लिए जरूरी दस्तावेजों के साथ [email protected] पर मेल कर सकते हैं।
इरडा के ऑनलाइन पोर्टल इंटिग्रेटिड ग्रीव्येंस मैनेजमेंट के माध्यम से भी शिकायत दर्ज की जा सकती है। इसके लिए अपनी शिकायत को igms.irda.gov.in पर दर्ज कर मॉनिटर कर सकते हैं।
इरडा को शिकायत लिखकर भी भेज सकते हैं-
इसके लिए कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन फॉर्म को डाउनलोड कर प्रिंट निकाल लें। इसके बाद इस फॉर्म के साथ जरूरी दस्तावेज लगाकर पोस्ट या कोरियर कर सकते हैं।
इस लेटर को नीचे दिये गए पते पर भेज सकते हैं-
जनरल मैनेजर
बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा)
कंज्यूमर अफेयर डिपार्टमेंट- ग्रेव्येंस रिड्रैसल सेल
*अगर आप चाहें तो शिकायत डाक से इरडा को भेज सकते हैं. पता है :
Sy.No.115/1, फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट, नानकरामगुडा,
गच्छीबाउली, हैदराबाद-500032
प्रोसेसिंग-
ऊपर बताए गये किसी भी माध्यम से की गई शिकायत को इंश्योरेंस कंपनी को फॉर्वड कर दिया जाता है। ताकि कंपनी निर्धारित समय में कंज्यूमर को जवाब दे। अगर आप कंपनी की ओर से मिले जवाब से संतुष्ट नहीं है तो आपकी शिकायत को लोकपाल के पास भेज दिया जाता है।
किन बातों का रखें ध्यान-
अगर यहां शिकायत करने के बाद कुछ नहीं होता है तो आप बीमा लोकपास के पास इसकी शिकायत कर सकते हैं.
क्या है बीमा लोकपाल
बीमा लोकपाल बीमाधारक और बीमा कंपनी के बीच कोर्डिनेशन करता है और कागजों के आधार पर क्लेम का एक अमाउंट तय भी कर सकता है. अगर बीमाधारक क्लेम की राशि से सहमत है तो आदेश पास कर दिया जाता है और कंपनी को 15 दिनों में उसका पालन करना होता है. फिर लोकपाल फैसला सुनाता है, जिसे बीमा कंपनी को मानना ही होता है.
इसके अलावा आप कंज्यूमर कमीशन में कंपनी के खिलाफ अपनी अपील डाल सकते हैं. इसके लिए ऑनलाइन भी शिकायत करने की सुविधा है. हालांकि, बाद में आपको कंज्यूमर कोर्ट में मौजूद होना होगा और फिर आपकी न्याय दिलवाने की पूरी कोशिश की जाएगी. हालांकि, इसमें क्लेम करने वाले लोगों को इंश्योरेंस कंपनी की सभी शर्तों को पूरा करना होता है, इसके बाद भी क्लेम रिजेक्ट होता है तो आपको जरूर न्याय मिलता है.
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