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Final result election 2024 ,election result 2024


NDA won sheets 288 INDIA won sheets 224 Other won sheets 31 The 2024 Indian general elections have concluded, and the results were announced on June 4 means today. The Bharatiya Janata Party (BJP), led by Prime Minister Narendra Modi, has maintained a significant lead over the opposition, securing a majority of the 543 Lok Sabha seats. This election was held in seven phases from April 19 to June 1... Read More

NDA won sheets 288 INDIA won sheets 224 Other won sheets 31 The 2024 Indian general elections have concluded, and the results were announced on June 4 means today. The Bharatiya Janata Party (BJP), led by Prime Minister Narendra Modi, has maintained a significant lead over the opposition, securing a majority of the 543 Lok Sabha seats. This election was held in seven phases from April 19 to June 1, making it one of the largest electoral exercises in history. The BJP's victory suggests continued support for Modi's administration across many states
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Lic new Plan Amritbaal plan no 874


बच्चों के लिए नई बीमा पॉलिसी एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 के बारे में जानिए डिटेल्स एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 किसके लिए ली जा सकती है पॉलिसी? प्रवेश के समय बच्चे की आयु 0 वर्ष से लेकर 30 दिन पूरा होना जरूरी है और अधिक से अधिक यह 13 वर्ष का जन्मदिन के पास होना चाहिए परिपक्वता पर न्यूनतम आयु 18 वर्ष और परिपक्वता पर अधिकतम आयु 25 वर्ष तय किया गया है 5 6 या 7 वर्ष की लघु प्रीम... Read More

बच्चों के लिए नई बीमा पॉलिसी एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 के बारे में जानिए डिटेल्स

एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 किसके लिए ली जा सकती है पॉलिसी?

प्रवेश के समय बच्चे की आयु 0 वर्ष से लेकर 30 दिन पूरा होना जरूरी है और अधिक से अधिक यह 13 वर्ष का जन्मदिन के पास होना चाहिए परिपक्वता पर न्यूनतम आयु 18 वर्ष और परिपक्वता पर अधिकतम आयु 25 वर्ष तय किया गया है 5 6 या 7 वर्ष की लघु प्रीमियम भुगतान अवधि उपलब्ध है सीमित प्रीमियम भुगतान के लिए न्यूनतम पॉलिसी अवधि 10 वर्ष होना जरूरी है और अगर आप सिंगल प्रीमियम यानी एक बार पैसा जमा करते हैं तो इसका प्रीमियम का भुगतान 5 वर्ष कम से कम कम से कम बीमा राशि ₹200000 और अधिक मूल बीमा राशि का कोई सीमा नहीं है वह अपने हिसाब से ले सकते हैं परिपक्वता की तारीख पर चालू पॉलिसीयों के लिए निश्चित अभिवृद्धि के साथ परिपक्वता पर बीमा राशि दे होगी परिपक्वता राशि को सेटलमेंट ऑप्शन के माध्यम से 5 10 या फिर 15 वर्षों के किस्तों में लेने का विकल्प भी उपलब्ध है

एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 मैच्योरिटी बेनेफिट और राइडर्स की सुविधा

प्रस्तावक के पास एकल प्रीमियम और सीमित प्रीमियम भुगतान में से प्रत्येक के तहत उपलब्ध दो विकल्पों के अनुसार मृत्यु पर बीमा राशि चुनने का विकल्प होगा जोखिम कवर अवधि के दौरान चालू पॉलिसी के लिए मृत्यु पर बीमा राशि के साथ अर्जित निश्चित अभिवृद्धि मृत्यु हित लाभ के रूप में दे होगा मूल बीमा राशि व ऑनलाइन बिक्री के तहत किए गए प्रस्ताव के लिए छूट है इस पॉलिसी में आपको रन की सुविधा उपलब्ध है

 

बच्चों के लिए नई बीमा पॉलिसी एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 में मिलते हैं कई विकल्प Loan:

अगर आप LImited प्रीमियम का भुगतान करते है तो आपको सिर्फ 2 वर्ष का बाद से ही लोन ले सकते है। लकिन अगर आप Single प्रीमियम का भुगतान करते है तो आपको सिर्फ 3 महीने के बाद से ही लोन की सुविधा दी जाती है वो भी Surrender वलसे के ऊपर। Surrender : इस बिमा अगर आप limited प्रीमियम का चुनाव करने के बाद पालिसी को बंद करते है तो आपको 2 वर्ष का समय के बाद ही बंद कर सकते है लकिन अगर आप Single Premium का भुगतान करते है तो आपको कभी भी अपने बिमा को बंद कर सकते है।

एलआईसी अमृतबाल चिल्ड्रेन प्लान 874 में 1000 रुपए पर 80 का फायदा

यह अमृतबाल प्लान एक बच्चो के लिए खास तैयार किया गया है अमृतपाल प्लान एक व्यक्तिगत बचत जीवन बीमा योजना है यह योजना विशेष रूप से बच्चे की उच्च शिक्षा और उसके निजी अन्य खर्चो को जरूर को पूरा करने के लिए उनके पास पर्याप्त धनराशि रखने के लिए यह योजना बनाई गई है यह शुरुआत से लेकर पॉलिसी के अवधि के अंत तक पॉलिसी वर्ष के अंत में ₹80 प्रति हजार मूल बीमा राशि की दर से गारंटीड एडिशन दिया जाएगा यह योजना एलआईसी की अमित बोल योजना बच्चों के लिए एक बीमा योजना के साथ उनको पढ़ाई संबंधी में काफी सहायता देगा इस पॉलिसी में पूरी अवधि के दौरान आकर्षक गारंटीड एडिशन मिलेगा यह बीमा आपको ऑनलाइन में भी उपलब्ध होगा इस बीमा में आपको परिपक्वता की उम्र 18 से 25 वर्ष है साथ ही इस बीमा में आपको अकाल और सीमित प्रीमियम भुगतान चुनने का विकल्प है


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Investment and Loan Important Link


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शेयर मार्किट में सफल होने के 7 सूत्र 


1.जिस कंपनी के बारे में नहीं जानते उनको न खरीदे 2.Patient रखे 10 मिनट की नहीं 10 साल के बारे में सोचे 3. Best Time for invest जब मार्किट डाउन हो  4.ब्रोकर के बात सुने मगर जयादा ध्यान न दे  5. शेयर नहीं कंपनी खरीदे  6. आमिर बनने के फटा फट न सोचे  7. हर जगहे के शेयर खरीदने के न सोचे कुछ सेलेक्टिव स्टॉक buy करे होल्ड करे ' Read More

1.जिस कंपनी के बारे में नहीं जानते उनको न खरीदे
2.Patient रखे 10 मिनट की नहीं 10 साल के बारे में सोचे
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4.ब्रोकर के बात सुने मगर जयादा ध्यान न दे 
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6. आमिर बनने के फटा फट न सोचे 
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जानें अपना जीवन बीमा


भारत में जीवन बीमा की शुरुआत सौ साल से भी पहले हुई थी. दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले हमारे- जैसे देश में बीमा को उतना महत्व नहीं दिया जाता, जितना दिया जाना चाहिए. यहां हम एलआईसी के विशेष संदर्भों के ज़रिये पाठकों को जीवन बीमा की कुछ अवधारणाओं से अवगत कराने की कोशिश कर रहे हैं. बहरहाल, यह बात ध्यान रखने योग्य है कि यहां हम जो कुछ भी बताने जा रहे हैं, वह एलआईसी की किसी पॉलिसी के नियम/ शर्तों या उ... Read More

भारत में जीवन बीमा की शुरुआत सौ साल से भी पहले हुई थी.
दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले हमारे- जैसे देश में बीमा को उतना महत्व नहीं दिया जाता, जितना दिया जाना चाहिए. यहां हम एलआईसी के विशेष संदर्भों के ज़रिये पाठकों को जीवन बीमा की कुछ अवधारणाओं से अवगत कराने की कोशिश कर रहे हैं.

बहरहाल, यह बात ध्यान रखने योग्य है कि यहां हम जो कुछ भी बताने जा रहे हैं, वह एलआईसी की किसी पॉलिसी के नियम/ शर्तों या उसके लाभों या विशेषाधिकारों का विस्तृत ब्यौरा नहीं है.

विस्तृत जानकारी के लिए हमारे शाखा या मंडल कार्यालय से संपर्क करें. कोई भी एलआईसी एजेंट आपकी आवश्यवता के अनुरूप पॉलिसी का चुनाव करने और उसके भुगतान में आपकी मदद करके खुश होगा.

जीवन बीमा क्या है?

जीवन बीमा ऐसा अनुबंध है, जो उन घटनाओं के घटने पर, जिनके लिए बीमित व्यक्ति का बीमा किया जाता है, एक ख़ास रकम अदा करने का वादा करता है.

अनुबंध निम्नलिखित अवधि के दौरान बीमित रकम के भुगतान के लिए वैध होता है :

  • भुगतान तिथि, या

  • या नियत अवधि के अंतराल पर .खास-.खास तिथियों पर या?

  • दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु पर बशर्ते कि वह भुगतान अवधि से पहले हो

अनुबंध के तहत पॉलिसी धारक को नियत अंतराल पर निगम को प्रीमियमों का भुगतान करना होता है. एल.आई.सी.सार्वभौमिक रूप एक से ऐसा संस्थान माना जाता है, जो जोखिम दूर करता है और अनिश्चितता की जगह निश्चितता लाता है तथा आजीविका कमाने वाले के असामयिक निधन पर परिवार की समय से मदद करता है.

कुल मिला कर जीवन बीमा मृत्यु की वजह से पैदा होने वाली समस्याओं का सभ्यताजन्य आंशिक समाधान है. संक्षेप में, जीवन बीमा का संबंध हर व्यक्ति के जीवन में आने वाली दो समस्याओं से हैः

  • समय से पहले व्यक्ति के मर जाने और अपने आश्रितों को उनके हाल पर छोड़ जाने

  • बुढ़ापे तक बिना सहारे के जीने की

  • जीवन बीमा बनाम अन्य बचतें

    बीमा अनुबंध बीमा अनुबंध चरम सद्भावनापूर्ण अनुबंध होता है, जिसे तकनीकी तौर पर "चरम विश्वास" कहा जाता है। तमाम महत्वपूर्ण तथ्यों का खुलासा करने का सिद्धांत इसी महत्वपूर्ण सिद्धांत पर आधारित है, जो हर तरह के बीमे पर लागू होता है.

    पालिसी लेने के समय पालिसी धारक को सुनिश्चित कराना चाहिए कि प्रस्ताव प्रपत्र में पूछे गये तमाम सवालों के सही जवाब दिये जायें ब कोई भी .गलतबयानी , किसी भी ची.ज का खुलासा न करना या किसी दस्तावे.ज में धोखाधड़ी करके जोखिम य स्वीकार ' कराना बीमा अनुबंध को अमान्य और निरस्त कर देता है।

    सुरक्षा
    जीवन बीमा की मा.र्फत की जाने वाली बचत बचतकर्ता की मृत्यु हो जाने पर जो.खिम के र्खिंला.फ सुरक्षा की पूरी गारंटी देता है ब यही नहीं , निधन की स्थिति में जीवन बीमा पूरी बीमित रकम का भुगतान ( मय बोनसों के जहां बोनस मिलते हैं ) आश्र्वस्त कराता है ब जबकि दूसरी बचतों में सि.र्फ बचत की रकम मय ब्याज के अदा की जाती है

    समृद्धि बढ़ाने में मदद
    जीवन बीमा समृद्धि को प्रोत्साहन देता है ब यह दीर्घकालिक बचत का अवसर प्रदान करता है क्योंकि योजना में निहित आसान किस्तों में आसानी से भुगतान किया जा सकता है ब (मसलन्‌ प्रीमियमों का भुगतान या तो माहवार, तिमाही, छमाही या सालाना किस्तों में किया जाता है)

    उदाहरणार्थ यवेतन बचत योजना' (जिसे आम तौर पर यएसएसएस' के नाम से जाना जाता है) के तहत बीमित व्यक्ति के वेतन से माहवार कटौती की मा.र्फत प्रीमियम के भुगतान का आसान उपाय मुहैया करती है

    इस तरह के मामलों में नियोक्ता काटी गयी प्रीमियमें सीधे एलआईसी को अदा कर देता है ब वेतन बीमा योजना किसी भी संस्थान या प्रतिष्ठान के लिए आदर्श योजना होती है , अलबत्ता इसके साथ कुछ नियम/ शर्तें जु ड़ी होती हैं

    नकदी
    बीमा बचत के मामले में किसी ऐसी पालिसी की जमानत पर जो .क.र्ज मूल्य प्राप्त कर चुकी हो , .क.र्ज मिलना आसान होता है . इसके अलावा , जीवन बीमा पालिसी को व्यावसायिक .क.र्ज की जमानत के रूप में भी स्वीकार किया जाता है

    ढकर राहत
    आय कर और संपत्ति कर कटौती के उपयोग का भी जीवन बीमा सबसे उपयुक्त उपाय है ब जीवन बीमा की प्रीमियमों के रूप में अदा की जाने वाली रकम पर यह सुविधा उपलब्ध है , जो लागू आय कर दरों पर निर्भर करती है

    करदाता कर .कानून के प्रावधानों का लाभ उठाकर करों में रिआयत पा सकता है . इस तरह के मामलों में बीमित व्यक्ति को दूसरी तरह की योजना के मु.काबले छोटी प्रीमियमें भरती होती हैं

    जरूरत के समय पैसे

    उपयुक्त बीमा योजना वाली पालिसी लेकर या कई अलग - अलग योजनाओं के समुय वाली पालिसी लेकर समय - समय पर पैदा होने वाली पैसों की .जरूरत को पूरा किया जा सकता है

    बच्चों की पढ़ाई - लिखाई, गृहस्थी शुरू करने या शादी के. खर्चों या किसी. खास व.क्.फे में पैदा होने वाली मौद्रिक .जरूरतों को पूरा करना इन पालिसियों की मदद से आसान हो जाता है

    इसके विपरीत पालिसी के पैसे व्यक्ति के सेवानिवृत्ति होने पर मकान बनवाने या दूसरे निवेशों जैसे कामों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं

    इसके अलावा , पालिसी धारकों को मकान बनवाने या .फ्लैट .खरीदने के लिए .क.र्ज भी उपलब्ध कराया जाता है ( हालांकि इसके साथ कुछ शर्तें लागू होती हैं )

    कौन खरीद सकता है पालिसी

    कोई भी वयस्क स्त्री - पुरुष जो वैध अनुबंध कर सकता है अपना और उनका बीमा करा सकता है जिनके साथ उनके बीमा कराने योग्य हित जुड़े हों

    व्यक्ति अपने पति / या पत्नी या बों का भी बीमा करा सकता है लेकिन इसके साथ कुछ शर्तें जु ड़ी होती हैं ब बीमा प्रस्तावों को स्वीकार करते समय निगम व्यक्ति के स्वास्थ्य , उसकी आय और दूसरे प्रासंगिक कारकों पर विचार करता है

    स्त्रियों के लिए बीमा

    राष्ट्रीयकरण ( 1955 ) से पहले कितनी ही बीमा कंपनियां स्त्रियों का बीमा करने के लिए अतिरिक्त प्रीमियमें लेती थीं या कुछ अवरोधक शर्तें लगाती थीं. बहरहाल, राष्ट्रीयकरण करने के बाद से जिन शर्तों पर औरतों का जीवन बीमा किया जाता है, उन शर्तों की समय-समय पर समीक्षा की जाती रही है ब

    आज की तारी.ख में कमाने वाली कामकाजी औरतों को मर्दों के समतुल्य माना जाता है . दूसरे मामलों में निवारक शर्त लगायी जाती है . वह भी सि.र्फ तब जब औरत की उम्र ३० साल तक हो और कराधान सीमा में आने लायक उसकी आमदनी न हो.

    चिकित्सकीय .गैर चिकित्सकीय योजनाएं

    आम तौर पर जीवन बीमा बीमित व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच के बाद किया जाता है . बहरहाल , जीवन बीमा को व्यापक प्रसार देने और असुविधाओं को टालने के लिए जीवन बीमा निगम बिना डाक्टरी जांच के बीमा सुरक्षा देने लगा है , जिसके साथ कुछ शर्तें जु ड़ी होती हैं.

    लाभ के साथ और बिना लाभ की योजनाएं

    कोई बीमा पालिसी लाभ आधारित हो सकती है या बिना लाभ की भी हो सकती है ब लाभ आधारित पालिसियों के मामले में घोषित बोनस की, अगर इस तरह के बोनस की घोषणा की गयी हो , एक निश्चित अवधि पर होने वाले नियमित मूल्यांकनों के बाद पालिसी के साथ आवंटन किया जाता है और अनुबंधित रकम के साथ उनका भुगतान देय होता है.

    बिना लाभ वाली पालिसियों के मामले में बिना किसी जो ड़ के अनुबंधित रकम अदा की जाती है ब लाभ युक्त पालिसी की प्रीमियमों की रकम इसीलिए लाभ रहित पालिसियों के मु.काबले .ज्यादा होती है.

    कीमैन बीमा

    कीमैन बीमा व्यापारिक कंपनियां / कंपनी को अपने महत्वपूर्ण कर्मचारियों के असामयिक निधन से होने वाले वित्रीय नुकसान से बचाने के लिए करती हैं.


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    LIC की व्हाट्सऐप सर्विस से हो सकेंगे ये 11 काम नहीं पता तो यहां लें जानकारी


    LIC Whatsapp Service : जिन पॉलिसीधारकों ने अपनी पॉलिसी को LIC पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया है, वे मोबाइल नंबर 8976862090 पर 'Hi' लिखकर whatsApp पर इन सविसेज का उपयोग कर सकेंगे.   इस नंबर पर मिलेगी कई सुविधाएं एलआईसी के चेयरपर्सन एम.आर कुमार ने वॉट्सऐप पर पॉलिसीधारकों के साथ चुनिंदा इंटरैक्टिव सेवाओं का शुभारंभ किया है. जिन पॉलिसीधारकों ने अपनी पॉलिसी को LIC पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया है, वे... Read More

    LIC Whatsapp Service : जिन पॉलिसीधारकों ने अपनी पॉलिसी को LIC पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया है, वे मोबाइल नंबर 8976862090 पर 'Hi' लिखकर whatsApp पर इन सविसेज का उपयोग कर सकेंगे.

     

    इस नंबर पर मिलेगी कई सुविधाएं

    एलआईसी के चेयरपर्सन एम.आर कुमार ने वॉट्सऐप पर पॉलिसीधारकों के साथ चुनिंदा इंटरैक्टिव सेवाओं का शुभारंभ किया है. जिन पॉलिसीधारकों ने अपनी पॉलिसी को LIC पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया है, वे मोबाइल नंबर 8976862090 पर 'Hi' लिखकर whatsApp पर इन सविसेज का उपयोग कर सकेंगे. इस सर्विस में पॉलिसीधारकों को कई तरह की सेवाएं मिलने जा रही है. जिससे ग्राहकों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

    बता दें कि इसमें आप प्रीमियम देय, बोनस इनफार्मेशन, पालिसी स्टेटस, लोन एलिजिबिल्टी कोटशन, लोन रीपेमेंट कोटशन, लोन इंटरेस्ट देय, प्रीमियम पेड सर्टिफिकेट, यूलिप- स्टेटमेंट ऑफ़ यूनिट्स, एलआईसी सर्विस लिंक्स, ऑप्ट इन/ऑप्ट आउट सेवाएं, कन्वर्सेशन की सुविधा मिलेगी.

    WhatsApp Services पर मिलेगी ये सुविधा

    • प्रीमियम ड्यू
    • बोनस इन्फॉर्मेशन
    • पॉलिसी स्टेटस
    • लोन एलिजिबिलिटी क्वोटेशन
    • लोन रिपेमेंट क्वोटेशन
    • लोन इंटरेस्ट ड्यू
    • प्रीमियम पेड सर्टिफिकेट
    • ULIP- यूनिट्स का स्टेटमेंट
    • LIC सर्विस लिंक्स
    • Opt In/Opt Out सर्विसेज
    • End Conversation

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    क्या आप का LIC पॉलिसी बॉन्ड खो गया है? या गलने-फटने या नष्ट हो जाने पर क्या होगा? जानिए, कैसे पा सकते हैं डुप्लीकेट कॉपी तो चिंता करने की नहीं है जरूरत ऐसे करें दोबारा अप्लाई


    अगर आपने अपनी LIC पॉलिसी को खो दिया है, तो अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आप भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) से डुप्लीकेट पॉलिसी बॉन्ड को हासिल कर सकते हैं. LIC पॉलिसी दस्तावेज की जरूरत उसके खिलाफ लोन के लिए अप्लाई करते समय होती है. इसके अलावा पॉलिसी को सरेंडर करते समय, डेथ क्लेम करते समय और मैच्योरिटी पर पॉलिसी की राशि को क्लेम करते समय पड़ती है. यह चेक कर लें कि जो दस्तावेज आप खोज रहे हैं,... Read More

    अगर आपने अपनी LIC पॉलिसी को खो दिया है, तो अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आप भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) से डुप्लीकेट पॉलिसी बॉन्ड को हासिल कर सकते हैं.

    LIC पॉलिसी दस्तावेज की जरूरत उसके खिलाफ लोन के लिए अप्लाई करते समय होती है. इसके अलावा पॉलिसी को सरेंडर करते समय, डेथ क्लेम करते समय और मैच्योरिटी पर पॉलिसी की राशि को क्लेम करते समय पड़ती है. यह चेक कर लें कि जो दस्तावेज आप खोज रहे हैं, उसे LIC या किसी दूसरे वित्तीय संस्थान को पहले से लोन लेने के लिए अप्लाई करते समय नहीं दिया गया है.

    अगर पॉलिसी बॉन्ड प्राकृतिक आपदा जैसे आग या बाढ़ की वजह से बर्बाद हो चुका है, तो बाकी बचे हिस्से को LIC को डुप्लीकेट पॉलिसी डॉक्यूमेंट के लिए अप्लाई करते समय बीमा पॉलिसी के खो जाने के प्रूफ के तौर पर वापस किया जा सकता है

     

    कैसे करें पॉलिसी के लिए फाइल?

    अगर आप इस बात को लेकर निश्चित हैं कि पॉलिसी बॉन्ड का पता नहीं लगाया जा सकता है, तो सबसे सीधा तरीका है कि आप जिस ब्रांच में आपकी पॉलिसी सर्विस हुई थी, वहां डुप्लीकेट पॉलिसी के लिए फाइल कर दें. ऑनलाइन अप्लाई करने का विकल्प मौजूद नहीं है. व्यक्ति को इसके लिए एलआईसी की ब्रांच में ही जाना होगा.

    LIC की वेबसाइट के मुताबिक, जहां पॉलिसी खोई है, उस राज्य में बड़े स्तर पर चलने वाले अंग्रेजी के अखबार में पॉलिसीधारक को अपने खर्च पर विज्ञापन देना होगा. जिस अखबार में विज्ञापन आया है, उसकी एक कॉपी को उसके आने के एक महीने के बाद सर्विसिंग ऑफिसर को भेजना होगा. अगर LIC में कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई गई है, तो जरूरी चीजों के अनुपालन के बाद डुप्लीकेट पॉलिसी को जारी कर दिया जाएगा. इनमें इंडेम्निटी बॉन्ड और पॉलिसी को तैयार करने के लिए चार्ज और स्टैम्प फीस शामिल है.

    पॉलिसी के लिए क्या लगेगा चार्ज?

    इस बात का ध्यान रखें कि LIC इंडेम्निटी बॉन्ड और डुप्लीकेट पॉलिसी को तैयार करने के लिए आपसे चार्ज ले सकता है. इसके साथ आपको स्टैम्प फी का भुगतान करना भी पड़ सकता है. हालांकि, कुछ मामलों में, विज्ञापन और इंडेम्निटी बॉन्ड की जरूरतों से छूट दी जा सकती है. इनमें पॉलिसी का चोरी होना, आग से पॉलिसी नष्ट हो जाना, सरकार के दफ्तर में पॉलिसी खो जाना शामिल है. इसके साथ अगर पॉलिसी खराब या नष्ट हो जाती है, अगर पॉलिसी फट गई है और अगर एक हिस्सा गायब है या चीटियों द्वारा पॉलिसी को आंशिक तौर पर बर्बाद हो जाना शामिल है.

    व्यक्ति को सवालों का फॉर्म और फॉर्म 3756 भरना होगा. इसके साथ एक लिखित ऐप्लीकेशन और इंडेम्निटी बॉन्ड देना होगा. सवाल वाले फॉर्म में आपकी पॉलिसी की डिटेल्स पर सवाल, आपने उसे कैसे खोया है और उसे खोजने की कोशिशें शामिल होंगी.

    बीमा कंपनी के आधार पर, बीमा कंपनी आपसे इंडेम्निटी बॉन्ड या नॉन-जूडिश्यल स्टैम्प पेपर को पेश करने को कह सकती है. LIC ऑफिस के साथ इस बात की पुष्टि कर लें कि क्या स्टैम्प पेपर जरूरी है और उसका मूल्य क्या है.


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    Investment Tips: अब आप अपने अकाउंट में पैसा जोड़कर 12% तक का ब्याज पा सकते हैं


    भारत पे (BharatPe) द्वारा संचालित एक निवेश (Investment) और लोन (Loan) ऐप है. BharatPe भारत की एक सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी है. यदि आप अपने पैसे को 12% पर निवेश करते हैं तो आपको 12 प्रतिशत सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है. यही नहीं, आप इस ऐप पर किसी भी समय 12 प्रतिशत की दर से लोन भी ले सकते हैं. BharatPe ने इन्वेस्टमेंट-कम्युलेटिव-बोरोइंग प्रोडक्ट के लिए RBI द्वारा अप्रूव्ड NDFCs के साथ साझेदारी की ह... Read More

    भारत पे (BharatPe) द्वारा संचालित एक निवेश (Investment) और लोन (Loan) ऐप है. BharatPe भारत की एक सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी है. यदि आप अपने पैसे को 12% पर निवेश करते हैं तो आपको 12 प्रतिशत सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है. यही नहीं, आप इस ऐप पर किसी भी समय 12 प्रतिशत की दर से लोन भी ले सकते हैं. BharatPe ने इन्वेस्टमेंट-कम्युलेटिव-बोरोइंग प्रोडक्ट के लिए RBI द्वारा अप्रूव्ड NDFCs के साथ साझेदारी की है. 

    https://twelveclub.onelink.me/2Cmd/racow4yp

    इस ऐप पर यदि आप निवेश करते हैं तो आपको 12 प्रतिशत के हिसाब से मिलने वाला ब्याज प्रतिदिन आपके अकाउंट में जुड़ता है. आप उस पैसे को किसी भी वक्त निकाल भी सकते हैं. यहां मिलने वाला रिटर्न किसी भी फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) से ज्यादा है.

    12% Club के साथ कैसे करें शुरुआत

    आपको 12% Club के साथ अपना अकाउंट ओपन करना होगा. आपको अपनी KYC पूरी करनी होगी. इसके बाद आप इसमें 1000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक इसमें रख सकते हैं. आप प्रतिदिन, मासिक या फिर सालाना आधार पर भी पैसा विद्ड्रॉल कर सकते हैं.

    1. सबसे पहले 12% Club ऐप इंस्टॉल करें.

    https://twelveclub.onelink.me/2Cmd/racow4yp 

    2. अपना फोन नंबर दर्ज करें और OTP का इस्तेमाल करते हुए कन्फर्म करे.

    3. मोबाइल नंबर वेलिडेट होने के बाद आपको ऐप के डैशबोर्ड पर ले जाएगा.

    4. अब आप 12% Club ऐप पर निवेश करना शुरू कर सकते हैं  

     

    निवेश कैसे करना है?

    1. सबसे पहले आपको "contribute money" ऑप्शन पर जाना होगा.

    2. इसके बाद आपको अपना बैंक अकाउंट लिंक करना होगा.

    3. अब "Link Now" पर टैप करें और फिर ड्रॉप डाउन मेन्यू से अपना बैंक अकाउंट चुनें.

    4. इसके बाद आपको अपना आधार नंबर OTP की मदद से वेलिडेट करना होगा.

    5. आधार KYC पूरी करने के बाद आपको अपनी एक सेल्फी लेकर सब्मिट करनी होगी.

    6. सभी नियम और शर्तों से सहमत होने के बाद आपका अकाउंट अधिकृत हो जाएगा.

    7. अब आप अपने अकाउंट में पैसा जोड़कर 12% तक का ब्याज पा सकते हैं.


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    Investment Tips: सिक्योर्ड लोन देकर लोग कर रहे मोटी कमाई आप भी समझें पी2पी और उठाएं फायदा


    बैंक (Bank) हमारे ही पैसे पर इंडस्ट्री, होम लोन, व्हीकल लोन, एजुकेशन लोन देकर मोटी कमाई करते हैं लेकिन हमें मिलता है मामूली ब्याज (Interest). लिहाजा, अब अपने ही पैसे पर ज्यादा ब्याज या रिटर्न हासिल करने के लिए  यह नया तरीका पीयर-टु-पीयर (पी2पी) का है. इसमें आप जो भी रकम निवेश करना चाह रहे हैं, उसे क्रेडिट फर्में या फाइनेंस कंपनियां एप के जरिए जरूरतमंंदों को लोन के रूप में दे रही हैं. इससे आपक... Read More

    बैंक (Bank) हमारे ही पैसे पर इंडस्ट्री, होम लोन, व्हीकल लोन, एजुकेशन लोन देकर मोटी कमाई करते हैं लेकिन हमें मिलता है मामूली ब्याज (Interest). लिहाजा, अब अपने ही पैसे पर ज्यादा ब्याज या रिटर्न हासिल करने के लिए 

    यह नया तरीका पीयर-टु-पीयर (पी2पी) का है. इसमें आप जो भी रकम निवेश करना चाह रहे हैं, उसे क्रेडिट फर्में या फाइनेंस कंपनियां एप के जरिए जरूरतमंंदों को लोन के रूप में दे रही हैं. इससे आपको सीधे फाइनेंस के क्षेत्र में ऊंची दर से ब्याज कमाने का मौका बना सकते हैं. 

    भारतपे ने भी 12% क्लब नाम की ऐप के जरिये पी2पी उधारी शुरू करने का फैसला किया है.

    https://twelveclub.onelink.me/2Cmd/racow4yp 

     

    पी2पी से किस तरह मिलता है फायदा

    पी2पी प्लेटफॉर्म पर कर्ज देने वालों को ऊंची दर से ब्याज कमाने का मौका मिलता है. भारतपे का कहना है कि कर्ज देने वालों को सालाना 12 फीसदी तक ब्याज मिल जाएगा. जबकि, क्रेड अपने प्लेटफॉर्म से कर्ज देने वालों को 9 फीसदी तक का रिटर्न देने का दावा कर रही है. लेनदेनक्लब के मुख्य कार्य अधिकारी और सह-संस्थापक भविन पटेल कहते हैं कि उनके प्लेटफॉर्म पर उधार देने वालों को आसानी से 10-12 फीसदी सालाना रिटर्न मिल सकता है 

    उधार देने में जोखिम भी कम

    उधार देने वाले प्लेटफार्म उधारी के लिए दी जाने वाली रकम की गारंटी तो नहीं लेते हैं लेकिन वे इसे सिक्योर्ड बनाने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते हैं. वे ऐसे लोगों को कर्ज प्रदान करते है, जिनसे चूक होने की संभावना कम होती है. यही नहीं, वे आपकी रकम को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर कई लोगों को कर्ज देते हैं, जिससे जोखिम कम हो जाता है. जैसे, क्रेड मिंट पर उधार दी जाने वाली रकम औसतन 200 से अधिक कर्ज मांगने वालों के बीच बांटी जाती है. लेनदेनक्लब भी ऐसा ही करता है.

     

     

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    जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार Jeevan Bima Policy ke Prakar


    हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका Bimamoney.com पर आज हम बात करेगे बीमा क्या हैं, बीमा के प्रकार, जीवन बीमा क्या हैं और जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के बारे में और बीमा से जुड़े हुए कुछ कठिन शब्दावली के बारे में | हम सब  लोग जानते है की हमारा जीवन कितना कीमती है और आज के समय में जीवन में कब क्या घटित हो जाये कोई  नहीं जानता। सड़कों पर जिस तरह से रोज इतनी तेजी से गाड़ियाँ चल... Read More

    हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका Bimamoney.com पर आज हम बात करेगे बीमा क्या हैं, बीमा के प्रकार, जीवन बीमा क्या हैं और जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के बारे में और बीमा से जुड़े हुए कुछ कठिन शब्दावली के बारे में |

    हम सब  लोग जानते है की हमारा जीवन कितना कीमती है और आज के समय में जीवन में कब क्या घटित हो जाये कोई  नहीं जानता। सड़कों पर जिस तरह से रोज इतनी तेजी से गाड़ियाँ चल रही है जिससे हर दिन दुर्घटनाएँ बढ़ती ही जा रही है ऐसे में जीवन बीमा हर व्यक्ति के लिए जरुरी हो जाता है। दुर्घटना भरे इस जीवन में अपनी कीमती चीजों का बीमा करवाने से आपको बहुत सारे लाभ हो सकते है। यदि आपके परिवार वाले आप के इनकम पर आश्रित है और आप अपनी मृत्यु के बाद अपने परिवार की मदद करना चाहते है तो जीवन बीमा आपके लिए बहुत ही सुरक्षित तरीका है। तो आज इसी के बारे में हम बात करते है।

    बीमा (Insurance) क्या हैं

    भविष्य को ध्यान में रख कर वर्तमान में किया गया जोखिम प्रबंधन का एक रूप है जो आकस्मिक अथवा अनिश्चित हानि से सुरक्षा प्रदान करता हैं|

    यह बीमाकर्ता (बीमा कम्पनी) और बीमित व्यक्ति (बीमाधारक) के बीच किया गया एक एग्रीमेंट होता है जिसमे बीमित व्यक्ति को किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर बीमाकर्ता द्वारा तय की गयी राशि या सेवा अदा की जाती हैं

    बीमा के बिभिन्न प्रकार/Different types of insurance

  • जीवन बीमा – Life Insurance
  • गैर जीवन बीमा – General Insurance
  • पुनर्बीमा – Reinsurance
  • 1. जीवन बीमा क्या हैं/What is Life Insurance

    यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमे बीमित व्यक्ति के जीवन का बीमा कर उसे मृत्यु के खिलाफ कवरेज प्रदान किया जाता हैं और बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर या पोलिसी मेचेओर हो जाने पर बीमाकर्ता (पोलिसी होल्डर) द्वारा उस व्यक्ति (बीमित व्यक्ति) को या उसके परिवार को एकमुस्त राशि का भुगतान किया जाता हैं |

    जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार/Types of Life Insurance Policy

    भारत में जीवन बीमा पोलिसी के मुख्यतः कई प्रकार हैं जिसमे से आज हम कुछ महत्वपूर्ण जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के बारे में संक्षेप में चर्चा करेगे |

  • टर्म जीवन बीमा प्लान/ Term Life Insurance Plans – प्योर रिस्क कवर
  • मनी बैक बीमा प्लान/ Money Back Insurance Plans – बीमा के साथ समय-2 पर रिटर्न
  • एंडोमेंट बीमा प्लान/ Endowment Life Insurance Plans– बीमा कवर और सेविंग
  • यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान/ Unit Linked Insurance Plans(ULIPs) – बीमा के साथ -2 इन्वेस्टमेंट के अवसर
  • सम्पूर्ण जीवन बीमा/ Whole Life Insurance Plans – बीमित व्यक्ति का सम्पूर्ण लाइफ कवर
  • बचत और निवेश  बीमा प्लान/ Savings & Investment Insurance Plans – जीवन बीमा कवर के साथ समय-2 पर मनी रिटर्न
  • चाइल्ड लाइफ बीमा प्लान/ Child Insurance Plans – बच्चों के लाइफ गोल की सुरक्षा
  • रिटायर्मेंट बीमा प्लान/ Retirement Insurance Plans – सेवानिब्रिती के बाद बित्तीय सुरक्षा
  • 1. टर्म जीवन बीमा प्लान/ Term Life Insurance Plans

    यह जीवन बीमा का सबसे शुद्ध रूप है जो बिना किसी प्रॉफिट एलिमेंट के साथ जीवन कवर प्रदान करता हैं |

    इसमें बीमित व्यक्ति (पोलिसी धारक) को पोलिसी की अवधि के दौरान आकस्मिक मृत्यु पर बीमाकर्ता(बीमा कम्पनी) द्वारा मृत्यु लाभ में एकमुश्त राशि प्रदान की जाती हैं, यदि बीमित व्यक्ति की मृत्यु पोलिसी की अवधी के दोरान नहीं होती है और पोलिसी expire हो जाती है तो बीमित व्यक्ति को कोई कवर नहीं मिलता हैं और लाभ का दावा भी नहीं कर सकते हैं |

    टर्म लाइफ इन्सुरेंस एक आय प्रतिस्थापन पोलिसी होती हैं और इसके प्लान जीवन बीमा प्लान की तुलना में प्रीमियम काफी सस्ते होते हैं अतः यह सबसे सस्ता जीवन बीमा प्लान हैं |

    आमतौर पर टर्म लाइफ इन्सुरेंस के तीन और भी प्रकार हैं जैसे की -:

    • डिक्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
    • इन्क्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस
    • कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस

     1. डिक्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस

    इस प्रकार के बीमा पोलिसी में सम इंश्योर्ड निश्चित दर पर हर साल घटता रहता है और पोलिसी के अंतिम साल के ख़त्म होने पर यह जीरो हो जाता हैं| इसमें प्रीमियम नहीं घटता है बल्कि सम इंश्योर्ड घटता हैं और इसका फायदा यह है की प्रीमियम की दर काफी कम होती हैं |

    2. इन्क्रिजिंग टर्म लाइफ इन्सुरेंस

    इस प्रकार के बीमा पोलिसी में सम इंश्योर्ड हर साल बढ़ता हैं इसलिए इस बढ़ता हुआ टर्म लाइफ इन्सुरेंस कहते हैं, इसमें इसका प्रीमियम थोडा सा जादा होता हैं |

    3. कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस

    इस प्रकार के पोलिसी में टर्म लाइफ इन्सुरेंस का प्लान समाप्त होने पर अदा किया गया प्रीमियम बीमा कम्पनी द्वारा वापस कर दिया जाता हैं इसलिए इसका प्रीमियम अन्य टर्म प्लान की तुलना में जादा होता हैं |

    Note -:  किसी भी टर्म लाइफ इन्सुरेंस की पोलिसी के समाप्त होने पर यदि बीमित व्यक्ति जीवित है तो उसे किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिलता हैं सिर्फ कैशबैक टर्म लाइफ इन्सुरेंस को छोड़ कर |

    2. मनी बैक बीमा प्लान/ Money Back Insurance Plans

    मनी बैक इन्सुरेंस प्लान एक अलग प्रकार की लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी होती हैं जिसमे किये गए बीमा की कुछ राशि समय -2 पर सर्वायवल बेनिफिट के रूप में बीमित व्यक्ति को नियमित अन्तराल में सीधे भुगतान कर दी जाती हैं |

    अगर बीमित व्यक्ति इस पोलिसी की अवधी के समाप्त होने के बाद भी जीवित रहता हैं तो बची हुई शेष राशि और बोनस बीमा कम्पनी द्वारा वापस कर दी जाती हैं |

    मनी बैक इन्सुरेंस प्लान में बीमा कम्पनी द्वारा समय -2 बोनस घोषित कर बीमित व्यक्ति को उसका भुगतान कर दिया जाता है जिससे उसकी वित्तीय कमी की कुछ पूर्ति हो जाती हैं |

    Note -: मनी बैक इन्सुरेंस प्लान में अच्छा बीमा कवर के साथ समय – समय पर रिटर्न भी मिलता जाता हैं |

    3. एंडोमेंट बीमा प्लान/ Endowment Life Insurance Plans

    एंडोमेंट बीमा प्लान एक तरह का ट्रेडिसनल लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी होती हैं जो सेविंग्स और बीमा कवर का मिला जुला रूप हैं |

    एंडोमेंट बीमा प्लान में बीमित व्यक्ति को बीमा कवर के साथ बचत का भी विकल्प मिलता हैं, इस प्लान के अंतर्गत जीवन बीमा कंपनिया बीमित व्यक्ति के प्रीमियम में से एक निश्चित राशि को जीवन बीमा के लिए रखती है और शेष राशि को शेयर बाजार में निवेश कर देती हैं |

    एंडोमेंट बीमा प्लान में जो बीमाधारक अपनी बीमा पोलिसी के प्रीमियम का नियमित रूप से भुगतान करता है और पोलिसी के समाप्त होने तक वह जीवित रह जाता है तो बीमा कम्पनी उस बीमाधारक को मेच्चेयोरिटी बेनिफिट के साथ समय – समय पर बोनस भी प्रदान करती हैं जो नामित व्यक्ति को परिपक्कत्ता के बाद भुगतान कर दिया जाता हैं |

    Note -: एंडोमेंट बीमा प्लान में दो प्रकार के लाभ मिलते हैं पहला बीमा कवर लाभ दूसरा निवेश का लाभ |

    4. यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान/ Unit Linked Insurance Plans(ULIPs)

    यूलिप प्लान इन्सुरेंस और इन्वेस्टमेंट का मिश्रण होता हैं इसमें भुगतान किया गया प्रीमियम का एक हिस्सा रिस्क कवर के रूप में और एक हिस्सा फंड के रूप में निवेश किया जाता हैं |

    यूलिप प्लान में बीमाधारक (बीमित व्यक्ति) अपने जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर बीमा प्रदाता द्वारा दिए गए बिभिन्न फंड में निवेश कर सकता हैं |

    Note -: यूलिप बीमा प्लान बीमाधारक को बिभिन्न मार्केट लिंक्ड फंड में निवेश करने का मौका प्रदान करता हैं |

    5. सम्पूर्ण जीवन बीमा/ Whole Life Insurance Plans

    होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान बीमित व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन या कुछ मामलो में 100 वर्ष तक का लाइफ कवर प्रदान करता हैं, इस प्लान की सबसे बड़ी विशेषता यह है की जिस दिन से आप यह प्लान खरीद लेते है उस दिन से लेकर मृत्यु तक आप को यह प्लान लाइफ बीमा कवर प्रदान करता हैं |

    होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान का सबसे बड़ा लाभ यह है की बीमित व्यक्ति को प्रीमियम का कुछ भाग समय – समय पर आपको मिलता रहता है और उसके मृत्यु के बाद टोटल सम इस्योर्ड राशि डेथ क्लेम के बाद बीमित व्यक्ति के परिवार को मिल जाती हैं |

    इसमें प्रीमियम दो प्रकार से भरा जाता है पहला फिक्स्ड प्रीमियम जिसमे बीमाधारक द्वारा फिक्स किया गया प्रीमियम भरा जाता है और दूसरा लाइफ टाइम प्रीमियम जिसमे जब तक बीमाधारक जीवित है तब तक प्रीमियम का भुगतान करता रहता हैं |

    Note -: होल लाइफ इन्सुरेंस प्लान में फिक्स प्रीमियम की अवधी समाप्त होने पर पोलिसी समाप्त न हो कर सम्पूर्ण लाइफ कवर प्रदान करती हैं और सम इस्योर्ड राशि मृत्यु के बाद ही मिलती हैं |

    6. बचत और निवेश बीमा प्लान/ Savings & Investment Insurance Plans

    बचत और निवेश बीमा प्लान एक प्रकार का जीवन बीमा पोलिसी का प्रकार हैं जिसमे बीमा कम्पनी बीमा कर बीमाधारक के सुरक्षित भविष्य के लिए बचत और निवेश को प्रोत्शाहित करती हैं |

    किसी भी व्यक्ति के लिए बीमा में निवेश सबसे अच्छा विकल्प और रिटर्न का साधन हो सकता  है जो व्यक्ति के मुख्य रूप से चार कारको पर निर्भर करता हैं, जैसे की जोखिम लेने की क्षमता, नगदी की जरुरत, निवेश अवधी और टैक्स स्लैब |

    बचत और निवेश बीमा प्लान काफी बडी पोलिसी है जो पारंपरिक और यूनिट लिंक्ड योजना दोनों को कवरेज प्रदान करती हैं |

    7. चाइल्ड लाइफ बीमा प्लान / Child Life Insurance Plans

    चाइल्ड लाइफ इन्सुरेंस प्लान बच्चे के स्वर्णिम भविष्य के विकास के लिए मार्ग में आने वाली बाधाओं का सामना करने के लिए तैयार किया गया फंड जैसे की बच्चो की शिक्षा, शादी आदि के लिए पैसो की उपलब्धता सुनिश्चित करना |

    बच्चे की चाइल्ड लाइफ इन्सुरेंस पोलिसी मेच्चेयोर हो जाने पर बच्चे को वार्षिक तौर पर क़िस्त या एकमुश्त राशि का भुगतान बीमाकर्ता द्वारा कर दिया जाता है |

    यदि पोलिसी टर्म के दौरान इंस्योर्ड (बीमित ) पालक की अचानक मृत्यु हो जाती है तो भविष्य के सभी प्रीमियम माफ़ हो जाते है और पोलिसी बेनिफिट भी बिना रुकावट के उपलब्ध्य करा दी जाती है जिससे की बीमाधारक को किसी बड़ी चुनौती का सामना कम से कम करना पड़े |

    8. रिटायर्मेंट बीमा प्लान/ Retirement Insurance Plans

    रिटायर्मेंट लाइफ इन्सुरेंस प्लान एक व्यक्ति के लिए रिटायर्मेंट के बाद पैसो की उपलब्धता सुनिश्चित करता है जिसकी मदद से व्यक्ति अपने रिटायर्मेंट के बाद आर्थिक रूप से मजबूत बना रहता है | यह पोलिसी बिना किसी रुकावट के बिना किसी के सहारे के जीवन जीने में मदद करती है |

    आमतौर पर रिटायर्मेंट लाइफ इन्सुरेंस प्लान 60 वर्ष पूरा हो जाने के बाद बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक को वार्षिक रूप से या एकमुश्त राशि के रूप में भुगतान कर दिया जाता है |

    रिटायर्मेंट के बाद नियमित रूप से आय की इस प्रकार की सुविधा को वार्षिकी या पेंशन के रूप में जाना जाता हैं |

    2.गैर जीवन बीमा – General Insurance

    गैर जीवन बीमा को सामान्य बीमा के नाम से भी जानते है | इस बीमा में मिलने वाले लाभ के अलावा कई प्रकार के नुकसान की कवरेज प्रदान की जाती है | दुसरे शव्दों में देखे तो जीवन बीमा कवर के अलावा अन्य प्रकार के बीमा कवर प्रदान करने वाली सेवा को सामान्य जीवन बीमा कहते है और इस प्रकार की बीमा करने वाली कम्पनियों को जनरल इन्सुरेंस कम्पनी कहते है |

    जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार के अलवा भी भारत में मुख्यतःकई प्रकार के सामान्य बीमा उपलब्ध्य है जिसमे से आज हम कुछ बीमा के बारे में जानेगे |

    सामान्य बीमा के प्रकार -: 

  • होम बीमा/ Home Insurance
  • मोटर बीमा/ Moter Insurance
  • स्वास्थ्य बीमा/ Health Insurance
  • यात्रा बीमा/ Travel Insurance
  • फसल बीमा/ Crop Insurance
  • गैजेट बीमा/ Gadget Insurance
  • समुद्री बीमा/ Marine Insurance
  • अग्नि बीमा/ Fire Insurance
  • नियोक्ता दायित्व बीमा/ Eployers Liability Insurance
  • 1. होम बीमा/ Home Insurance

    होम इन्सुरेंसे जो की जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार है | होम इन्सुरेंस के द्वारा घर की और उसके सामान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है और किसी भी प्रकार से आई प्राकृतिक आपदा के नुकसान की भरपाई या घर के किसी भी सामान के चोरी हो जाने पर बीमा कम्पनी द्वारा उसकी भरपाई की जाती है |

    आमतौर पर इसके प्रीमियम काफी सस्ते होते है फिर भी भारत जैसे बड़े देश में जानकारी के आभाव में लोग इस प्रकार के बीमा नहीं कराते है और एक बहुत बड़े लाभ से वंचित रह जाते है |

    2. मोटर बीमा/ Moter Insurance

    मोटर बीमा में मुख्यतः वाहनों के लिए बीमा होता है जिससे वाहनों में होने वाला किसी भी प्रकार की क्षतिपूर्ति बीमा कम्पनी द्वारा किया जाता है |

    इस प्रकार के इन्सुरेंस में फर्स्ट पार्टी और थर्ड पार्टी इन्सुरेंस कराये जाते है जो की भारतीय मोटर वाहन अधिनियम -1988  के अनुसार प्रतेक वाहन के लिए अनिवार्य होता है |

    अपने आने वाले अर्टिकल में मोटर इन्सुरेंस, फर्स्ट पार्टी इन्सुरेंस, थर्ड पार्टी इन्सुरेंस, मोटर वाहन बीमा क्लेम के बारे में बिस्तार से जानेगे |

    3. स्वास्थ्य बीमा/ Health Insurance

    हेल्थ इन्सुरेंस जो की जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार है जिसके अंदर स्वास्थ्य सम्बंधित सेवाओं के लिए कवरेज प्रदान किया जाता है |

    हेल्थ इन्सुरेंस में बीमाधारक हेल्थ इन्सुरेंस कम्पनी को प्रीमियम प्रदान करता है और बीमा कम्पनी उसके बदले बीमाधारक को स्वास्थ्य संबंधी समस्या ( बीमारी, अस्पताल खर्च, दुर्घटना ) पर आर्थिक सहायता प्रदान करती है और अचानक मृत्यु पर बीमाधारक को मुआवजा भी प्रदान करती है |

    अपने अगले अर्टिकल में हेल्थ इन्सुरेंस के बारे में और इससे जुडी सभी प्रकार की जानकारी पर विस्तार से चर्चा करेगे |

    4. यात्रा बीमा/ Travel Insurance

    यह जनरल इन्सुरेंस का एक प्रकार का हैं जो यात्रा के दौरान होने वाली आकस्मिक दुर्घटना और यात्री के लगेज की चोरी का बीमा कम्पनी द्वारा कवरेज प्रदान किया जाता है |

    आमतौर पर यह इन्सुरेंस बहुत सस्ते होते है इस प्रकार के बीमा यात्रा के दौरान ही टिकेट के माध्यम से प्रदान किये जाता है जो यात्रा के ख़त्म होने के साथ ही स्वतः ही समाप्त हो जाते है |

    उदाहरण के लिए : जैसे आप भारत से अमेरिका के लिए हवाई जहाज की टिकेट खरीदते है तो टिकेट के साथ ही आप का यात्रा बीमा कर दिया जाता है और आप के अमेरिका पहुचाते ही आप का यात्रा बीमा स्वतः ही समाप्त हो जाता हैं |

    5. फसल बीमा/ Crop Insurance

    यह मुख्यतः किसानो के लिए सरकार द्वारा तैयार किया एक प्रकार का सुरक्षा कवच होता है जो किसानो को किसी भी प्रकार की आकस्मिक या अनिश्चित प्राकृतिक हानि ( ओला, वृष्टि, सुखा, बाढ़ या आग ) से फसलो को होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता हैं |

    फसल बीमा लेने के बाद इस प्रकार के किसी भी प्रकार से फसलो को होने वाले नुकसान से बीमा कम्पनी भरपाई करती है|

    फसल बीमा लेने के लिए सरकार द्वारा भी करी प्रकार की स्कीम लोंच की गयी हैं |

    6. गैजेट बीमा/ Gadget Insurance

    गैजेट बीमा एक प्रकार का जनरल इन्सुरेंस का प्रकार है जिसका उद्देश्य टेक्नोलोजिकल गैजेट्स को सुरक्षा प्रदान करना होता है |

    इस प्रकार के बीमा के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक उपकरणों ( मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप, टी.वी) आदि को कवरेज प्रदान किया जाता है और पोलिसी पिरीअड के दौरान इन उपकरणों में किसी भी प्रकार की कोई हानि होने पर बीमा कम्पनी द्वारा क्लेम बेनिफिट दिया जाता है |

    7. समुद्री बीमा/ Marine Insurance

    आयात और निर्यात के दौरान समुद्र में चलने वाली व्यापारिक जहाजो को होने वाली आकस्मिक हानि की क्षतिपूर्ति के लिए कराया जाने वाला बीमा समुद्री बीमा कहलाता है जिसके माध्यम से समुद्री जहाजो और उन पर लदे सामानो को सुरक्षा प्रदान की जाती है |

    8. अग्नि बीमा/ Fire Insurance

    आग लगाने के कारण होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए कराया जाने वाला बीमा अग्नि बीमा कहलाता है | पोलिसी अवधी के दौरान आग के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कम्पनी द्वारा की जाती है |

    अक्सर कई बार देखा जाता है की बड़े – बड़े उद्योगपति या व्यापारीयो को आग के कारण बहुत भारी नुकसान हो जाता है तो इस प्रकार की बीमा पोलिसी इन लोगो के सामान को सुरक्षा प्रदान करती हैं |

    9. नियोक्ता दायित्व बीमा/ Eployers Liability Insurance

    कारखानों में काम करने वाले कर्मचारीयो को किसी प्रकार की चोट लगाने या नुकसान होने पर या उससे होने वाली मृत्यु होने पर कारखाना मालिक द्वारा उस व्यक्ति को या उसके परिवार को मुआबजा राशि की भरपाई की जाती है जिससे बचने के लिए कारखाना मालिक नियोक्ता दायित्व बीमा का चुनाव करता है |

    इस प्रकार नियोक्ता दायित्व बीमा लेने पर कर्मचारी को होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा कम्पनी द्वारा किया जाता है और कम्पनी मालिक की बचत हो जाती है |

    3. पुनर्बीमा – Reinsurance

    जब एक बीमा कम्पनी किसी दुसरे बीमा कम्पनी को बीमा कवरेज प्रदान करती है तो इस प्रकार किये गए बीमा को पुनर्बीमा ( Reinsurance ) कहते हैं |

    जब किसी एक बीमा कम्पनी के पास बहुत सारे इन्सुरेंस क्लेम एक साथ आ जाते है तो बीमा कम्पनी पैसो या किसी अन्य जोखिम से बचाने के लिए बीमा कम्पनी किसी दूसरी बीमा कम्पनी से अपना बीमा करवाती है तो ऐसे बीमा को पुनर्बीमा कहते हैं |

    यह किसी भी बीमा कम्पनी का एक प्रकार का जोखिम प्रबंधन तकनीक है जिसके माध्यम से बीमा कम्पनी खुद के अस्तित्व को बनाये रखती है |

    जीवन बीमा से जुड़े कुछ कठिन शब्दावली

    किसी भी प्रकार का जीवन बीमा लेते समय हमें सभी जीवन बीमा के प्रकारों को समझाना जरुरी है, उन बीमा में प्रयोग होने वाले कुछ कठिन शब्दावली है जिसे जानना बहुत जरुरी है |

  • लाइफ अश्योर्डLife Assured
  • प्रीमियम/ Premium
  • मेच्योरिटी बेनिफिट्स/ Maturity Benifits
  • ग्रेस पीरियड/ Grace Period
  • रिवाइवल पीरियड/ Revival Period
  • फ्री लुक पिरीयड/ Free look Period
  • राइडर/ Rider
  • बीमाधारक/ Insured
  • बीमाधन/ Insurance Money
  • नॉमिनी/ Nominee
  • पोलोसी अवधी/ Policy Period
  • मृत्यु लाभ/ Death benefit
  • लैप्सेड पोलिसी/ Lapsed Policy
  • क्लेम प्रक्रिया/ Claim Process
  • एक्सक्लूजन/ Exclusion
  • 1. लाइफ अश्योर्डLife Assured

    बीमा के माध्यम से जिस व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित किया जाता है उसे लाइफ अश्योर्ड कहा जाता है | पोलिसी अवधी के दौरान लाइफ अश्योर्ड की मृत्यु होने पर नॉमिनी को बीमा धन का लाभ मिलता है |

    2. प्रीमियम/ Premium

    जीवन बीमा प्लान को लेते समय बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक के लिएजो देय राशि निर्धारित की जाती है उसे प्रीमियम कहा जाता हैं | यदि नियत तारीख पर बीमा के प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है तो ग्रेस पीरियड लग जाता है और यदि ग्रेस पीरियड में भी बीमा का भुगतान नहीं किया जाता है तो पोलिसी समाप्त हो जाती हैं |

    3. मेच्योरिटी बेनिफिट्स/ Maturity Benifits

    बीमा पालिसी लेने के बाद जब पोलिसी की अवधी समाप्त हो जाती है तो बीमा कम्पनी की द्वारा मिलाने वाली राशि को मेच्योरिटी बेनिफिट्स कहते है |

    4. ग्रेस पीरियड/ Grace Period

    जब बीमाधारक बीमा पोलिसी के प्रीमियम को नहीं चुका पता है तो उस प्रीमियम का भुगतान करने के लिए बीमा कम्पनी द्वारा बीमाधारक को जो अतिरिक्त समय दिया जाता है तो उसे ग्रेस पीरियड कहा जाता हैं |

    5. रिवाइवल पीरियड/ Revival Period

    यदि बीमा पोलिसी में ग्रेस पीरियड लग गया है और आप फिर भी बीमा नहीं चुकाते है तो बीमा पोलिसी समाप्त हो जाती हैं |

    अगर बीमा धारक दुबारा अपनी बीमा पोलिसी शुरू करना चाहता है तो एक निश्चित समय तक इंतजार करने के बाद ही बीमा पोलिसी शुरू करवा सकते है तो इस प्रकार के पीरियड को रिवाइवल पीरियड कहते हैं |

    6. फ्री लुक पिरीयड/ Free look Period

    अगर बीमाधारक पोलिसी लेने के कुछ समय बाद पोलिसी के नियम और शर्तो से संतुष्ट नहीं है तो एक निश्चित समय के बाद पोलिसी के नियमानुसार पोलिसी वापस कर ली जाती है तो इसे फ्री लुक पीरियड कहते है |

    फ्री लुक पीरियड में स्टाम्प डियूटी चार्ज कट कर मेडिकल एग्जामिनेशन, प्रोपोर्शनेट रिस्क प्रीमियम और प्रीमियम राशि वापस कर दी जाती हैं |

    7. राइडर/ Rider

    लिए गए जीवन बीमा प्लान में यदि आप प्रसार/विस्तार करना चाहते है तो राइडर के माध्यम से किया जाता है | राइडर एक प्रकार का अतिरिक्त बेनिफिट्स होते है जो जीवन बीमा प्लान के साथ लिए जाते है |

    राइडर लाभ ऐच्छिक होते है और यह बीमाधारक को अतिरिक्त वितीय सुरक्षा प्रदान करते हैं जो अतिरिक्त प्रीमियम दे कर लिए जाते हैं |

    8. बीमाधारक/ Insured

    ऐसा व्यक्ति जो बीमा कम्पनी से बीमा प्लान खरीदता है और उस प्लान का प्रीमियम भरता है बीमाधारक कहलाता है | जो व्यक्ति बीमा खरीदता है जरुरी नहीं की उसका जीवन बीमित हो कोई भी व्यक्ति बीमा का मालिक हो सकता है |

    9. बीमाधन/ Insurance Money

    बीमाधन वह राशि है जो बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर लाभार्थी या नॉमिनी को प्राप्त होता है |

    बीमा कम्पनी से जीवन बीमा प्लान खरीदते समय बीमाधारक जिस राशि का चुनाव करता है तो पोलिसी के अवधी के दौरान यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो वह समस्त राशि लाभार्थी को प्रदान की जाती है |

    10. नॉमिनी/ Nominee

    बीमा पोलिसी खरीदते समय बीमाधारक द्वारा नामांकित किये गए व्यक्ति को नॉमिनी या लाभार्थी कहा जाता है | बीमाधारक को किसी प्रकार की आकस्मिक घटना (मृत्यु, पैरालायिज आदि ) होने पर बीमा कम्पनी द्वारा पेआउट नॉमिनी को ही प्रदान किये जाते है |

    बीमा पोलिसी खरीदते समय ही नॉमिनी का चुनाव किया जाता है आमतौर पर यह बीमाधारक की पत्नी, बच्चे, या माता – पिता होते है |

    11. पोलोसी अवधी/ Policy Period

    जितने समय के लिए बीमा कम्पनी द्वारा जीवन बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है उस अवधी को पोलिसी पीरियड कहा जाता है |

    12. मृत्यु लाभ/ Death benefit

    पोलिसी पीरियड के दौरान बीमाधारक की मृत्यु होने पर बीमा कम्पनी द्वारा नॉमिनी को प्रदान की गयी राशि मृत्यु लाभ कहलाता है | यदि पोलिसी की अवधी समाप्त हो जाती है तो मृत्यु का लाभ नहीं मिल पता है |

    आमतौर पर मृत्यु लाभ बीमा पोलिसी की टर्म एंड कंडीशन पर निर्भर करता हैं |

    13. लैप्सेड पोलिसी/ Lapsed Policy

    यदि बीमा पोलिसी में ग्रेस पीरियड लग गयी तो ग्रेस पीरियड लगने के बाद भी यदि बीमाधारक प्रीमियम नहीं भर पाता तो पोलिसी लेप्स हो जाती है तो इसे लैप्सेड पोलिसी कहते हैं |

    14. क्लेम प्रक्रिया/ Claim Process

    बीमाधारक द्वारा बीमा कम्पनी से बीमा लेने के बाद पोलिसी अवधी के दौरान यदि बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो लाभार्थी मृत्यु लाभ के लिए क्लेम भरता है तो इसे क्लेम प्रक्रिया कहते हैं |

    15. एक्सक्लूजन/ Exclusion

    जीवन बीमा में बहुत सारे बीमा प्लान होते है और सभी प्लान में सारी परिस्थितिया कवर नहीं हो सकती है फिर भी आप उस परिस्थिति में बीमा क्लेम करते है जो बीमा पोलिसी में कवर नहीं है तो आप को कोई बीमा लाभ नहीं मिलता है इसे एक्सक्लूजन कहा जाता हैं |

    जीवन बीमा पोलिसी के लाभ/ Benefits of Life Insurance Policy

    ऊपर में हम जीवन बीमा और जीवन बीमा पोलिसी के प्रकारो के बारे में जाने है अब हम जानेगे की जीवन बीमा लेने के क्या फायदे होते है | दोस्तों जीवन बीमा लेने के बहुत सारे फायदे होते है और समय के साथ आप के बढ़ते हुए इनकम में कर लाभ भी प्रदान करते है, चलिए आज हम कुछ फायदों के बारे में चर्चा करते है |

    • जीवन बीमा का सबसे बड़ा फायदा आप के परिवार की सुरक्षा |
    • जीवन बीमा के माध्यम से लोन की प्राप्ति |
    • बच्चो की उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और चिकित्सा में मदद |
    • इससे आप के परिवार की नियमित आय भी हो सकती है |
    • ऑनलाइन भुगतान की छूट |
    • इनकम टैक्स अधिनियम -1961 के तहत धारा 80c और 80d के अंतगर्त प्रीमियम भुगतान पर कर ( Tax ) लाभ |

    जीवन बीमा पोलिसी के नुकसान/ Disadvantages of Life Insurance Policy

    जहा जीवन बीमा पोलिसी के बहुत सारे लाभ है वही जीवन बीमा पोलिसी के कुछ नुकसान भी है तो चलिए हम आज इसके बारे में जानते है |

    • पोलिसी के ख़त्म होने तक पैसे देने पड़ते है तभी आप क्लेम कर सकते हैं |
    • यदि आप पोलिसी सरेंडर ( पोलिसी वापस ) करते है तो आप को पूरे पैसे नहीं मिलेगे जितने आप दिए हैं |
    • मेडिकल या हेल्थ इन्सुरेंस को हर साल रिनुअल कराना पड़ता है |
    • जीवन बीमा प्लान की वापसी पर को पैसे कोई वापस नहीं मिलते |

    जीवन बीमा पोलिसी खरीदने के लिए जरुरी दस्तावेज/ Documents required to buy life insurance policy

    जीवन बीमा पोलिसी खरीदते समय बीमा कम्पनी केवाईसी के बहुत से जरुरी दस्तावेजो की माग करते है जिसके न होने पर आप को बीमा पोलिसी लेने में प्रोब्लेम हो सकती है | आज हम जानेगे कुछ जरुरी डाक्यूमेंट्स के बारे में |

  • इनकम प्रमाण पत्र |
  • ऐड्रेस प्रूव :-
    • आधार कार्ड
    • ड्राइविंग लाइसेंस
    • वोटर आईडी कार्ड
    • राशन कार्ड
    • पासपोर्ट
  • पहचान पत्र |
  • उम्र का प्रमाण पत्र |
  • अन्य दस्तावेज |
  • जीवन बीमा पोलिसी की जरुरत क्यों पड़ती है/ Why is a Life Insurance Policy Needed

    • आपत्तिकाल में वित्तीय सुरक्षा के लिए |
    • बच्चो के शैक्षणिक व वित्तीय सुरक्षा के लिए |
    • रिटायर्मेंट के बाद आय के नियमित स्रोत के लिए |
    • किसी विकट बीमारी या दुर्घटना में वित्तीय सुरक्षा के लिए |
    • बीमाधारक के मृत्यु पर परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए |

    जीवन बीमा पोलिसी लेते समय किन बातो का ध्यान रखें/ Things to keep in mind while taking a life insurance policy

    आज के समय अलग – अलग बीमा कम्पनियों के अलग -2 प्लान है लेकिन सबसे जादा जरुरी है की हम अपने प्लान का चुनाव करते समय बीमा कम्पनी में क्या देखना चाहिए जिससे की अपने लिए एक अच्छा जीवन बीमा प्लान खरीद सके | आज हम इससे जुडी कुछ बाते जानते है |

    • क्लेम सेटलमेंट रेसियो -: बीमा प्लान खरीदते समय सबसे पहले देखना है की उस कम्पनी का क्लेम सेटलमेंट रेसियो कितना है सबसे जादा क्लेम सेटलमेंट रेसिओ वाली कम्पनी प्रायः अच्छी मानी जाती है |
    • क्लेम सेटलमेंट अमाउंट -: क्लेम सेटलमेंट रेसिओ से भी जादा जरुरी है क्लेम सेटलमेंट अमाउंट को देखना क्युकी कम्पनी कई बार छोटे – छोटे अमाउंट को क्लियर करके अपना क्लेम सेटलमेंट रेसिओ बढ़ा लेती है और बड़े – बड़े अमाउंट को पेन्डिंग में डाल देती है इसलिए जादा जरुरी हो जाता है क्लेम सेटलमेंट अमाउंट को देखना |
    • कस्टमर रिव्यू -: कोई भी पोलिसी लेते समय बहुत जरुरी है की देखे उस कम्पनी के प्रति लोगो के रिव्यू कैसे है क्युकी इससे पता चलता है की बीमा कम्पनी अपने कस्टमर को कितना सपोर्ट करती है |
    • बीमा कम्पनी की प्रतिष्ठा |

    धन्यवाद दोस्तों हम लोगो ने आज जाना है की बीमा क्या है, बीमा के कितने प्रकार होते है, जीवन बीमा क्या है, जीवन बीमा पोलिसी के प्रकार क्या है, जनरल इन्सुरेंस क्या है और कितने प्रकार है, जीवन बीमा से जुड़े कुछ कठिन शब्द, जीवन बीमा के लाभ, जीवन बीमा के नुकसान और भी बहुत कुछ |

    हम अपने आने वाले आर्टिकल में जानेगे की राइडर क्या है इसे किसके साथ खरीदना चाहिए और क्यों, क्लेम प्रक्रिया कैसे काम करती है, बीमा से लोन कैसे लेते है, बीमा लेने के लिए कौन – कौन से ऐप है, हेल्थ इन्सुरेंस क्या है, बेस्ट हेल्थ इन्सुरेंस कौन सा है आदि |

    आप को हमारा आर्टिकल कैसा लगा कमेन्ट करके जरुर बताये और हमसे जुड़ने के लिए इस वेबसाइट को सब्सक्राइब भी करले और किसी भी प्रकार के प्रश्न के लिए कांटेक्ट फॉर्म के माध्यम से संपर्क कर सकते है आप को जल्द से जल्द जबाब दिया जायेगा | धन्यबाद

    FAQ Related to Jivan Bima

    सबसे बढ़िया जीवन बीमा कौन सा है?

    सबसे बढ़िया जीवन बीमा प्लान LIC का जीवन उमंग है जो होल लाइफ कवरेज प्रदान करता हैं |

    जीवन बीमा कितने प्रकार का होता है?

    आमतौर पर जीवन बीमा 8 प्रकार के होते है |
    1. टर्म जीवन बीमा प्लान
    2. मनी बैक बीमा प्लान
    3. एंडोमेंट बीमा प्लान
    4. सम्पूर्ण जीवन बीमा
    5. बचत और निवेश बीमा प्लान
    6. चाइल्ड लाइफ बीमा प्लान
    7. रिटायर्मेंट बीमा प्लान
    8. यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान

    जीवन बीमा कैसे किया जाता है?

    जीवन बीमा दो प्रकार से किया जाता है |
    1. ऑफलाइन बीमा – जो बीमा एजेंट द्वारा किया जाता है |
    2. ऑनलाइन बीमा – जो आप स्वयं इन्टरनेट के माध्यम से बीमा प्लेटफार्म में जाकर कर सकते है |

    जीवन बीमा से क्या फायदा है?

    जीवन बीमा करके बीमा से मिलने वाले लोन पर टैक्स नहीं लगता है और हम अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते है | रिटायर्मेंट के बाद हम अपने वित्तीय लक्ष्य को पा सकते है |

    कितने का जीवन बीमा खरीदना चाहिए?

    आमतौर पर देखे तो जीवन बीमा लगभग अपनी अनुअल इनकम की 20 से 30 गुना लेनी चाहिए |

     

     


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