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DNA क्या है? संरचना रासायनिक संघटन कार्य प्रतिकृति महत्व और उपयोग – पूर्ण विवरण


DNA क्या है? संरचना, रासायनिक संघटन, कार्य, प्रतिकृति, महत्व और उपयोग – पूर्ण विवरण 1. परिचय  DNA जीव विज्ञान की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है। हर जीवित प्राणी-पौधा, जानवर या मनुष्य-के शरीर में DNA पाया जाता है। यह वह अणु है जो यह तय करता है कि कोई जीव कैसा दिखेगा, कैसे कार्य करेगा और अगली पीढ़ी में कौन-से गुण पहुँचेंगे। इसी कारण DNA को "जीवन की ब्लूप्रिंट" कहा जाता है। 2... Read More

DNA क्या है?

संरचना, रासायनिक संघटन, कार्य, प्रतिकृति, महत्व और उपयोग – पूर्ण विवरण

1. परिचय 

DNA जीव विज्ञान की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है। हर जीवित प्राणी-पौधा, जानवर या मनुष्य-के शरीर में DNA पाया जाता है। यह वह अणु है जो यह तय करता है कि कोई जीव कैसा दिखेगा, कैसे कार्य करेगा और अगली पीढ़ी में कौन-से गुण पहुँचेंगे।

इसी कारण DNA को "जीवन की ब्लूप्रिंट" कहा जाता है।

2. DNA का पूरा नाम और परिभाषा

DNA का पूरा नाम:

  • Deoxyribonucleic Acid

परिभाषा:

DNA एक न्यूक्लिक अम्ल है जो कोशिका में आनुवंशिक जानकारी को संग्रहित करता है और उसे पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित करता है।

3. DNA की खोज का इतिहास

1869 फ्रेडरिक मीशर ने DNA को पहली बार अलग किया

1953 – जेम्स वॉटसन और फ्रांसिस क्रिक ने DNA की डबल हेलिक्स संरचना बताई

इस खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिला

यह खोज आधुनिक Genetics और Biotechnology की नींव बनी।

4. DNA कहाँ पाया जाता है?

यूकैरियोटिक कोशिका में → नाभिक 

माइटोकॉन्ड्रिया में → माइटोकॉन्ड्रियल DNA

प्रोकैरियोटिक जीवों में → साइटोप्लाज्म

5. DNA की रासायनिक संरचना

DNA कई छोटे-छोटे भागों से मिलकर बना होता है जिन्हें न्यूक्लियोटाइड कहते हैं।

प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड के तीन भाग:

    1. डिऑक्सीराइबोज शर्करा

    2.फॉस्फेट समूह

    3. नाइट्रोजन क्षार

नाइट्रोजन क्षार के प्रकार:

  • एडेनिन (A)
  • थायमिन (T)
  • ग्वानिन (G)
  • साइटोसिन (C)

6. DNA की संरचना – डबल हेलिक्स मॉडल

DNA की संरचना सीढ़ी जैसी होती है जिसे Double Helix कहते हैं।

  • सीढ़ी की साइड → शर्करा + फॉस्फेट
  • सीढ़ी की पायदान → नाइट्रोजन क्षार

यह संरचना DNA को:

  • मजबूत
  • स्थिर
  • लंबी जानकारी सुरक्षित रखने योग्य बनाती है

7. DNA की भौतिक विशेषताएँ

  • लंबा और पतला अणु
  • नकारात्मक आवेश
  • अत्यंत स्थिर
  • स्वयं की प्रतिकृति बनाने में सक्षम

8. जीन और DNA का संबंध

DNA का छोटा कार्यात्मक भाग जीन कहलाता है।     जीन = गुणों की इकाई हर जीन किसी एक विशेष लक्षण को नियंत्रित करता है, जैसे:

  • आँखों का रंग
  • त्वचा का रंग
  • रक्त समूह

9. DNA के प्रकार

1. न्यूक्लियर DNA

  • नाभिक में पाया जाता है
  • अधिकांश आनुवंशिक जानकारी यहीं होती है

2. माइटोकॉन्ड्रियल DNA

  • माइटोकॉन्ड्रिया में पाया जाता है
  • माँ से संतान में जाता है

10. DNA के कार्य 

DNA शरीर में अनेक महत्वपूर्ण कार्य करता है:

  • आनुवंशिक जानकारी का संग्रह
  • माता-पिता से संतान में गुणों का स्थानांतरण
  • कोशिका विभाजन में सहायता
  • प्रोटीन संश्लेषण के लिए निर्देश
  • शरीर के विकास और नियंत्रण में भूमिक

11. DNA प्रतिकृति

DNA स्वयं की सटीक कॉपी बनाता है, इसे DNA Replication कहते हैं। Replication के मुख्य चरण:

  • DNA का खुलना
  • Complementary bases का जुड़ना
  • दो समान DNA अणुओं का निर्माण

 यह प्रक्रिया कोशिका विभाजन से पहले होती है।

12. DNA से प्रोटीन निर्माण (Central Dogma – सरल रूप)

DNA → RNA → Protein

  • DNA जानकारी देता है
  • RNA संदेश ले जाता है
  • प्रोटीन शरीर की संरचना और कार्य बनाते हैं

13. DNA में परिवर्तन 

DNA में होने वाले अचानक परिवर्तन को Mutation कहते हैं। Mutation के कारण:

  • विकिरण
  • रसायन
  • त्रुटिपूर्ण प्रतिकृति

  Mutation से:

  • नई विविधताएँ
  • कभी-कभी आनुवंशिक रोग हो सकते हैं।

14. DNA का जैविक और व्यावहारिक महत्व

DNA का उपयोग आज कई क्षेत्रों में होता है:

  • आनुवंशिक रोगों की पहचान
  • फॉरेंसिक साइंस (अपराध जाँच)
  • पितृत्व परीक्षण
  • Biotechnology
  • वैक्सीन और दवाइयों का विकास

निष्कर्ष

DNA जीवन की सबसे मूलभूत इकाई है। यह न केवल हमारे शरीर की रचना और कार्यों को नियंत्रित करता है, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी जीवन को आगे बढ़ाता है। DNA के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है।


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  • Author:-
  • Date:- 2025:12:24
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