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आप लोगों के द्वारा diabetes के बारे सबसे ज्यादा पूछे गए प्रश्न उत्तर


1. डायबिटीज क्या है? डायबिटीज एक पुरानी बीमारी है जिसमें रक्त में शुगर (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। यह इंसुलिन हार्मोन की कमी या शरीर द्वारा इसके प्रभावी उपयोग न होने के कारण होता है। 2. डायबिटीज के मुख्य प्रकार कौन-से हैं? टाइप 1 डायबिटीज: शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता (आमतौर पर बचपन/किशोरावस्था में शुरू होता है)। टाइप 2 डायबिटीज: शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता... Read More

1. डायबिटीज क्या है?

डायबिटीज एक पुरानी बीमारी है जिसमें रक्त में शुगर (ग्लूकोज) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। यह इंसुलिन हार्मोन की कमी या शरीर द्वारा इसके प्रभावी उपयोग न होने के कारण होता है।

2. डायबिटीज के मुख्य प्रकार कौन-से हैं?

  • टाइप 1 डायबिटीज: शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता (आमतौर पर बचपन/किशोरावस्था में शुरू होता है)।

  • टाइप 2 डायबिटीज: शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता (वयस्कों में आम, लेकिन अब युवाओं में भी बढ़ रहा है)।

  • गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes): गर्भावस्था के दौरान होता है।

3. डायबिटीज के लक्षण क्या हैं?

  • बार-बार पेशाब आना

  • अधिक प्यास लगना

  • थकान और कमजोरी

  • धुंधली दृष्टि

  • घाव भरने में देरी

4. क्या डायबिटीज ठीक हो सकती है?

टाइप 1 डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इंसुलिन और जीवनशैली प्रबंधन से नियंत्रित किया जा सकता है। टाइप 2 डायबिटीज को डाइट, एक्सरसाइज और दवाओं से कंट्रोल किया जा सकता है, कभी-कभी रिवर्स भी हो सकता है।

5. डायबिटीज का पता कैसे लगाएं?

  • Fasting Blood Sugar Test (खाली पेट ब्लड शुगर)

  • HbA1c Test (3 महीने का औसत ब्लड शुगर लेवल)

  • Oral Glucose Tolerance Test (OGTT)

6. डायबिटीज में क्या खाना चाहिए?

  • हरी पत्तेदार सब्जियाँ

  • फाइबर युक्त आहार (जैसे ओट्स, दालें)

  • प्रोटीन (दाल, अंडे, मछली)

  • कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल (सेब, नाशपाती)

7. डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • चीनी और मीठे पेय (कोल्ड ड्रिंक, जूस)

  • रिफाइंड कार्ब्स (मैदा, सफेद चावल)

  • तले हुए और प्रोसेस्ड फूड

8. क्या डायबिटीज में फल खा सकते हैं?

हाँ, लेकिन कम शुगर वाले फल जैसे जामुन, संतरा, पपीता लें। अधिक मीठे फल (आम, केला, अंगूर) सीमित मात्रा में खाएं।

9. क्या डायबिटीज वाले चावल खा सकते हैं?

सफेद चावल की जगह **ब्राउन राइस या क्विनो

 

10. क्या डायबिटीज वंशानुगत (जेनेटिक) होता है?

हाँ, टाइप 2 डायबिटीज में आनुवंशिक प्रवृत्ति होती है, लेकिन अनहेल्दी लाइफस्टाइल इसके खतरे को बढ़ा देता है।

11. डायबिटीज में शुगर लेवल कितना होना चाहिए?

  • खाली पेट: 70–100 mg/dL (सामान्य), 100–125 mg/dL (प्री-डायबिटीज), 126 mg/dL+ (डायबिटीज)

  • खाने के 2 घंटे बाद: 140 mg/dL से कम (सामान्य), 180 mg/dL+ (डायबिटीज)

12. क्या डायबिटीज में शहद खा सकते हैं?

शहद में भी शुगर होती है, इसलिए बहुत कम मात्रा में ही लें या डॉक्टर से सलाह लें।

13. डायबिटीज में कौन-सी एक्सरसाइज सबसे अच्छी है?

  • वॉकिंग, योग, साइक्लिंग

  • स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (मांसपेशियों की संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए)

14. क्या डायबिटीज से आँखों पर असर पड़ता है?

हाँ, डायबिटिक रेटिनोपैथी हो सकती है, जिससे दृष्टि कमजोर हो सकती है। नियमित आँखों की जाँच जरूरी है।

15. डायबिटीज में पैरों की देखभाल क्यों जरूरी है?

हाई शुगर लेवल से पैरों में सुन्नता, घाव और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। रोजाना पैरों की जाँच करें।

16. क्या डायबिटीज में अंडे खा सकते हैं?

हाँ, उबले अंडे प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं, लेकिन अगर कोलेस्ट्रॉल अधिक है तो सीमित मात्रा में लें।

17. डायबिटीज और तनाव का क्या संबंध है?

तनाव से कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है।

18. क्या डायबिटीज में दूध पी सकते हैं?

हाँ, लेकिन लो-फैट या टोंड दूध बेहतर है। मीठा दूध (जैसे बादाम दूध) न पिएँ।

19. डायबिटीज में कौन-सी चाय पी सकते हैं?

  • ग्रीन टी, ब्लैक टी (बिना चीनी के)

  • दालचीनी वाली चाय (शुगर कंट्रोल में मददगार)

20. क्या डायबिटीज से किडनी खराब हो सकती है?

हाँ, डायबिटिक नेफ्रोपैथी एक गंभीर जटिलता है। नियमित किडनी फंक्शन टेस्ट करवाएँ।

21. डायबिटीज में कितनी नींद लेनी चाहिए?

6–8 घंटे की नींद जरूरी है। नींद की कमी से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है।

22. क्या डायबिटीज में नारियल पानी पी सकते हैं?

हाँ, लेकिन एक गिलास से अधिक नहीं, क्योंकि इसमें प्राकृतिक शुगर होती है।

23. डायबिटीज में कौन-सा तेल इस्तेमाल करें?

  • सरसों का तेल, ऑलिव ऑयल, कोकोनट ऑयल (सीमित मात्रा में)

  • वनस्पति घी और रिफाइंड तेल से बचें।

24. क्या डायबिटीज में उपवास (फास्टिंग) कर सकते हैं?

डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि लंबे समय तक भूखे रहने से हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है।

25. डायबिटीज में कौन-सी दालें खाएँ?

  • मूंग दाल, चना दाल, अरहर दाल (फाइबर युक्त)

  • उड़द दाल कम मात्रा में लें।

26. क्या डायबिटीज में गुड़ खा सकते हैं?

गुड़ में शुगर होती है, इसलिए नहीं खाना चाहिए या बहुत कम मात्रा में लें।

27. डायबिटीज में कौन-सा ड्राई फ्रूट खाएँ?

  • बादाम, अखरोट, काजू (कम मात्रा में)

  • किशमिश, खजूर से बचें।

28. क्या डायबिटीज में एल्कोहल ले सकते हैं?

नहीं, यह ब्लड शुगर को अनियंत्रित कर सकता है और लीवर को नुकसान पहुँचाता है।

29. डायबिटीज में हाथ-पैरों में झनझनाहट क्यों होती है?

हाई शुगर लेवल से नर्व डैमेज (डायबिटिक न्यूरोपैथी) हो सकती है।

30. क्या डायबिटीज में COVID-19 का खतरा अधिक होता है?

हाँ, डायबिटीज वाले लोगों को गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक होता है, इसलिए वैक्सीन और सावधानी जरूरी है।


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आखिर क्यों Diabetes शुगर मधुमेह रोग हमारे देश के लोगों को ही ज्यादा हो रही है क्या कारण है


भारत दुनिया में Diabetes /शुगर /मधुमेह रोग के सबसे ज़्यादा मरीजों वाला देश है। 2022 के आँकड़ों के अनुसार, भारत में 21.2 करोड़ (212 मिलियन) वयस्क डायबिटीज से पीड़ित हैं, जो वैश्विक मरीजों का ~25% है  शीर्ष 5 देश: देश डायबिटीज मरीज (करोड़ में) भारत                     21.2 चीन 14.8 अमेरिका  4.2 पाकिस... Read More

भारत दुनिया में Diabetes /शुगर /मधुमेह रोग के सबसे ज़्यादा मरीजों वाला देश है।

  • 2022 के आँकड़ों के अनुसार, भारत में 21.2 करोड़ (212 मिलियन) वयस्क डायबिटीज से पीड़ित हैं, जो वैश्विक मरीजों का ~25% है 

  • शीर्ष 5 देश:

    देश डायबिटीज मरीज (करोड़ में)
    भारत                     21.2
    चीन 14.8
    अमेरिका  4.2
    पाकिस्तान  3.6
    इंडोनेशिया  2.5

भारत में डायबिटीज इतनी तेज़ी से क्यों बढ़ रही है?

मुख्य कारण:

  • खानपान में बदलाव:

    • अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड (चिप्स, केक, फ्राइड फूड) और एडवांस्ड ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) वाले आहार का बढ़ता सेवन। ये शरीर में सूजन और इंसुलिन रेसिस्टेंस बढ़ाते हैं 69।

    • पारंपरिक आहार (उबली/भाप वाली चीज़ें) की जगह तला-भुना खाना।

  • जीवनशैली की समस्याएँ:

    • शहरीकरण के कारण शारीरिक गतिविधि कम होना।

    • मोटापा: भारतीयों में "थिन-फैट इंडियन" ट्रेंड, यानी दुबले दिखने पर भी पेट की चर्बी ज़्यादा होना

    • तनाव, नींद की कमी, और अनियमित दिनचर्या।

  • आनुवांशिक कमज़ोरी:

    • भारतीयों में इंसुलिन रेसिस्टेंस की प्रवृत्ति ज्यादा, यहाँ तक कि सामान्य BMI वालों में भी

  • हेल्थकेयर सुविधाओं की कमी:

    • 2022 में ~14 करोड़ भारतीयों को डायबिटीज का इलाज नहीं मिला 

    • ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और टेस्टिंग की कमी।

Diabetes ek metabolic disorder hai jisme body glucose (blood sugar) ko control nahi kar pati. Kyuki:

  • इंसुलिन (pancreas se banne wala hormone) कम बनता है, ya

  • Cells इंसुलिन को सही respond nahi karte (इंसुलिन रेसिस्टेंस)। Result? Blood mein glucose jam hota rahta hai → High Blood Sugar (Hyperglycemia).

Aakhir Kyu Hota Hai? Root Causes:

✅ 1. Type 1 Diabetes (5-10% Cases):

  • Autoimmune Attack: Body apne hi pancreas ki beta cells ko destroy kar deti hai (jo insulin banati hain).

  • Trigger: Genetic + Viral infection/environmental factors.

  • Age: Mostly bachchon/young adults mein hota hai.

✅ 2. Type 2 Diabetes (90% Cases):

कारण कैसे होता है?
इंसुलिन रेसिस्टेंस Cells इंसुलिन की "key" ko ignore karte hain → Glucose cell mein enter nahi kar pata.
पैंक्रियास थक जाता है Years of overwork se insulin-producing cells damage हो जाती hain.
मोटापा (Obesity) Fat cells (खासकर पेट की चर्बी) hormones release karte hain jo insulin ko block karte hain.
जेनेटिक्स Ma-Baap ko diabetes ho → 40% chance apko bhi ho sakta hai.
Sedentary Lifestyle Din bhar sitting, zero exercise → muscles glucose use nahi kar pate.
Unhealthy Diet Roz का ज्यादा चावल, maida, sugar, processed snacks खाना.

✅ 3. Gestational Diabetes (Pregnancy में):

  • Placenta se banne wale hormones insulin ko block karte hain.

  • Delivery ke baad thik ho jata hai, lekin future mein Type 2 ka risk rehta hai.

⚠️ Body Pe Effects - Complications (Agar Control Na Kiya Toh):

अंग नुकसान
आँखें Retinopathy → धुंधला दिखना, blindness तक।
किडनी Nephrons damage → Dialysis chalu करना पड़ सकता है।
नसें (Nerves) Neuropathy: पैरों में जलन/सुन्नपन → घाव न भरना → amputation।
दिल Cholesterol बढ़ना → Heart attack risk 2X।
खून की नसें High BP, stroke का खतरा।

 

टेस्ट्स जो हर महीने कराएँ:

  • Fasting Sugar: 70-100 mg/dL (सुबह खाली पेट)

  • Postprandial (PP): 140 mg/dL se kam (खाने के 2 घंटे बाद)

  • HbA1c: हर 3 महीने में (आपका 3 महीने का sugar report card) → <7% लक्ष्य रखें।

आखिर Diabetes क्यों होता है?

इसके मुख्य कारण हैं:

✅ 1. इंसुलिन की कमी / गड़बड़ी

  • टाइप 1: Body की immune system गलती से पैंक्रियास की इंसुलिन बनाने वाली cells को खत्म कर देती है।

  • टाइप 2: Cells इंसुलिन को सही से respond नहीं करते (Insulin Resistance) या पैंक्रियास कम इंसुलिन बनाता है।

2. Lifestyle Factors (जीवनशैली):

  • मोटापा: खासकर पेट की चर्बी बढ़ना।

  • फिजिकल एक्टिविटी कम होना।

  • ज्यादा मीठा या प्रोसेस्ड फूड खाना।

  • तनाव और नींद कम लेना।

3. Genetic कारण:

अगर family में माँ-बाप, भाई-बहन को diabetes है, तो risk बढ़ जाता है।

⚠️ शुरुआती Symptoms (संकेत):

  • बार-बार पेशाब आना (Frequent Urination)

  • हमेशा प्यास लगना और भूख बढ़ जाना

  • बिना वजह थकान या वजन कम होना

  • आँखें धुंधली होना या घाव देरी से भरना


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कही आप को भी diabetes शुगर मधुमेह रोग तो नहीं है जाने इसके 10 लक्षण


यदि आपको निम्न 10 लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे, तो यह मधुमेह (डायबिटीज) का संकेत हो सकता है। इन्हें पहचानकर आप समय रहते सचेत हो सकते हैं मधुमेह (डायबिटीज) के संकेत उदाहरणों के साथ समझें मधुमेह के लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं, और कई बार लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। यहाँ&nbsp;विस्तार से उदाहरणों के साथ समझाया गया है&nbsp;कि कैसे डायबिटीज के संकेत शरीर में प्रकट होते हैं: 1. बार-बार पेशाब आना... Read More

यदि आपको निम्न 10 लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे, तो यह मधुमेह (डायबिटीज) का संकेत हो सकता है। इन्हें पहचानकर आप समय रहते सचेत हो सकते हैं

मधुमेह (डायबिटीज) के संकेत उदाहरणों के साथ समझें

मधुमेह के लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देते हैं, और कई बार लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। यहाँ विस्तार से उदाहरणों के साथ समझाया गया है कि कैसे डायबिटीज के संकेत शरीर में प्रकट होते हैं:

1. बार-बार पेशाब आना (Polyuria)

  • उदाहरण: रात में 3-4 बार यूरिन के लिए उठना या दिन में बहुत बार टॉयलेट जाना।

  • कारण: खून में शुगर अधिक होने पर किडनी उसे छानकर पेशाब के जरिए बाहर निकालती है, जिससे बार-बार यूरिन आता है।

2. अत्यधिक प्यास लगना (Polydipsia)

  • उदाहरण: बार-बार पानी पीने के बाद भी गला सूखना या ठंडे पानी की बोतल हमेशा साथ रखना।

  • कारण: बार-बार पेशाब जाने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे तेज प्यास लगती है।

3. अचानक वजन कम होना (बिना डाइट या एक्सरसाइज के)

  • उदाहरण: 2-3 महीने में 4-5 किलो वजन कम हो जाना, जबकि खानपान सामान्य है।

  • कारण: इंसुलिन की कमी से शरीर ग्लूकोज को एनर्जी में नहीं बदल पाता और फैट व मांसपेशियों को तोड़ने लगता है।

4. थकान और कमजोरी महसूस होना

  • उदाहरण: सुबह उठकर भी आलस लगना, थोड़ा चलने पर ही सांस फूलना।

  • कारण: कोशिकाओं को ऊर्जा नहीं मिल पाती, क्योंकि ग्लूकोज का उपयोग नहीं हो पाता।

5. धुंधला दिखना (Blurred Vision)

  • उदाहरण: अचानक आँखों से साफ न दिखना या पढ़ते समय अक्षर धुंधले लगना।

  • कारण: हाई ब्लड शुगर से आँखों के लेंस में सूजन आ जाती है, जिससे फोकस करने में दिक्कत होती है।

6. घाव का जल्दी न भरना

  • उदाहरण: चोट लगने पर खून बंद होने में समय लगना या छोटा कट भी इन्फेक्शन कर लेना।

  • कारण: शुगर बढ़ने से रक्त वाहिकाएँ और नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे हीलिंग प्रक्रिया धीमी हो जाती है।

7. हाथ-पैरों में झनझनाहट या जलन

  • उदाहरण: पैरों में सुई चुभने जैसा महसूस होना या रात को पैरों में जलन होना।

  • कारण: लंबे समय तक हाई शुगर से नर्व डैमेज (डायबिटिक न्यूरोपैथी) हो जाती है।

8. बार-बर इन्फेक्शन होना

  • उदाहरण:

    • महिलाओं में बार-बार यूरिन इन्फेक्शन (UTI) होना।

    • त्वचा पर खुजली या फंगल इन्फेक्शन (खासकर जननांगों के आसपास)।

  • कारण: शुगर बढ़ने से बैक्टीरिया और फंगस तेजी से पनपते हैं।

9. त्वचा पर काले धब्बे (Acanthosis Nigricans)

  • उदाहरण: गर्दन, बगल या जोड़ों की त्वचा का रंग गहरा हो जाना और मोटा होना।

  • कारण: इंसुलिन रेजिस्टेंस का संकेत (Type 2 डायबिटीज में आम)।

10. मुंह से बदबू आना (Fruity Breath)

  • उदाहरण: सांसों से फल जैसी गंध आना (कीटोन्स बनने के कारण)।

  • कारण: शरीर एनर्जी के लिए फैट तोड़ता है, जिससे कीटोन्स बनते हैं (यह डायबिटिक कीटोएसिडोसिस का संकेत हो सकता है, जो खतरनाक है)।

क्या करें?

  • तुरंत ब्लड टेस्ट कराएँ: Fasting/Postprandial (PP) Blood Sugar, HbA1c।

  • डॉक्टर से सलाह लें: यदि आपको ऊपर दिए गए 2-3 लक्षण भी दिखें, तो देर न करें।

  • जीवनशैली बदलें: शुगर, मैदा और तला हुआ कम खाएँ, रोज 30 मिनट टहलें, वजन नियंत्रित रखें।

⚠️ अगर आपको बहुत अधिक प्यास, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ या बेहोशी जैसे लक्षण हों, तो यह डायबिटिक इमरजेंसी हो सकती है-तुरंत हमसे संपर्क करें


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