Blog by shobhit kumar | Digital Diary
" To Present local Business identity in front of global market"
" To Present local Business identity in front of global market"
(II) टाटा ग्रुप
टाटा भारत के सबसे अग्रणी रिटेलरों में से एक है। ट्रेड इसकी सहायक कंपनी है और यह बेस्ट साइन तथा स्टार इण्डिया बाजार का संचालन करती है। इस रिटेल घराने की स्थापना 1998 में की गई थी। टाटा समूह ने 2005 में पुस्तकों और म्यूजिक के क्षेत्र में सबसे भारतीय रिटेल उद्यम, लैण्ड मार्क का अधिग्रहण किया।
(iii) आरपीजी ग्रुप
आरपीजी समूह भारत में सबसे पुराने रिटेल समूहों में से एक है। इस समूह ने अपने रिटेल फूड वर्ल्ड स्टोर के साथ 196 में फूड और किराना रिटेलिंग के क्षेत्र में प्रवेश किया और अब इसका नाम स्पेंसर्स रखा गया है। आरपीजी समूह ने फार्मेसी और सौंदर्य देखभाल के आउटलेट हैल्थ एण्ड ग्लो के खोले हैं।
(iv) रिलायंस
रिलायंस फैश स्टोर्स और रिलायंस इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ भारत के सबसे बड़े रिटेलरों में से एक है
। (v) आदित्य बिरला
ग्रुप आदित्य बिरला ग्रुप भारत के सबसे बड़े पोशाक रिटेलरों में से एक हैं और इसमें लुईस फिलिप, एलन सोली, वेन ड्यूसन और पीटर इंग्लैण्ड जैसे ब्राण्ड शामिल है। यह समूह रिटेल के अन्य क्षेत्रों में भी रिटेल आउटलेट खोलने जा रहा है।
(vi) के रहेजा ग्रुप
इस समूह ने 2001 में भारत के प्रथम डिपार्टमेंटल स्टोर, शॉपर्स स्टॉप के साथ अपना रिटेल कार्य शुरु किया। इस समूह के स्वामित्व में क्रॉस वर्ड बुक स्टोर्स, होम स्टॉप, (होम सॉल्यूशन) और मदर केयर (बच्चे की देखभाल) शामिल हैं।
vii) इज़ी डे
यह भारत के भारती ग्रुप और यूएसए के वॉलमार्ट के बीच 50 50 संयुक्त उद्यम है।
(viii) ग्लोबल रिटेल
दुनिया भर में रिटेलिंग एक विशाल और अत्यधिक विनियमित क्षेत्र है। यह प्रत्येक देश में सर्वोच्च 15 कंपनियों में से एक रिटेलर है। अमेरिका में वॉलमार्ट 139 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक कारोबार वाली कंपनी है। ब्रिटेन में मार्क्स एण्ड स्पेंसर्स 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर तथा जर्मनी में कारस्टेट नारদ
20 स्टोर प्रचालन सहायक कक्षा १
Read Full Blog...नहीं सत्र 4: भारतीय और वैश्विक रिटेलर्स संगत ज्ञान भारतीय आबादी की जनसांख्यिकी में एक उल्लेखनीय बदलाव हो रहा है। भारत में संगठित रिटेल अपने सर्वोच्च बिंदु पर है। बढ़ती आय और खरीदने की शक्ति में वृद्धि से भारतीय आबादी का एक बड़ा हिस्सा आउटलेट की ओर उन्मुख है, जो उनके प्रतिदिन के जीवन का जरूरी हिस्सा बन गया है और इससे ऐसी अनेक कंपनियों को प्रवेश करने का अवसर मिला है जो इन उन्नत सेवाओं के पूरे समूह को एक संभावित अवसर सुलभ बनाती है। हाइपरमार्किट्स, सुपरमार्किट्स, डिस्काउंट स्टोर, डिपार्टमेंटल स्टोर, सुविधा स्टोर आदि जैसे नए रूप इसी का परिणाम हैं। कुछ कॉर्पोरेट घराने जैसे टाटा (टाटा ट्रेंड), आरपीजी समूह (फूड वर्ल्ड, म्युजिक वर्ल्ड और हैल्थ एण्ड ग्लो), आइटीसी (लाइफ स्टाइल), रहेजा (शॉपर्स स्टॉप), हीरानंदानी (हाइक) ने विभिन्न शहरी और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में इन्हें खोला है। निर्माता निर्यातक पेंटालूंस, बाटा, वीकेंडर आदि। मल्टी ब्राण्ड आउटलेट विजय सेल्स, अपना बाजार, विवेक आदि भी खोले गए हैं। 2010 में प्रमुख भारतीय रिटेलर कुछ प्रमुख रिटेल समूह / चेन निम्नलिखित अनुभागों में देश में प्रचालित कुछ प्रमुख समूहों का वर्णन किया गया है: (1) फ्यूचर ग्रुप (पेंटालून) पेंटालून भारत में सबसे बड़े रिटेलरों में से एक है। फ्यूचर ग्रुप पेंटालून में बिग बाजार नाम से देश का पहला हाइपर मार्किट आरंभ किया। इस कंपनी ने निम्नलिखित रिटेल खण्ड आरंभ किए हैं: खाद्य और किराने: बिग बाजार और फूड बाजार घरेलू समाधान होमटाउन, फर्नीचर और कलैक्शन- । उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स ई जोन शूज : शूज फैक्टरी बुक्स, गिफ्ट और म्यूजिक : डिपो हेल्थ और ब्यूटी केयर स्टार और सितारा ई-टेलिंग: Futurebazaar.com मनोरंजन : बाउलिंग क. रिटेलिंग का परिचय 19 Read Full Blog...
रिटेलिंग को व्यापक रूप से स्टोर और नॉनस्टॉप रिटेलिंग में बांटा जा सकता है A स्टोर रिटेलिंग:_ स्टोर पर आधारित रिटेलिंग को स्वामित्व और प्रस्तावित वस्तुओं के आधार पर बनता जा सकता है a स्वामित्व के आधार पर। 1 स्वतंत्र रिटेलर:_ यह व्यक्ति कुछ स्थानीय या परिवार के सदस्यों को सहायक के रूप में लेकर कार्य करता है उसका ग्राहकों के साथ सीधा संबंध होता है इसके उदाहरण है स्थानीय बनिया किराना स्टोर और पान वाला वह स्थान और उत्पाद मिश्रण पर निर्भर करते हुए स्थानीय कार्य नीति तय करता है 2 चैन रिटेलर या कॉर्पोरेट रिटेलर चैन:_ जब एक व्यक्ति के स्वामित्व में दो या अधिक आउटलेट होते हैं तो उसे रिटेल चैन कहते हैं इन स्टोर को उसे स्थान पर प्रस्तावित उत्पादों या विज्ञापन और प्रोत्साहनों की समानता से पहचाना जाता है उदाहरण है bata एरो लुइस फिलिप फूड वर्ल्ड आदि 3फ्रेंचाइजी:- फ्रेंचाइजी एक semvidaatmek करार है जो फ्रेंचाइजी देने वाले और फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति के बीच किया जाता है जिसमें फ्रेंचाइजी लेने वाले को एक विशेष व्यापार प्रारूप के अनुसार स्थापित नाम के तहत व्यापार चलाना होता है और इसके बदले उसे शुल्क या मुआवजा मिलता है इसके उदाहरण है मैकडॉनल्ड'पिज़्ज़ा हट वेंन husen आदि Read Full Blog...
असंगठित रिटेलिंग
भारतीय रिटेल उद्योग जिस पर छोटे परिवारों द्वारा चलाई जाने वाले कीराना स्टरों का पारंपरिक आधिपत्य था उनकी मूल संरचना में दुर्बलता आगे विकास की अपर्याप्त प्रक्रिया आधुनिक तकनीक की कमी है पर्याप्त धनराशि और कुशल जनशक्ति की कमी के कारण इसे असंगठित रिटेलिंग कहा जा सकता है
संगठित रिटेलिंग
संगठित रिटेलिंग का अर्थ है एक संगठित और वैज्ञानिक तरीके से व्यापार चलाना संगठित रिटेलिंग से उपभोक्ताओं को बहुत अधिक लाभ मिला है और इसमें वृद्धि की अपार संभावना है जिससे देश की सकल घरेलू उत्पादों में योगदान मिलता है और रोजगार के अवसर बढ़ाते हैं
आज संगठित रिटेलिंग आराम स्टाइल और गति से पहचान गया अनुभव बन गया है यह कुछ ऐसा है जिसमें ग्राहकों को अधिक नियंत्रण सुविधा और रुचि के साथ अनुभव मिलता है
Read Full Blog...इस बिंदु पर थोक विक्री को समझना अनिवार्य है क्योंकि वितरण चैनल में थोक विक्रेता और रिटेलर एक दूसरे के पूरक हैं थोक विक्री में व्यक्तियों या संगठनों को उनके व्यापार में उपयोग या दोबारा बिक्री के प्रयोजन के लिए बिक्री शामिल है दूसरे शब्दों में थोक विक्रेता रिटैलरो तथा अन्य व्यापारियों को बिक्री और दोबारा बिक्री करता है उपभोक्ताओं को नहीं सामान्य रूप से थोक विक्रेता बड़ी मात्रा की बिक्री करता है वे वस्तुओं का बिक्रि अधिकार लेते हैं वे रिटेलरों को ऋण की सुविधा भी देते हैं एक थोक विक्रेता विनिर्माता तथा रिटेलर के बीच माध्यम के रूप में कार्य करता है
Read Full Blog...
दुकान ऐसे स्थान पर बनाना जहां ग्राहक आकर्षित होते हैं
उन वस्तुओं का स्टॉक रखना जो ग्राहकों के लिए आवश्यक है
बेची जाने वाली वस्तुओं के मूल्य और गुणवत्ता में प्रतिस्पर्धा
वित्तीय रूप से मजबूत और बहुत अधिक स्टॉक या बहुत कम स्टॉक रखने के प्रति सचेत
बाजार के रुझानों तथा इसकी स्थिति से परिचित होना
Read Full Blog...Uchit mulya per upbhoktaon ke liye kam Matra Mein Mal ki aapurti
Vyaktigat sambandhon shishtachar Aur savdhani Aur imandari Ka Palan
Upbhokta ki Mang ka anuman Lagana aur stock uplabdh karana
Upbhokta Ko kharidne Ka margdarshan pradan karna aur anivarya Jankari dena
Nuksan ke liye pratisthapan ki Suvidha pradan karna
Upbhoktaon ko aakarshit karne ke liye vastuon ka Pradarshan aur unhen dikhana
Niyamit Aur bharosemand grahakon Ke Liye Rin ki Suvidha pradan karna
Read Full Blog...
Retailer ki Bhumika Aise utpad pradan karna hai jo use Sahi Samay per aur Sahi Matra Mein chahie isase upbhokta ke liye vastvik mulya Vardhan Ya upyogita badhati Hai yah Char अलग-अलग paripekshon se Aata Hai yah hai
Pahla, Ek utpad ke roop mein upyogita hai jo Grahak ke liye swikarya hai
Dusra Samay ki upyogita jo store ko Aise Sthan per kholkar ki Jaati Hai Jab upbhokta kharidari karna chahte hain
Teesra Sthan ki upyogita jo suvidhajanak Sthan per uplabdh hote hain aur
Chautha swamitva ki upyogita Jab utpad ki bikri hoti hai
Read Full Blog...Retail ka Arth hai upbhoktaon ki jaruraton ke anusar kam matraon Mein vastuon ki bikri ke liye Vyapar gatividhi retail Mein vyaktigat ya Gair vyaparik upyog ke liye vastvik upbhoktaon ko Vastu Ya sevaon Ki bikri Mein Shamil Sabhi gatividhiyan vichar Mein Li Jaati Hain Ek retailer ya retail store Aisa Vyapar udyam Hai Jiski bikri ki Matra Prathmik Taur per retailing se hai
Saral shabdon Mein vastvik upbhoktaon ko bikri karne wala Koi Sangathan Chahe yah Ek Nirmata Hai thok vikreta yah retailer Hai Ve retailing ka Karya hi Karte Hain isase Koi Fark Nahin Padta ki Samanya sevaon ki bikri Kaise ki gai hai ek store mein Sadak per ya internet ke jarie is Prakar retailing ko Vyapar ke Vitran Mein antim Charan Mana Jana chahie jo vastvik peryoktaon ki khapat Ke Liye Hai Aasan shabdon Mein Ek vyakti ya firm Jo vastvik upbhoktaon ko utpadon ki bikri Karta Hai Vastav Mein retailing ka Karya karta hai
Read Full Blog...Retail ka Arth aur mahatva
Pad retail francisi bhasha ke shabd retailer se banaa hai Jiska Arth hota hai Tukdon Mein bantana ya Badi chij ko Todkar Chhota banana
Ab Ham Shabd retail ko Dekhte Hain Jo Ek Aisi Vyapar gatividhi hai jismein grahakon ki avashyakta ke anusar vastuen Chhoti Matra Mein bechi Jaati Hain
Retailing ko upbhog ki vastuon ke vastvik Pratiyogita Tak Vitran dwara pahunchane ka antim Charan Mana Jata Hai atah ismein upbhoktaon Ko unke vyaktigat ya gharelu khapat ke Saman Aur sevaon Ke vipanan ki Sabhi gatividhiyan Shamil Hain
Udaharan ke liye Ham Apne aaspaas ke sthanon mein retailing ki Vibhin gatividhiyon ko chalane wale Kirana dukandaron ko dekhte hain
Read Full Blog...