Blog by Sanjeev panday | Digital Diary
" To Present local Business identity in front of global market"
" To Present local Business identity in front of global market"
धीरू भाई अम्बानी
एक स्कूल अध्यापक के दूसरे पुत्र धीरू अम्बानी का जन्म गुजरात के चरवाद गांव मैं हुआ था । उन्होंने दशवी के बाद पढाई छोड़ दी अपने बड़े भाई रामणिक लाल के पास एडेन चले गए ।
धीरू भाई ने वंहा पेट्रोल पम्प पे नौकरी की। आठ वर्ष एडेन मैं बिताने के बाद , धीरू भाई मुंबई आगये । धीरूभाई ने मुंबई मैं एक निम्न माध्यम स्तरीय परिवार की तरह अपनी ज़िन्दगी शुरू की । जब वह मुंबई आये उस समय उनके पास मात्र ५० रुपया थे । उनका परिवार एक कमरे के पोरशन मैं जयहिंद एस्टेट भुलेश्वर मैं रहता था । वर्ष १९५८ मैं उन्होंने एक छोटा सा ववसयये शुरू किया , जिसमे वे मसाले एवं कपडे इत्यादि बेचने का कार्य करते थे । आठ वर्ष तक यह कार्य करने के बाद धीरूभाई ने अपना पहला लक्ष्य हासिल किया , जब उन्होंने नरोदा (अहमदाबाद ) एक छोटी स्पिनिंग मिल खरीदी , बस उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ के नहीं देखा । वर्ष १९७७ मैं रिलायंस इंडस्ट्रीज का पहला सर्वजनिक निवेश जारी हुआ और देखते ही देखते रिलायंस का कारोबार ७५० करोड़ तक पहुंच गया । वर्ष २००० मैं अख़बार के आंकड़ों के अनुसार रेलयांश की पूंजी ३०० करोड़ थी ।
धीरूभाई अम्बानी को देश के राजनितिक परिवर्तन से कई बार , समस्याओ का भी सामना करना पड़ा लकिन वे हर परिस्तिथि मैं आगे ही बढ़ते रहे । अपने शेयर धारको को उन्होंने , रिलायंस परिवार का नाम दिया एवं रिलायंस का शेयर धारक, रिलायंस की प्रगति के साथ साथ लाभिनवंत हुआ
Read Full Blog...
वर्ष १८६३ मैं हेनरी फोर्ड को बचपन से मशीनों एवं औजारों को ठीक करने मैं रूचि थी। १६ वर्ष की उम्र मैं ही उन्होंने घर छोड़ कर एक कंपनी मैं अप्रेंटिस का काम शुरू कर दिया । धीरे धीरे वे स्टीम इंजीने सुधरने काम करने लगे । फिर उन्होंने एक आरा मशीन लगाई एवं अपना जीवनयापन करने लगे । वर्ष १८९१ मैं ड्रेट्रॉएट मैं एक कंपनी मैं इंजीनियर एवं १८९३ मैं चीफ इंजीनियर के पद पर पदोन्नत हुए । वर्ष १८९६ मैं उन्होंने एक स्वयं चलित विहिकल बनाने मैं कामयाबी मिली। चार पहियों की यह साइकिल , उनके द्वारा बनाई पहली स्व-चलित साइकिल थी।
कई बार असफलता का स्वाद चखने के बाद फोर्ड ने वर्ष १९०३ मैं अपनी कंपनी शुरू की एवं कार निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया।फोर्ड का सपना था, एक ऐसे कार का निर्माण करना, जिसका उपयोग आम आदमी कर सके एवं जिसका उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा सके ।
Read Full Blog...श्री करसनभाई पटेल चेयरमन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर निरमा
एक किसान का पुत्र अपना डिटर्जेंट बनाने का उद्योग वर्ष १९६९ मैं अपने घर के पिछवाड़े मैं मात्रा १० वर्ग फुट जगह पैर शुरू करता है । स्वयं सोडा ऐश मैं अन्य रासायनिक प्रदार्थ मिलकर, तेज गर्मी मैं स्वयं ही पैक करता है, घर-घर मैं बेचने के लिए निकलता है शीघ्र ही ही उसका बनाया डिटर्जेंट (जो वह मात्र तीन रुपए प्रति किलो के भाव से बेचते है ) घरो मैं लोकप्रिय हासिल कर लेता है
आज वह डिटर्जेंट निरमा के नाम से सारे देश मैं नाम कमा चूका है अज्ज उनकी फैक्ट्री मैं १५०व्यक्ति काम करते है। लगभग ५० करोड़ का वार्षिक टर्नओवर है । यह व्यक्ति और नहीं, सफलता के प्रतिबिम्ब - श्री करसनभाई पटेल है ।
विज्ञानं विषय से स्नातक श्री करसनभाई पटेल आज सफलता के पर्याय माने जाते है । सत्तर के दशक मैं, जब डिटर्जेंट की शुरुआत ही हुई , एवं इस क्षेत्र मैं मल्टीनेशनल , हिंदुस्तान लिवर के सिर्फ का बोलबाला था । निरमा द्वारा बाजार मैं अपनी जगह बनाना एक चमत्कार से काम नहीं । निरमा ने चार P पर सफलता हासिल की ।
Perfect match of product
Price value based
Place
Promotion
आज समस्त मैनजमेंट स्कूलों मैं व्यावसायिक क्षेत्र मैं निरमा की कहानी को एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप से पढ़ाया जाता है । , इस पर विस्तृत चर्चा की जाती है। करसनभाई पटेल की सूझबुझ एवं अथक कड़ी मेहनत द्वारा प्राप्त सफलता निश्चित ही सभी के लिए प्रेणनास्पद है, प्रेरणास्रोत है।
Read Full Blog...जब हम कुछ करने का प्रयास करते है । और किसी न किसी कारण वस् हमे अपने मकसद मैं कामयाबी नहीं मिलती तब हम उदास होकर उस काम को निराश होने के बाद छोड़ दिया करते हैं । परन्तु जो व्यक्ति उसे काम को निराश होने के बाद भी बार-बार प्रयास करता रहता है । तो वो एक दिन उसे पा के रहता है ।
जब तक प्रयास जारी रखो जब तक उसे अपनी मुठी मैं कैद न करलो ।
जिस प्रकार छोटा बच्चा जब चलना सीखता है । परन्तु एक दिन ऐसा आता है। जब वो चलना सिख जाता है ।
जितनी बार ठोकर लगे और हम उतनी बार खड़े होक चलने लगे तोह हमे कोई रोक नहीं सकता सफलता प्राप्त करने से ,
दुनिया की हरचीज ठोकर लगने से अक्सर टूट जाया करती है ।
परन्तु सफलता ही है जो ठोकर खा-खा के मिलती है ।
जब हम कोई कार्य करते है । और गलतिया होती है । तब वह अहसहनिया होता है । परन्तु उन गलतियों से भी हमे कुछ न कुछ सिखने को मिलता है । जब बहुत साडी गलतिया मिलती है । तब एक अनुभव बनती है । और और इन्ही से सिखने को मिलता है जो की अनुभव खेलता है है । जब एडिशन १२०० बार प्रयास कर करके आज चमका सकता है तोह हम क्यों नहीं बार- बार प्रयास कर सकते सफल होने के लिए ।
Read Full Blog...डॉ विजयपथ सिंघानिया
आश्मान छूने का जज्बा हो
तो जमीन आपकी होती है
एक सफल व्यवसायी होने के साथ साथ साथ डॉ विजयपथ सिंघानिया ने एविएशन मैं दो विश्व रिकॉर्ड कायम किये है हल ही मैं हॉट एयर बेलून
से ६९।852 फिट ऊंचाई का विश्व रिकॉर्ड रचने वाले डॉ सिंघानिया वर्ष १९९४ में आयोजित वर्ल्ड रेस मैं अपने सेना हवाई जहाज मैं बैठकर ३४० कलोमीटर की यात्रा २४ दिन मैं पूरी कर गोल्ड मैडल जीत चुके है ।
डॉ सिंघानिया को एविएशन मैं प्राप्त उपलब्धियों के लिए तत्कालीन राष्ट्रीयपति आर वेंकटरमन ने भारतीय वायु सेना मैं एयर कमांडर की रैंक देकर सम्मानित किया था।
वायु सेना की मीराज -२० लड़ाकू विमान वाली ग्वालियर स्थित ६ एयर इस्कवनदृण दुवारा बेटल अक्सस्क्वाइन मैं शामिल होने का सम्मान पाने वाले वे पहले व् एकमात्र सिविलियन मेमबर है
एक बार तो कानपुर के लोगों को उन्होंने चौंका ही दिया। वर्ष 1988 की बात है। 12 सितंबर को कैंट के सिविल एयरपोर्ट पर माइक्रो लाइट एयरक्रॉफ्ट उतरा। पायलट सीट पर बैठा शख्स कोई और नहीं बल्कि कानपुर शहर के जाने माने शख्स विजयपत सिंहानिया थे। लंदन से कानपुर तक हजारों कि लोमीटर की दूरी उन्होंने अपना हवाई जहाज खुद चलाकर तय की थी। उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट के बाहर मेला लगा था। शहर के ज्यादातर लोगों को तब विजयपत बाबू के इस हुनर का पता चला था
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें तेनजिंग नोंग्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड से और ुपरस्त्रियपति भेरोसिंह शेखावत ने छत्रपति शिवजी महाराज स्मारक अवार्ड से सम्मानित किया । भारतीय सिविलियन एविएशन के जनक के नाम से परषिद जे आर दी टाटा से वे वर्ष
१९८८ मैं माइक्रोलाइट हवाई जहाज की यात्रा करने से पहले मिलने गए थे । उन्होंने ।जे ।आर। दी । टाटा से इस छोटे से विमान से इ
इंग्लैंड से भारत आने के साहस के बारे मैं बात की । पहले तोह टाटा सोच मैं दुब गए और फिर एकदम से उछल कर उन्होंने कहा कोण कहता ह की दुनिया मैं सिर्फ मैं ही पागल हूँ ? डॉ सिंघानिया ने फ्लाइंग के अलावा फिल्म जगमत मैं भी शोक आजमाया उन्होंने वोह त्येरा नाम था नाम की एक फिल्म का निर्माण किया उन्होंने साबित किया वे विजयपत सिंघानिया थे जिनका मंत्र है _ साहस ही कामयाबी की शुरुआत है
उम्र उन पर असर नहीं दिखति समृद्धि उन्हें नए जोखिम लेने से नहीं रोकती रोमांच उन्हें खींचता है ।
रिकॉर्ड तोड़कर मुझे विश्व को दिखाना था की भारत भी शाहषीक खेल और एविएशन मैं किसी से पीछे नहीं है । मुझे इस मिशन इम्पॉसिबल
को मिशन पॉसिबल मैं बदल कर भारत को एविएशन के नक़्शे पर रखना था। इससे पहले भी हॉट एयर बालून मैं कुछ अलग धुन सवार होने की वजह से इससे मैंने गंभीरतापूर्वक सोचा और यह जोखिम उठा लिया। सफलता की परिभाषा नहीं हो सकती । हरेक व्यक्ति की सफलता के बारे मैं अलग - अलग व्याख्या होती है । कोई लेखक एक किताब लिखकर खुश हो जाता है तोह कोई पेंटर पेंटिंग बनाकर कझूश होता है
चाहे वे पेंटिंग बेके या न बेके । उसके लिए पेंटिंग सूजन मैं मिली ख़ुशी ही उसकी सफलता है ।
सफलता को सिर्फ आर्थिक मापदंड से नहीं नपा जा सकता है । आप किसी चीज कोप पाने के लिए खूब मेहनत करते है और आपकी म्हणत
सफल हो जाती है, तोह वह सफलता हासिल करना मन लिया जाता है । लकिन ऐसा भी होता है की बड़ी म्हणत करने के बावजूद वह नहीं मिल पाती। ऐसे मैं उस मेहनत को नाकारा नहीं जा सकता है । असफलता मैं सफलता हरेक के लिए सापेक्ष शब्द है संतुस्ट उसका मूलभाव है है ।
जीवन के अनेक पहलू होते है । समाज, परिवार, करियर, फ्यूचर, संगीत, स्पोर्ट्स आदि मैं भी शामिल है । पैसा कामना ख़राब नहीं लकिन अप्प किस तरह पैसा कमा रहे ह उसका महत्व है अप्प मेहनत करके पैसा कमाए । गलत रस्ते या अपना ईमान बेचकर कमाया पैसा कभी भी ख़ुशी नहीं देता ।
अलग - अलग क्षेत्र मैं रूचि विक्षित कर उसमे आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाइये । अपने मनपसंद क्षेत्र मैं सिद्धि हासिल करना ही सफलता है
उस तरह से सफलता नहीं मिलती तोह किसी कमको करने से यदि आपको ख़ुशी मिलती है तोह वह भी आपकी सफलता है । इसलिए सफलता सिर्फ पैसो से नहीं मिलती ।
मेरे मुताबिक पुराणी और नयी पीढ़ी के बिच मैं अंतर बढ़ता ही जा रहा है । उसके लिए आज का वैल्यू सिस्टम जिम्मेदार हैं । लोगो मैं ईमानदारी , प्राथमिकता की व्याख्या ही बदल गयी है। उनमें अनुशासन की कमी देखने को मिलती है । लोग मेहनत करने की बजाये shortcut
रास्ता अपना रहे है । नयी पिड्डी को पुराणी पीढ़ी के अनुभवों का समन्वय करना चाहिए और पुराने पीढ़ी को आज की पीढ़ी की जरूरतों को
समझदरी से स्वीकार करना चाहिए ।
सबसे पहली बात जीवन मैं अनुशासन होना जरुरी है । आपका तन और मैं दोनों ही स्वस्थ होना चाहिए। शरीर स्वस्थ होगा तो दिमाग भी तेज चलेगा । आहार , विहार और विचार मैं संतुलन रखना बहुत जरुरी है । अज्ज के युवाओ को सिमित दायरे मैं नहीं सोचना चाइये । जिस
क्षेत्र मैं रूचि हो जैसे डॉक्टर बनने मैं, पेंटिंग, स्विमिंग, म्यूजिक, आदि उसके बारे मैं ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करे । पैसा ख़तम
हो जाता है लकिन ज्ञान नहीं । yahi ज्ञान आपको पैसा भी vapas भी ला देगा । जीवन सबसे जरुरी है । आप जो भी विषय चुनते है उसके बारे मैं दिल से महसूस करे । स्वस्थ मैं से चुनौती को स्वीकार करे ।
Read Full Blog...
Read Full Blog...
Read Full Blog...
हर व्यवसाय के लिए प्रमुख चालकों में से एक उपभोक्ता होता है। प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने के लिए लोगों की अच्छी आवाजाही बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
चाहे वह ऑनलाइन स्टोर हो या दुकान, लोगों की आवाजाही की मात्रा, बिक्री के माध्यम से उत्पन्न राजस्व की राशि को निर्धारित करती है। उद्यम के फलने-फूलने और उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए कुछ कदमों का पालन करना आवश्यक है, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि लोगों की आवाजाही समय के साथ बढे।
दुकान में लोगों की आवाजाही बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव
विपणन रणनीतियों को बढ़ावा दें
आपको बाजार में अपनी दुकान को ध्यान आकर्षित करने योग्य बनाना चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ग्राहक आपके ब्रांड के बारे में जाने और उत्पादों को कहाँ से प्राप्त करना है, यह भी जाने। एक अच्छे स्थान पर अपनी भौतिक उपस्थिति को दूसरों से ज्यादा स्पष्ट बनाएं, ताकि ज्यादा लोगों को ध्यान जाए और ग्राहकों की आवाजाही बढ़े। ब्रांड जागरूकता का निर्माण करने के लिए स्थानीय विपणन रणनीतियों को चुने। स्थानीय अखबारों में विज्ञापन देना या प्रत्यक्ष मेल करना इस मामले में रचनात्मक हो सकता है। शुरूआत में आपको केवल अपने ब्रांड के विषय में जागरूकता बढ़ाना है और स्थानीय लोगों के दिमाग में एक छवि बनाना है।
ग्राहक जो चाहते हैं, उन्हें वही दें
अपनी दुकान में सबसे अधिक मांग वाले उत्पाद रख कर ग्राहकों की ज्यादा आवाजाही सुनिश्चित करें। जब ग्राहकों को यह समझ में आएगा कि आपकी दुकान वह जगह है, जहाँ चाहे गए उत्पाद निश्चित तौर पर उपलब्ध होंगे, तो आपकी दुकान में लोगों की आवाजाही अपने आप ही बढ़ जाएगी। आपको यह भी पता करना आवश्यक है कि ग्राहक आपके उत्पादों और सेवाओं से खुश है या नहीं।
ग्राहक निष्ठा कार्यक्रम
निष्ठावान ग्राहकों के लिए योजना बनाएं और उन्हें लंबे समय तक अपने साथ बनाए रखें। ग्राहकों का बार-बार आना एक सफल उद्यम की नींव या आधार है। ग्राहक निष्ठा को प्रोत्साहित करने से यह सुनिश्चित होगा कि बार-बार आने वाले ग्राहकों की संख्या समय के साथ कई गुना बढ़ेगी। ग्राहकों को अपनी दुकान में फिर से बुलाने और निष्ठा का विशेष लाभ प्राप्त करने के लिए छूट और ऑफर दे।
जमीनी कार्य
अपनी दुकान में लोगों की आवाजाही बढ़ाने के लिए अपने उत्पादों के नमूने दे या अपनी सेवाओं का प्रदर्शन करें। यह उन चीजों को प्रचलित करने का बहुत अच्छा तरीका है, जो आप अपने ग्राहकों की सेवा में प्रस्तुत करना चाहते हैं। इस तरीके से आप अपने ब्रांड दृश्यता बढ़ा सकते हैं।
स्थानीय भागीदार
ऐसे भागीदारों को ढूंढे जिनका आपके व्यवसाय से नजदीकी या दूर का संबंध हो, जिससे इस प्रक्रिया में आपसी लाभ मिले।
सामने के भाग को साफ रखें
प्रवेश द्वार को साफ करके और सजाकर अत्यधिक आकर्षक बनाएं। प्रवेश द्वार को अत्यधिक आकर्षक बनाने से आपको प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी।
ग्राहकों की ऑनलाइन आवाजाही बढ़ाने के लिए सुझाव
बिग डाटा की मदद से अपने पिछले ग्राहकों की छोटी से छोटी जानकारी पर नजर रखना, आपके लिए आगामी वर्षों में बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। बहुमूल्य ग्राहकों की जानकारी जैसे उनकी पसंद और नापसंद के बारे में जानकारी रखने से और उसका अच्छे से उपयोग करने से ग्राहक खुश और संतुष्ट हो सकते हैं। यह दृष्टिकोण पिछले ग्राहकों को बनाए रखेगा और उन्हें निष्ठावान बनाएगा।
मौखिक माध्यम से प्रचार
अधिक से अधिक ग्राहकों की आवाजाही बढ़ाने के लिए मौखिक प्रचार सबसे शक्तिशाली तरीका है। विभिन्न माध्यमों से ग्राहकों को खुश रखें, जिससे वह आपके संतोषजनक उत्पादों और सेवाओं के बारे में दूसरों को बताने के लिए प्रेरित होंगे। प्रश्नों या मुद्दों के त्वरित उत्तर देने से ग्राहक समर्थन के विषय में मजबूत छवि बनेगी। जब ग्राहक सकुशल और सुरक्षित महसूस करेंगे, तो वह आपके साथ खरीदारी की प्रक्रिया को दोहरायेंगे।
सामाजिक मीडिया विपणन
सार्वजनिक मंचों और सामाजिक मीडिया वेबसाइट्स पर सबसे ज्यादा आवाजाही देखी जा सकती है। यही वह जगह है, जहाँ आप अपनी पहचान बनाने के लिए ऑनलाइन व्यवसायिक प्रोफाइल बना सकते हैं। ऑनलाइन विपणन सेवा प्रदाता द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सामाजिक मीडिया विपणन साधन यह सुनिश्चित करेंगे कि ग्राहकों की जरूरतों के बारे में जानकारी प्राप्त करके आपका व्यवसाय उन विशिष्ट ग्राहकों की ओर ही लक्षित किया जाए। ग्राहकों को व्यक्तिगत रूप से लक्षित करने के लिए मीडिया विपणन एक उपयुक्त तरीका है। विज्ञापन और ऑनलाइन सामग्री यहाँ पर सबसे अच्छे साधन है।
निष्ठा कार्यक्रम डिजाइन करना
उन मूल्यवान ग्राहकों का पता लगाइए, जिन्होंने आपके ऑनलाइन स्टोर से खरीदारी प्रक्रिया दोहराई है। आपकी सेवाओं की प्रशंसा करके दूसरों को आकर्षित करने और ज्यादा संव्यवहार करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए निष्ठा कार्यक्रम डिजाइन कीजिए।
माहौल
व्यवसाय के ऑनलाइन प्रोफाइल की सजावट शांतिदायक और आकर्षक होनी चाहिए। यह वैशिष्टय, आवाजाही बनाए रखेगा और समय के साथ ज्यादा आवाजाही आकर्षित करेगा।
मुनासिब वेबसाइट डिजाइन करना
एक सुरक्षित और मजबूत, लेकिन सुंदर आधिकारिक वेबसाइट बनाएं, ताकि उत्सुक ग्राहक आपके व्यवसाय को ढूंढ सके। अपनी वेबसाइट की पृष्ठ रैंकिंग बढ़ाने के लिए और खोजे गए पृष्ठों के शीर्ष परिणामों में आने के लिए एस.ई.ओ. साधनों से ज्यादा से ज्यादा मदद ले।
अपने स्टोर में लोगों की आवाजाही बढ़ाने के लिए ऊपर बताए गए सुझावों का पालन करें।
Read Full Blog...आपको बता दे कि एक साथ बहुत सारे Message भेजने की प्रक्रिया को Bulk SMS कहते हैं जिसके जरिये हम एक साथ कई लोगो को Message भेज सकते है !
अब सवाल ये उठता है कि Bulk SMS करने की कब जरुरत पड़ती है तो जैसे टेलिकॉम कंपनियों को अपने कस्टमर को किसी ऑफर की जानकारी देना हो. इस सर्विस का use खास कर बड़ी बड़ी कंपनी ,मिडिया ,bank और मोबाइल कंपनीया करती है! क्युकी इन कंपनियों के पास बहोत ही जादा तादात में कस्टमर होते है ! Bulk SMS के जरिये ये आपने कस्टमर को अपने नए Update की जानकारी पादन करते है! जो की SMS के जरिये मुमकिन नहीं है! इन सब का नीचोड़ ये है !की एक मैसेज एक बार में कई लोगो को सेंड करना ही bulk sms कहा जाता है! अगर आप अपने शॉप या फिर Business का Marketing Promotion करना चाहते हैं तो वहां आपको बल्क SMS की जरुरत पड़ती है इसके अलावा शादी फंक्शन में बहुत सारे लोगो को इनविटेशन देना चाहते हैं ऐसे में एक एक आदमी को मैसेज भेजने की बजाय एक मिनिट में एक साथ बहुत सारे लोगो को SMS करके आप अपना समय बचाने के साथ एक एक मैसेज भेजने की परेशानी से बच सकते हैं.
अब बात आती है! की bulk sms सब use कर सकते है! तो मै आप को बोलना चाहूँगा जी हाँ bulk message सभी लोग use कर सकते है अगर आप भी एक बिज़नस मैन है ! या फिर कोई येसी संस्था से जुड़े हुए है तो बल्क SMS का use कर सकते है जैसे स्कूल स्कूल bulk sms का प्रयोग करने के लिए आपको किमत चुकानी पड़ती है जो की bulk sms प्रोवाइडर तय करता है!
Ex- जैसे स्कूल स्कूल free alert, task not complete, birthday wishes, late night information, admission advertisement.
अगर आपका बिज़नस कुछ इस तरह से है! जिसमे आपको रोजाना 20 से 30 हजार एस ऍम एस भेजने पड़ते है तो आपको bulk sms service जरुर लेनी चाहिए आपको बल्क SMS सर्विस लेने के लिए आपका सबसे best तरीका internet है !आप internet पर जा कर search बॉक्स में search करना है bulk sms service आपको वहा पर बहोत सारी website मिल जाएँगी! जो आपको bulk sms service प्रोवाइड करेंगी आप उस के ओनर से कांटेक्ट करके paid bulk sms service ले सकते है!
I want to Hire a Professional..
--icon----> --icon---->