आंखो की रोशनी हो गई है कम हो रहे हो परेशान सोच रहे हो क्या करे । आइए यहां जाने आप आंखो की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय

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आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय

आंखें हमारे शरीर की सबसे नाजुक अंगों में से एक है। आजकल छोटे से बड़े सभी उम्र के लोग चश्मे का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आज की जीवन शैली से सभी की आंखों पर बहुत ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ रहा है। मोबाइल स्क्रीन, कंप्यूटर आज की आधुनिक जीवन शैली का सबसे बड़ा हिस्सा है। आयुर्वेद में आंखों की देखभाल करने के कई उपचार बताए गए हैं।

जब हम अपनी आंखों का ख्याल नहीं रखते तो दृष्टि से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। हमारे शरीर में कुछ तत्वों के असंतुलन के कारण आंखों से जूड़ी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में जरूरी तत्वों के संतुलन का तरीका बताया गया है।

हमारी दृष्टि को सही बनाए रखने के लिए आयुर्वेद कई तरीकों के बारे में बताता है। आंखों के सही देखभाल के लिए आयुर्वेद कई सुरक्षित और प्राकृतिक उपचार उपलब्ध करवाता है, जिसका उपयोग कर हम अपने दृष्टि को बेहतर बना सकते हैं। सही आहार, योग, प्राणायाम जैसे तकनीकें हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती हैं।

अच्छी आदतों को अपने जीवन शैली में जरूर ही शामिल करना चाहिए और साथ ही फोन, लैपटॉप एवं डिजिटल उपकरणों का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। आयुर्वेद के बताए गए इलाज का उपयोग कर आप नियमित रूप से लगाए जाने वाले चश्मे को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं। आईए जानते हैं उन उपचारों के बारे में।

सौंफ, बादाम और मिश्री का सेवन

आयुर्वेद के अनुसार, आंखों की दृष्टि को बेहतर बनाने के लिए सौंफ, बादाम और मिश्री का मिश्रण बनाकर सेवन करना चाहिए। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हमारे आंखों के मांसपेशियों को मजबूती देते हैं। वहीं बादाम में ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन ए और विटामिन के मौजूदगी कारण आंखों की सेहत बेहतर होती है। मिश्री आंखों की मांसपेशियों को आराम देती हैं। इस उपाय को अपनाने के लिए 8 से 10 बदाम, 10 ग्राम सौंफ और मिश्री को पीस लें। रोज रात में सोने से पहले इस पाउडर को दूध में डालकर पिएं। इससे आपकी आंखों की रोशनी काफी तेज हो जाएगी।

आयुर्वेद में बताया गया है कि आंखों का नियमित मसाज करने से आंखों की इमेज मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिस कारण आंखों के आसपास के एरिया में रक्त अच्छे से प्रभाव कर पता है और आंखों की थकान भी दूर होती है। जिला को बेहतर बनाने के लिए आयुर्वेद में जल नेति क्रिया के बारे में बताया गया है, जल नेति क्रिया यानी की नाक की सफाई का अभ्यास करने से हमारे मस्तिष्क और आंखों को भी ताजगी मिलती है। आंखों का मसाज करने के लिए आप अपनी उंगलियों की मदद से आंखों के चारों तरफ हल्के हाथ से मालिश करें।




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