स्वास्थ्य

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 स्वास्थ्य का अर्थ एवं परिभाषा

 साधारणता स्वास्थ्य का अर्थ व्यक्ति की रोग मुक्त दशा से लगाया जाता है जबकि स्वास्थ्य का सही अर्थ यह नहीं होता विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार स्वास्थ्य शब्द में मनुष्य का केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं भरन उसकी मानसिक एवं संवेगात्मक स्वास्थ्य को भी सम्मिलित किया जाता है आधुनिक स्वास्थ्य विज्ञान भी मानव शरीर के विभिन्न अंगों की अधिकतम पुष्टि तथा विकास करके मनुष्य की कार्य कुशलता बढ़ाने की बात कहता है

 विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1948 में स्वास्थ्य की परिभाषा इस प्रकार दी है शरीर केवल रोग और दुर्बलता से मुक्ति ना हो बल्कि वही शरीर स्वस्थ होगा जिसमें शारीरिक व मानसिक शक्तियों का पूर्ण विकास हो साथ ही सामाजिक रूप से वह एक कुशल व्यक्ति हो

 इस दृष्टिकोण के आधार पर भारत के संविधान में यह निर्धारित किया गया है राज्य जनता के जीवन स्तर को उठाने और पोषण स्तर में उन्नति करने तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य में विकास को अपने कर्तव्य में प्राथमिकता देगा

 उत्तम स्वास्थ्य के लक्षण

 विश्व स्वास्थ्य संगठन की परिभाषा के अनुसार कोई भी व्यक्ति पूर्ण स्वस्थ कभी माना जाएगा जिसमें शारीरिक मानसिक तथा सामाजिक स्वास्थ्य संबंधित निम्नलिखित लक्षण होंगे 

 शारीरिक स्वास्थ्य

 शारीरिक रूप में स्वस्थ व्यक्ति के निम्नलिखित लक्षण होते हैं

 व्यक्ति प्रत्येक कार्य को उत्साह के साथ करता हो शरीर का बार-बार लंबाई आयु के अनुसार होती है शरीर की त्वचा साफ व्यायाम के लिए होती है आंखें चमकदार होती है बाल घने व चमकदार होते हैं जिसे गहरी निंद्रा आती है जिसे भूख ठीक से लगती है व्यक्ति के शरीर का तापमान सामान्य रहता है मानसिक रूप से स्वस्थ होता है अस्तित्व संस्थान सुरक्षित होता है 

 मानसिक स्वास्थ्य

 मानसिक रूप में स्वस्थ व्यक्ति के निम्नलिखित लक्षण होते हैं

 सभी प्रकार के संवेगों पर उसका नियंत्रण रहता है अर्थात उसे बहुत तेज क्रोध आता कभी नहीं आता है आवश्यकता अनुसार स्वीडन सेल होता है अर्थात दुख के अवसर पर दुखी और सुख के अवसर पर खुश होता है छोटी-छोटी बातों पर तुरंत तनाव व चिंता में नहीं आता उसे अपने ऊपर पूर्ण विश्वास होता है व्यक्ति समय-समय पर अपना आत्म निरीक्षण कर सकता है

 सामाजिक स्वास्थ्य

 सामाजिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति के निम्नलिखित लक्षण होते हैं

 उसके अपने मित्रों संबंधियों आदि सभी से मधुर संबंध बने हुए होते हैं वह दूसरों को सहयोग देने के लिए सदैव तट पर रहता है प्रत्येक के साथ उचित व्यवहार करता है दूसरों के प्रति अपने कर्तव्य एवं जिम्मेदारियां को पूरा करता है समाचार राष्ट्र के उत्थान में सहयोग करता है अपने छोटों के प्रति प्रेम में बड़ों के प्रति सम्मान रखना है 

 

 

 




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