ध्यान कई तरह के होते हैं ध्यान करने के कुछ तरीके और प्रकार

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ध्यान कई तरह के होते हैं  ध्यान करने के कुछ तरीके और प्रकार

ध्यान कई तरह के होते हैं. ध्यान करने के कुछ तरीके और प्रकार

ध्यान कई तरह के होते हैं. ध्यान करने के कुछ तरीके ये रहे: 

आर्तध्यान, रौद्रध्यान, धर्मध्यान, शुक्लध्यान, माइंडफ़ुलनेस मेडिटेशन, करुणा ध्यान, एकाग्रता ध्यान, जेन ध्यान, विपश्यना ध्यान, प्रेम-दया ध्यान.

ध्यान करने के कुछ और तरीके: स्थूल ध्यान, ज्योतिर्ध्यान, सूक्ष्म ध्यान, निर्देशित ध्यान. 

ध्यान करने से शारीरिक, आध्यात्मिक, और भावनात्मक सेहत में सुधार होता है. यह घबराहट और अवसाद को कम करता है. ध्यान करने से तनाव, रक्तचाप, और डर की भावना कम होती है. 

ध्यान करने के लिए आप ऐप, वेबसाइट, या स्थानीय कक्षाओं का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

ध्यान के कई प्रकार होते हैं. ध्यान के कुछ प्रमुख प्रकार ये रहे: 

विपश्यना ध्यान: यह बौद्ध और भारतीय परंपरा का एक ध्यान है. इसमें विचारों को रोकने की कला सीखी जाती है. 

प्रेम-कृपा ध्यान: इसमें प्यार और दया की भावना को जगाया जाता है. 

कंसेंट्रेटिव ध्यान: इसमें किसी एक चीज़ पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. 

माइंडफ़ुलनेस ध्यान: यह संज्ञानात्मक चिकित्सा का एक रूप है. इसमें मौजूदा स्थिति में जागरूक रहना होता है. 

शांतिदायक ध्यान: यह ध्यान तनावपूर्ण विचारों को कम करने और मानसिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है. 

अंतर्दृष्टि ध्यान: इसे विपश्यना भी कहा जाता है. इसमें विचारों और भावनाओं की आंतरिक समझ हासिल की जाती है. 

वन ध्यान: इसमें प्रकृति में रहकर जंगल के दृश्य और ध्वनियों का आनंद लिया जाता है. 

त्राटक ध्यान: इसमें किसी एक बिंदु पर एकटक देखा जाता है. 

प्राणायाम ध्यान: यह योग का एक हिस्सा है. इसमें सांस नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. 

ज़ेन ध्यान: यह बैठकर किया जाने वाला ध्यान है. इसमें जागरूकता के साथ विचारों का अवलोकन किया जाता है.

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