ज्ञान ही शक्ति है

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ज्ञान ही शक्ति है: डॉ. अंबेडकर के दर्शन से प्रेरणा

डॉ. बी.आर. अंबेडकर के लिए "ज्ञान" सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि वह अस्त्र था जिससे उन्होंने सामाजिक क्रांति की लड़ाई लड़ी। उनका जीवन इस सत्य का प्रमाण है कि ज्ञान ही वह शक्ति है जो व्यक्ति को गुलामी से मुक्ति दिलाकर समाज का निर्माता बनाती है। आइए, समझें कैसे:

ज्ञान: अंधकार से प्रकाश की ओर

अंबेडकर कहते थे:

"शिक्षा वह शेरनी है जो अज्ञानता को खा जाती है।"

  • उनकी यात्रा: जातिगत भेदभाव और गरीबी के बीच भी उन्होंने 32 डिग्रियाँ हासिल कीं और दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की।

  • सीख: ज्ञान की भूख कभी न खत्म होने दें। यही आपको आत्मनिर्भर बनाएगी और समाज की बेड़ियाँ तोड़ने की ताकत देगी।

ज्ञान क्यों है शक्ति?

  • स्वतंत्रता का मार्ग:

    • अंबेडकर ने कहा, "शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो।"

    • ज्ञान व्यक्ति को गुलाम मानसिकता से मुक्त करता है और अधिकारों के प्रति जागरूक बनाता है।

  • सामाजिक परिवर्तन का हथियार:

    • उन्होंने छुआछूत, जातिवाद, और असमानता के खिलाफ लड़ाई में कानूनी ज्ञान को अपना शस्त्र बनाया।

    • उदाहरण: संविधान में अनुच्छेद 17 (छुआछूत उन्मूलन) को शामिल करवाना।

  • आत्मविश्वास का स्रोत:

    • ज्ञान व्यक्ति को सवाल करना सिखाता है। अंबेडकर ने धार्मिक कुरीतियों और रूढ़िवादी सोच पर सवाल उठाकर नया इतिहास रचा।

  • छात्रों के लिए ज्ञान अर्जन के सूत्र

    • लक्ष्य बनाएँ: अंबेडकर की तरह ज्ञान को सिर्फ नौकरी पाने के लिए नहीं, बल्कि समाज सुधार के लिए इस्तेमाल करें।

    • सवाल करें: रट्टा न लगाएँ, बल्कि हर तथ्य को तर्क की कसौटी पर कसें।

    • ज्ञान बाँटें: अंबेडकर ने कहा, "ज्ञान का उद्देश्य सेवा है, स्वार्थ नहीं।" गरीब बच्चों को पढ़ाएँ या सामाजिक जागरूकता फैलाएँ।

    अंबेडकर के जीवन से प्रेरक प्रसंग

    • कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई: जब उनके पास किताबें खरीदने तक के पैसे नहीं थे, तो उन्होंने लाइब्रेरी में घंटों अध्ययन किया।

    • संविधान निर्माण: उनका कानूनी ज्ञान ही था जिसने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक संविधान दिया।

    ✨ ज्ञान की शक्ति को कैसे जगाएँ?

    • निरंतर सीखें: किताबें पढ़ें, समसामयिक मुद्दों पर शोध करें।

    • विजन बनाएँ: अंबेडकर की तरह ज्ञान को सामाजिक बुराइयों के खिलाफ इस्तेमाल करें।

    • मंत्र: "पढ़ो, बढ़ो, और देश बदलो!"

    याद रखें: डॉ. अंबेडकर ने ज्ञान के बल पर ही वह मुकाम हासिल किया जहाँ से उन्होंने भारत का भाग्य बदल दिया। आपके पास भी यही शक्ति है। ज्ञान को सिर्फ डिग्री तक सीमित न रखें, बल्कि उसे मानवता की सेवा में लगाएँ।

    "ज्ञान वह दीपक है जो अंधेरे को मिटाकर स्वयं प्रकाश बन जाता है।"
    - डॉ. बी.आर. अंबेडकर ??

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