सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology - IT) और सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएँ (Information Technology Enabled Services - ITeS) आज की डिजिटल दुनिया के दो प्रमुख और परस्पर जुड़े हुए क्षेत्र हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी (IT)
आईटी (IT) का मतलब कंप्यूटर सिस्टम, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क और संबंधित उपकरणों का उपयोग करके डेटा को संग्रहीत करने, पुनः प्राप्त करने, संसाधित करने, प्रबंधित करने और आदान-प्रदान करने की प्रक्रिया है।
मुख्य कार्य: इसमें मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे (infrastructure) को बनाने और बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जैसे नेटवर्क स्थापित करना, डेटाबेस प्रबंधन, सॉफ्टवेयर विकास और साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करना।
उदाहरण: एक कंपनी के कंप्यूटर नेटवर्क को प्रबंधित करना, नए सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन बनाना, या तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए आईटी सहायता प्रदान करना।
सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएँ (ITeS)
आईटीईएस (ITeS) उन सेवाओं को संदर्भित करता है जो सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करके व्यावसायिक प्रक्रियाओं की दक्षता और गुणवत्ता को बढ़ाती हैं। ये ऐसी सेवाएँ हैं जो आईटी के बिना संभव नहीं होतीं।
मुख्य कार्य: आईटीईएस में आईटी बुनियादी ढांचे का उपयोग करके ग्राहकों को सेवाएँ प्रदान करना या कंपनी के आंतरिक कार्यों को बेहतर बनाना शामिल है। इन्हें अक्सर वेब-सक्षम सेवाएँ (Web-enabled services) या दूरस्थ सेवाएँ (Remote Services) भी कहा जाता है।
उदाहरण: कॉल सेंटर (BPO), मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, डेटा माइनिंग, इलेक्ट्रॉनिक प्रकाशन, ई-ग्राहक संबंध प्रबंधन (e-CRM) और बैक-ऑफिस संचालन।
मुख्य अंतर
संक्षेप में, IT वह बुनियादी ढाँचा और उपकरण है जो डेटा को संभालता है, जबकि ITeS वह सेवाएँ हैं जो उस बुनियादी ढाँचे और उपकरणों का उपयोग करके प्रदान की जाती हैं। आईटीईएस अनिवार्य रूप से आईटी उद्योग का एक अनुप्रयोग (application) या विस्तार है।
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