अस्थमा समेत इन 5 बीमारियों में फायदेमंद है धनुरासन का अभ्यास जानें तरीका और सावधानियां
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शरीर, दिमाग और मन के बीच संतुलन बनाए रखने और शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रहने के लिए रोजाना योग का अभ्यास बहुत उपयोगी है। योग विज्ञान में शरीर की अलग-अलग परेशानियों को लेकर अलग-अलग प्रकार के योगासनों के अभ्यास के बारे में बताया गया है। धनुरासन का अभ्यास करने से आपको मानसिक शांति मिलती है और शरीर फिट व हेल्दी रहता है। धनुरासन के अभ्यास से अस्थमा और किडनी से जुड़ी बीमारियों में भी फायदा मिलता है। इसका अभ्यास पेट के बल लेटकर किया जाता है और अभ्यास के दौरान धनुष जैसी आकृति बनती है जिसकी वजह से इसे धनुरासन और अंग्रेजी में बो पोज (Bow Pose Benefits in Hindi) के नाम से भी जाना जाता है। धनुरासन हठयोग के 12 योगासनों में से एक है जिसका अभ्यास थोड़ा कठिन होता है। शुरुआत में धनुरासन का अभ्यास करते समय एक्सपर्ट या योग गुरु की मदद लेनी चाहिए।
धनुरासन का सही ढंग से रोजाना अभ्यास करने से आपको अस्थमा और किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारियों में फायदा मिलता है। इसका अभ्यास शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और लचीलापन बढ़ाने के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं में भी धनुरासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। धनुरासन का रोजाना अभ्यास करने से आपको ये फायदे मिलते हैं।
1. किडनी से जुड़ी परेशानियों में फायदेमंद धनुरासन
किडनी से जुड़ी बीमारियों में धनुरासन का अभ्यास करना बहुत उपयोगी माना जाता है। धनुरासन का अभ्यास किडनी से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम करने के लिए फायदेमंद माना जाता है। एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है जिसमें कहा गया है की किडनी से जुड़ी बीमारियों और किडनी की कार्यक्षमता सुधारने के लिए धनुरासन का अभ्यास फायदेमंद होता है। इसका अभ्यास शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करने के लिए उपयोगी है।
2. चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं में फायदेमंद
चिंता और अवसाद जैसी मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए धनुरासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद है। कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि हुई है की धनुरासन या बो पोज का अभ्यास करने से शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कम होता है और मानसिक समस्याओं में फायदा मिलता है।
3. अस्थमा की समस्या में फायदेमंद
धनुरासन का अभ्यास करने से अस्थमा की समस्या में भी फायदा मिलता है। अस्थमा की समस्या में होने वाली परेशानियों और सांस लेने की दिक्कत को दूर करने में धनुरासन का नियमित अभ्यास करना चाहिए।
4. पीरियड्स के दौरान समस्याओं में उपयोगी
पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए धनुरासन का रोजाना अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। इस योगासन का नियमित अभ्यास करने से पेट के भीतर मौजूद अंगों की कार्यक्षमता में सुधार होता है। मासिक धर्म के दौरान होने वाली पीठ दर्द की समस्या में बहुत फायदा मिलता है।
5. गर्दन दर्द को दूर करने में उपयोगी
गर्दन दर्द की समस्या को दूर करने में धनुरासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। इसका नियमित अभ्यास कर आप गर्दन में दर्द और अकड़न की समस्या से निजात पा सकते हैं।
धनुरासन का अभ्यास करने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो करें-
धनुरासन करने के लिए सबसे पहले एस साफ स्थान पर योगा मैट बिछाएं।
अब इस मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अपने हिप्स के नीचें थोड़ा गैप रखें और हाथों को सीधा रखें।
अब अपने घुटनों को मोड़ते हुए सांस छोड़ें।
अपनी एड़ी को अपने नितंबों के पास लाएं।
अब धनुसाकार होते हुए, अपने पैरों की उंगलियों को हाथों से पकड़ें।
अब गहरी सांस लेते हुए अपनी छाती को जमीन से ऊपर उठाएं।
पैरों को खींचते हुए अपने पेट के वजन को संतुलित बनाए रखें और अपने सिर को बिल्कुल सीधा रखें।
शरीर के लचीलेपन के आधार पर अपने शरीर को खींचने की कोशिश करें।
इस स्थिति में 30 सेकंड के लिए रुकें और पुन: अपनी मुद्रा में वापस लौट आएं।
धनुरासन का अभ्यास करते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। इस दौरान आपका पेट खाली होना चाहिए और भोजन करने के 6 घंटे के बाद तक इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। धनुरासन का अभ्यास करते समय शरीर पर अधिक जोर नहीं डालना चाहिए। शुरुआत में इसका अभ्यास करते समय योग एक्सपर्ट की मदद लें।
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Ishika Dhiman
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