ON PAGE SEO
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में सर्चइंजन के लिए अपनी वेबसाइट को अंदर से ऑप्टिमाइज करते हैं ताकि सर्च इंजन को समझने में आसानी हो हमारी वेबसाइट किस टॉपिक पर है या हम क्या आर्टिकल पब्लिश कर रहे हैं ताकि वह हमारी वेबसाइट को जल्दी रैंक करें क्यों कि अगर सर्च इंजन नहीं समझ पाएगा कि आपने किस से
रिलेटेड अपनी पोस्ट या पेज लिखा है तो वह रैंक कैसे करेगा इसलिए on page seo का मतलब होता है अपनी वेबसाइट को अंदर से ऑप्टिमाइज करना जो की बहुत जरूरी है जब तक आपकी वेबसाइट अंदर से ऑप्टिमाइज नहीं हो गी तो ऑफ पेज seo का भी कोई काम नहीं है सबसे पहला स्टेप seo में ऑन पेज seo
ही हो ता है इसलि ए on page seo पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दीजिए जब भी हम Seo की बात करते हैं तो seo ती न प्रकार के होते हैं on page seo,
off page seo, technical seo. सबसे पहले प्रोसेस हो ता है seo करने के लिए क्योंकि on page seo, On Page Seo में हम पूरा कंटेंट लिखते हैं On page seo में हम ब्लॉग लिखते हैं पेज बनाते है अगर हम कोई post बना रहे हैं तो सबसे पहले on page seo करेंगे on page seo वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से आप अपनी वेबसाइट के pages को इस प्रका र अनुकूलि त करते हैं कि वह खोज इंजन के लिए अधिक प्रासंगिक और उपयोगकर्ता अनुकूल हो सके इसका उद्देश्य वेबसाइट की सामग्री एचटी एमएल कोड और संरचना को इस प्रकार सुधारना है कि सर्चइंजन आपकी वेबसाइट को बेहतर तरीके से समझ सके और
उसे उच्च रैंकिंग दे सके क्यों जब हम कोई भी ब्लॉग लिखते हैं या पोस्ट लिखते हैं तो वह ब्लॉग और गूगल को समझ आनाचा हिए वह तभी रैंक करेगा जब गूगल उसको समझेगा की आपने किस से रिलेटेड blog लिखा है अगर आप on page seo ठीक ढंग से करेंगे तभी गूगल समझ पाएगा कि आपका पोस्ट या पेज
किस से रिलेटेड है
1.Keyword -
जब भी आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं जैसे की रि यल एस्टेट यह एक keyword है कीवर्ड seo में बहुत ज्या दा इंपो र्टेंट हो ता है जब हम अपनी वेबसा इट को ऑप्टिमाइज करते हैं तब हम कुछ स्पेशल कीवर्ड को टारगेट करते हैं अगर हम सर्च इंजन पर कुछ भी सर्च करते हैं तो वही कीवर्ड हो ता है कीर्ड का
बहुत ज्या दा अहम रो ल हो ता है seo में तो keyword पर ज्या दा से ज्यादा आप ध्यान दीजिए कीवर्ड बहुत ही ज्यादा यूजफुल होने चाहिए क्वालिटी वाले होने
On page seo
में जैसे कि हम जानते हैं कि on page seo में backand का काम होता है सब अंदर का काम होता है तो सबसे पहले कीवर्ड हो ता है अगर आप को ई ब्लॉग या कोई पोस्ट या कोई पेज बना ने जा रहे हैं तो उसमें आपको कीवर्ड रिसर्च बहुत ही अच्छे से करना है keyword पर बहुत ज्यादा ध्यान देना है ऑन
पेज seo में कीवर्ड का बहुत ज्यादा अहम रोल है इसलिए का फीरिसर्च करने के बाद ही कीवर्ड को सेलेक्ट
करें अच्छे सर्च वॉल्यूम वाले कीवर्ड को सेलेक्ट करें ||
2.Content Optimization
हमारी वेबसाइट के कंटेंट को बेहतर हम अपनी वेबसाइट के कंटेंट को अट्रैक्टि व बना ते हैं जि ससे की यूजर हमारे कंटेंट को बार-बार पढ़ें कंटेंट इस तरी के से ऑप्टिमाइज होना चाहिए की यूजर को पढ़ने में
आसानी हो उसे कंटेंट भी अट्रैक्टिव लगे इसलिए कंटेंट हमेशा क्वालिटी का होना चाहिए और कहीं से भी कॉपी नहीं हो अगर आप कॉपी कंटेंट गूगल पर डालते हैं तो गूगल कभी भी उसको रैंक नहीं करता इसलिए कंटेंट की क्वालिटी पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है ऑन पेज seo में कंटेंट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कंटेंट
optimization सबसे ज्यादा अहम रोल अदा करता है
1.Keyword -
जब भी आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं जैसे की रियल एस्टेट यह एक keyword है की वर्ड seo में बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट होता है जब हम अपनी वेबसाइट को ऑप्टिमाइज करते हैं तब हम कुछ स्पेशल की वर्ड को टारगेट करते हैं अगर हम सर्च इंजन पर कुछ भी सर्च करते हैं तो वही कीवर्ड हो ता है कीवर्ड का
बहुत ज्यादा अहम रोल होता है seo में तो keyword पर ज्यादा से ज्यादा आप ध्यान दीजिए कीवर्ड बहुत ही ज्यादा यूजफुल होने चाहिए क्वालिटी वाले होने चाहिए.
ऑन पेज seo में इसलिए सबसे पहला स्टेप कंटेंट optimization है अपना कंटेंट आपको बेहतर से बेहतर बना ना हो गा आपको अपने कंटेंट में क्वालिटी लानी है और अपने कंटेंट में सारी इनफार्मेशन
देनी है आपकी पोस्ट पर कंटेंट पर आकर यूजर को पूरी जानकारी मिल जानी चाहिए वह किसी दूसरी वेबसा इट पर न जाए आपके कंटेंट में पूरी डिटेल में जानकारी हो नी चाहिए कंटेंट आपको इस तरीके से है उच्च गुणवत्ता और प्रासंगिक सामग्री वेबसाइट की रैंकिंग में सुधार करती है अगर आप भी चाहते हैं
रैंक कराना तो अपनी वेबसाइट को हाई क्वालिटी वाला कंटेंट लिखें उपयोगकर्ता की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सामग्री लिखे इसमें प्रमुख और संबंधि त keyword को प्राकृतिक रूप से शा मि ल करें और long tail keyword का भी उपयोग करें इसमें आपको वह सभी का इस्तेमाल करना है जो यूजर के इंटेंड के अकॉर्डिंग हो यूज़र ने जो भी सर्च किया उससे रिलेटेड आपको सारे keyword अपने कंटेंट में कवर करने हैं कंटेंट को आपको इतना शॉर्ट भी नहीं लिखना और इतना भी नहीं लिखना बस मीडियम लि खना है अपना कंटेंट , on page seo में कंटेंट का अहमरोल है कंटेंट क्वालिटी पर बहुत ज्यादा ध्यान दें तभी ऑन page seo आप ठीक ढंग से कर पाएंगेएंगे||
3.Url Heading
यूआरएल हेडिंग on page seo के लिए बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट हो ती है हमें अपने यूआरएल और हेडिंग को अट्रैक्टिव बनाना होता है इससे सर्चइंजन को समझने मे आसा नी होती है क्योंकि जब सर्च इंजन नहीं समझ कि आपका यूआरएल किस से रिलेटेड है या आपकी हेडिंग किस सब्जेक्ट से रिलेटेड है तो वह यूजर को
कैसे दि खा एगा क्यों कि गूगल आपका पो स्ट या पेज उन्हीं लो गों को दि खा ता है जो उसे रि लेटेड इनफा र्मेशन सर्च करते हैं तो इसलि ए अपना यूआरएल जो भी आपका पेज या पो स्ट का लिं क हो गा उसको अट्रैक्टि व रखें बहुत ही इजी रखें जो कि समझने में आसा नी हो क्यों कि जो गूगल के फर्स्ट पेज पर शो हो ता है सबसे पहले यूआरएल शो हो ता है यूआरएल को देखने के बा द ही यूजर उस पर क्लि क करता है फि र अंदर हेडिं ग भी आपकी अट्रैक्टि व हो नी चा हि ए यूजर की enquiry से रि लेटेड हो नी चा हि ए इसलि ए यूआरएल और हेडिं ग पर सबसे ज्या दा ध्या न दी जि ए
On page seo में यूआरएल हेडिं ग का बहुत अहम रो ल हो ता है क्यों कि को ई भी यूजर जब कुछ सर्च करते है सर्च इंजन पर तो एक की वर्ड enter करते है हेडिं ग डा लता है तो अगर आपने अपने ब्लॉ ग की हेडिं ग का फी अच्छे से ऑप्टि मा इज की है यूआरएल आपने एक अच्छा बना या रिलेटेड यूआरएल बना या है तो आपको रैंक जल्दी मिलेगा साफ़ और वर्णनात्मक यूआरएल उपयोगकर्ता और सर्च इंजन दो नों के लि ए सहायक हो ते हैं यूआरएल को संक्षि प्त और की वर्डरीच बनाएं साथ ही उन्हें पढ़ने में आसान बनाएं url आपको सरल बना ना है हा र्ड बिल्कुल नहीं करना ||
4.Image Optimization
जब भी हम को ईकंटेंट लिखते हैं तो हम उसमें इमेज का इस्तेमाल करते हैं हमें अपनी इमेज को ऑप्टिमा करना होता है उसके बाद पब्लिश करना होता है इमेज का सा इज कम करने की को शि श करनी चा हि ए ट्रा ई करना कि उसके पिक्सल बिल्कुल ना फटे और साइज भी कम हो जा ए अगर आप अच्छे से इमेज को ऑप्टि मा इज करते हैं तो उस से बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है आपकी रैंकिं ग पर क्यों कि गूगल पर एक ऑप्शन हो ता है इमेज का इमेज के जरिये भी आप का सारा ट्रैफि पा सकते हैं अगर आपकी इमेज अट्रैक्टिव है तो इमेज पर भी का फी अच्छा ट्रैफि क आएगा जो डा यरेक्ट आपकी वेबसा इट पर लैंड करेगा इसलि ए इमेज को हमेशा अट्रैक्टि व रखें और उसका सा इज हमेशा कम रखें अगर आप सा इज ज्या दा कर देंगे तो वह लो ड हो ने में देर लगा एगी और जब वह लो ड हो ने में देर लगा एगा तो यूजर वहां से चला जा एगा दूसरे कि सी वेबसा इट पर वह सर्च करेगा इसलि ए इमेज का सा इज हमेशा कम रखें और अच्छे से इमेज को ऑप्टि मा इज करें अपने कंटेंट में आपको इमेज का इस्तेमा ल करना है इमेज आपके कंटेंट को
अट्रैक्टि व बना ता है और यूजर को समझने में मदद करता है कि आप के कंटेंट में जो हेडिं ग है वह कि स लि ए है इसलि ए हमेशा इंफो ग्रा फी इमेज का इस्तेमा ल करें इमेज को ऑप्टि मा इज करें अच्छे से अपने कंटेंट से रि लेटेड ही इमेज का इस्तेमा ल करें रि लेटेड इमेज हो ना चा हि ए आपके कंटेंट से तो इमेज ऑन page seo के लि ए बहुत जरूरी है अहम रो ल है इसका on page seo मैं.
5.Meta Tags & Meta Description
यह दोनोंटैग भी on पेज seo के लि ए बहुत ज्या दा महत्वपूर्ण है मेटा टैग का फी मदद करता है आपकी रैंकिं गलाने में जब भी आप को ई ब्लग या पोस्ट लिखते हैं तो उसमें आपको ऑप्शन मिलता है मेटा टैग और मेटाडि स्क्रिप्शन इन दो नों को आपको अपने फो कस की वर्ड के साथ इस्तेमा ल करना है मेटा टैग और meta डि स्क्रिप्शन बहुत ज्या दा अहम रोल अदा करता है ऑन page seo में तो आप ज्या दा से ज्या दा ध्या न दें और अच्छे से इसको सेट करें ब्रा उज़र में जब आप को ई वेब पेज खो लते हैं तो सबसे ऊपर जो टाइप होता है यह टाइटल tag दिखता है
जब आप गूगल पर को ई ची ज सर्च करते हैं तो रि जल्ट पेज पर हर लिंक के साथ एक छो टा सा शर्षक दिखता है वही टाइटल tag हो ता है टा इटल tag सर्च इंजन और यूजर दो नों के लि ए महत्वपूर्ण है टा इटल tag सर्च इंजन को बता ता है कि वह पेज कि स बा रे में है इससे सर्च इंजन को यह समझने में मदद मि लती है कि कौ न से सर्च के लि ए यह पेज ठी क है यूजर टा इटल tag से यूजर को समझने में मदद
मि लती है कि वेब पेज कि स ची ज के बा रे में है अच्छा टा इटल टैग use करें अच्छा टा इटल टैग यूजर को क्लि क करने के लि ए लुभा ता है कि वह वही ची ज है जि से वह ढूंढ रहा था टा इटल tag पृष्ठ के शी र्षकों को दर्शा ते हैं और सर्च इंजन परि णा म फर्स्ट serp पर दि खा ए जा ते हैं प्रत्येक page के लि ए एक अद्वि ती य और वर्णना त्मक शी र्षक का उपयो ग करें जि समें मुख्य की वर्ड शा मि ल हो अच्छे से टा इटल tag का
इस्तेमा ल करें और स्पष्ट तरी के से टा इटल tag का इस्तेमा ल करें टा इटल टैग ऑन page seo में अहम रो ल अदा करता है ||
6.Internal Linking
जब हम ब्लॉगिंग करते हैं तो ब्लागिंग में इंटरनल लिंकिंग के कई सा रे फायदे हो ते हैं मा न ली जि ए आपके पा स को ई वेबसा इट है आपने एक ब्लॉ ग लि खा है और आपने पहले उस ब्लॉग से संबंधि त को ई दूसरा ब्लॉ ग भी लि खा है फि र आप अपने नए ब्लॉ ग में पुरा ने ब्लॉ ग का लिं क जो ड़ सकते हैं आप ऐसा कर सकते हैं इसे इंटरनल लिं किं ग कहा जा ता है आप अपनी वेबसा इट के ब्लॉग पर संबंधि त ब्लॉग के
आंतरि क लिं क देते हैं इसका सबसे बड़ा फा यदा यह हो ता है कि यूजर जब आपके ब्लॉग पर आता है और उसको दूसरी भी जानकारी चाहिए तो वह कि सी दूसरी वेबसाइट पर नहीं जiता वह आपकी वेबसाइट पर ही घूमता रहता तो इससे आपकी रैंकिं ग पर बहुत ज्या दा फर्क पड़ता है आपको अच्छी रैंकिं ग मि लती है इससे इंटरनेट लिं किं ग के सा रे फा यदे जा न जा एंगेएं गेइंटरनल लिं किं ग रैंक बढ़ा ने के लि ए
बहुत ज्या दा महत्वपूर्ण है और बा उंस रेट कम करने के लि ए भी बहुत ज्या दा महत्वपूर्ण है इंटरनल लिं किं ग कुछ फा यदे जो नि म्नलि खि त है
Best for Seo
जब भी आप SEO करते हैं तो SEO में आपको रैंक चा हि ए हो ती है इंटरनल लिं किं ग के द्वा रा जो गूगल का क्रा उलर हो ता है वह आपकी वेबसा इट पर आता है जो ब्लॉ ग आपके इंडेक्स नहीं हुए पुरा ने ब्लॉ ग को भी इंटरनल लिं किं ग की वजह से वह इंडेक्स कर लेता है और आपके ब्लॉ ग रैंक हो ने लगते हैं तो seo के लि ए बहुत बेहतर है इंटरनल linking जब आप SEO करते हैं तो उसके का फी सा रे पा र्ट हो ते हैं क्यों कि SEO कि सी एक ची ज का ना म नहीं है बहुत सा री ची जों से मि लकर बनता है तो इंटरनल लिं किं ग भी उसका एक बहुत जरूरी पा र्ट है जब आप इंटरनल लिं किं ग करते हैं तो आपको ब्लॉ ग का SEO अच्छे से हो जा ता है और इंटरनल लिं किं ग SEO को बेहतर बना सकती है
Decrease Bounce Rate
अगर आपने अपने आर्टि कल में इंटरनल लिं किं ग की है तो इससे आपके बा उंस रेट भी कम हो ता है क्यों कि जो यूजर हो ता है वह आपकी वेबसा इट पर ही बना रहता है वह का फी देर तक उस वेबसा इट पर रहता है जि ससे आपका बा उंस रेट कम हो ता है इंगेजमेंट बढ़ जा ता है क्यों कि जि तना अधि क आपका बा उंस रेट हो गा आपकी वेबसा इट के लि ए उतना ही बुरा हो गा उससे बहुत ज्या दा नका रा त्मक प्रभा व पड़ता है क्यों कि जब को ई यूजर आपकी वेबसा इट पर आया और वह उसे जा नका री नहीं
वह आपकी वेबसा इट से चला गया 2 सेकंड में ही चला गया तो आपकी जो वेबसा इट है उसकी वैल्यू कम हो जा ती है गूगल की नजरों में उसकी वैल्यू बहुत कम हो जा ती है इसलि ए बा उंस रेट को हमेशा हमें कम करना चा हि ए हमें को शि श करनी चा हि ए की यूजर हमा री वेबसा इट पर बना रहे वह वेबसा इट को
जल्दी से ना छो ड़े इसलि ए इंटरनल लिं किं ग करके हम उसको घुमा ते रहते हैं ब्ला गिं ग में बा उंस रेट को
कम करने के लि ए इंटरनेट लिं किं ग का उपयो ग बहुत ज्या दा प्रभा वि त तरी का है बा उंस रेट को कम करने के लि ए इंटरनल लिं क का ज्या दा से ज्या दा इस्तेमा ल करि ए और अपनी वेबसा इट की रैंक को बढ़ा ये
Reader Retention
इंटरनल लिं किं ग री डर को आपकी वेबसा इट पर रखने में बहुत ज्या दा मदद करताहै क्यों कि री डर internal linking के द्वा रा आपकी वेबसा इट पर रहता है जि तनी देर आपकी वेबसा इट पर रहेगा वह तो इससे इंगेजमेंट का फी अच्छा मि ल जा ता है अगर यूजर को को ई जा नका री चा हि ए वह आपकी वेबसा इट पर नहीं है तो दूसरे वेबसा इट पर जा एगा इसलि ए अगर आपकी वेबसा इट में वह जा नका री पहले
ही आप दे चुके आपने पहले ही उस पर blog लि खा है तो आप वहीं पर internal लिं किं ग दे देंगे इससे आपका री डर रि टेंशन बढ़ता है अगर आप रि लेटेड कंटेंट की लिं किं ग करेंगे तो वि जि टर आपका आर्टि कल पर बना रहेगा और आपके आर्टि कल पर का फी टा इम वह बि ता एगा और ध्या न रहे आपको अपनी पा पुलर पो स्ट की भी लिं किं ग करनी है अगर आपने को ई ब्लॉ ग लि खा तो आप यह भी लि खेंगे कि इससे रि लेटेड यह पो स्ट भी आप पढ़े तो जो पा पुलर पो स्ट हों गे उनको री डर आपका जरूर पढेगा जरूर ओपन करेगा इससे आपके इंगेजमेंट बढ़ेगी आपका बा उंस रेट कम हो गा और आपकी वेबसा इट की वैल्यू बढ़ेगी अथॉ रि टी बढ़ेगी आपका वेबसा इट रैंक हो गी इसलि ए internal linking का ज्या दा से
ज्या दा इस्तेमा ल करें
For Indexing
इंटरनल लिं किं ग आपके ब्लॉ ग को इंडेक्स करने में भी का फी मदद करती है क्यों कि जब आप इंटरनल लिं किं ग करते हैं तो जब गूगल का crawler आपकी वेबसा इट पर आता है तो आपके पुरा ने ब्लॉ ग को भी देखता है पुरा ने ब्लॉ ग को भी crawl करता है जो ब्लॉ ग पहले crawl नहीं हुए पहले इंडेक्स नहीं हुई तो इंटरनल लिं किं ग की मदद से वह आपके पुरा ने blog को भी crawl कर लेगा इससे आपकी वेबसा इट की रैंक बढ़ेगी आपके सा रे ब्लॉ ग इंडेक्स हों गे ज्या दा से ज्या दा आप इस्तेमा ल करि ए इंटरनल लिं किं ग का यह आपके seo को सुधा रने में मदद करता है प्लस जब आपके ब्लॉ ग इंडेक्स हों गे crawal हों गे तो आपके सभी ब्लॉ ग वा यरल हो ने लगेंगे इससे आपकी वेबसा इट की अथॉ रि टी बढ़ जा एगी और आपकी
वेबसा इट रैंक हो ने लगेगी ज्या दा से ज्या दा internal linking का इस्तेमा ल करि ए ||
Conclusion
जैसे कि आप जा न हीं चुके हों गे कि ऑन पेज seo क्या हो ता है seo के ती न पा र्ट हो ते हैं on page off page, technical seo टेक्नि कल seo तो इन ती नों में सबसे पहला हो ता है आपको ऑन page seo बेहतर से बेहतर करना है क्यों कि अगर on page seo बेहतर ढंग से नहीं हुआ तो off page seo और
टेक्नि कल seo का को ई का म नहीं रहा इसलि ए on page मे ही जि तने भी स्टेप है आपको सभी फॉ लो करने हैं और बैटर तरी के से अपना पो स्ट और पेज को लि खना है जि ससे कि गूगल उसे रैंक दे और यूजर की भी मदद हो जा ए, क्यों कि हम जब भी को ई पो स्ट या पेज लि खते हैं तो हमा री को शि श यह रहती है कि वह गूगल के फर्स्ट पेज पर रैंक करें और गूगल की को शि श यह रहती है कि यूजर को ज्या दा से ज्या दा
अट्रैक्टि व क्वा लि टी वा ला कंटेंट मि ले जि ससे यूजर का अपने सर्च इंजन पर ट्रस्ट बने और वह कि सी और सर्च इंजन पर नहीं जा ए तो इसलि ए गूगल हमेशा उन्हीं वेबसा इटों को फर्स्ट पेज पर रैंक करा ता है जो बहुत ज्या दा क्वा लि टी की हो ती हैं बहुत ज्या दा अट्रैक्टि व हो ती हैं और जि समें का फी मेहनत की हुई हो ती है इसलि ए जब भी आप पो स्ट या ब्लॉ ग लि खे तो on page seo पर बहुत ज्या दा ध्या न दें
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